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पूर्णिया: पप्पू यादव-बीमा भारती के बाद संतोष कुशवाहा ने भी की उदय सिंह से मुलाक़ात

जदयू नेता संतोष कुशवाहा ने 2014 लोकसभा चुनाव में पूर्णिया सीट पर तब 2 बार सांसद रहे उदय सिंह को 1 लाख से अधिक वोटों से हराया था। उदय सिंह 2004 और 2009 लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर पूर्णिया से सांसद रह चुके हैं।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
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पप्पू यादव और बीमा भारती के बाद अब पूर्णिया से जदयू सांसद संतोष कुशवाहा ने भी पूर्णिया से पूर्व सांसद उदय सिंह से मुलाकात की। आगामी लोकसभा चुनाव में पूर्णिया से जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा ने इस मुलाकात की तस्वीरें गुरुवार को सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर साझा कीं।

अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा, “आज पूर्व सांसद उदय सिंह जी के मधुबनी स्थित आवास पर उनसे शिष्टाचार मुलाकात की। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उनसे राजनीतिक-विमर्श हुआ। मैंने बतौर प्रत्याशी उनसे सहयोग और बड़े भाई के रूप में उनका आशीर्वाद मांगा।”

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बता दें कि जदयू नेता संतोष कुशवाहा ने 2014 लोकसभा चुनाव में पूर्णिया सीट पर तब 2 बार सांसद रहे उदय सिंह को 1 लाख से अधिक वोटों से हराया था। उदय सिंह 2004 और 2009 लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर पूर्णिया से सांसद रह चुके हैं।


2014 में जदयू और भाजपा एक दूसरे के आमने सामने थे। वहीं 2019 में दोनों पार्टियां एनडीए गठबंधन का हिस्सा थीं। 2019 में उदय सिंह कांग्रेस के खेमे में चले गए थे और पूर्णिया लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी थे जहां उन्हें हार मिली थी।

2024 लोकसभा चुनाव में राजद ने 2005 से रुपौली विधायक बीमा भारती को पूर्णिया सीट से प्रत्याशी बनाया है। 2 अप्रैल मंगलवार को पप्पू यादव ने उदय सिंह से मुलाकात की थी। इसके कुछ देर बाद पूर्णिया लोकसभा सीट से जदयू प्रत्याशी बीमा भारती भी उनसे मिलने उनके आवास पहुंची थीं। इस मुलाकात के बाद बीमा भारती ने कहा था कि उदय सिंह उनके अभिभावक हैं और उनका स्नेह और सहयोग लेने वह उनके आवास पहुंची हैं।

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सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

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