स्कूल का बस्ता सिर पर लिए कमर भर पानी पार कर ये बच्चे स्कूल से घर लौट रहे हैं। यह इनकी दिनचर्या का हिस्सा है। किशनगंज के बहादुरगंज प्रखंड अंतर्गत महेश बथना पंचायत के पहटगांव के लोग सालों से एक पुल की मांग कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव और स्कूल के रास्ते में डोकरा नदी बहती है। रास्ते में साल भर पानी रहता है। खासकर बरसात में पानी का स्तर इतना बढ़ जाता है कि हफ़्तों तक स्कूल में ताला लगा रहता है।
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प्राथमिक विद्यालय पहटगांव के एक छात्र नीतीश कुमार ने बताया कि बरसात में बच्चे स्कूल नहीं जा पाते जिस कारण उनकी पढ़ाई का नुकसान होता है। आम दिनों में भी कमर तक पानी रहता है इसलिए हर रोज़ केवल 10-15 बच्चे ही स्कूल पहुंच पाते हैं।
पुल का निर्माण न होने से नाराज़ पहटगांव के ग्रामीणों ने 2024 लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है। गांव वालों ने कहा कि हमने विधायक और सांसद का चेहरा तक नहीं देखा है। सालों से गांववासी कई तरह की कठिनाइयों से जूझ रहे हैं लेकिन सांसद और विधायक एक बार भी देखने नहीं आये।
स्थानीय निवासी अय्यूब आलम ने बताया कि रोज़ाना स्कूल के बच्चे और शिक्षक कमर भर पानी से होकर स्कूल आते हैं। आगे उन्होंने कहा कि पिछले दिनों पास की बस्तियों में सड़कों का निर्माण हुआ लेकिन उनके गांव में पुल और सड़क की समस्या बनी हुई है। वार्ड पार्षद से कहने पर जवाब मिलता है कि सड़क निर्माण मुख्यमंत्री के हाथ में हैं हम कुछ नहीं कर सकते।
पहटगांव निवासी अफ़सरी बेगम ने कहा कि स्कूल जाते समय बच्चे भीग जाते हैं और स्कूल में गीले कपड़ों में ही पढ़ाई करते हैं। घर वापस लौटते समय भी भीगने से अक्सर उनकी तबीयत खराब हो जाती है जिससे इलाज और दवाई में भी काफी खर्च होता है।
इस मामले में हमने किशनगंज जिला पदाधिकारी तुषार सिंगला से सवाल किया तो उन्होंने जल्द पुल निर्माण करवाने की बात कही। हालांकि वह कैमरे में बोलने से बचते दिखे।
वहीं बहादुरगंज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रेणु कुमारी ने कहा कि वह स्कूल पहुंच कर निरीक्षण करेंगी और फिर विभाग को मामले की रिपोर्ट भेजेंगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए जल्द कोई हल निकाला जाएगा।
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