कटिहार: जिले के मनिहारी के गांधी टोला व बाघमारा घाट पर हो रहे कटावरोधी कार्य की गुणवत्ता की पोल बारिश ने खोल दी है। एक दिन की बारिश से ही अलग अलग जगहों पर बोल्डर पिचिंग धंस गया है।
एक तरफ गांधी टोला व बाघमारा घाट पर कटाव निरोधी कार्य किया जा रहा है, तो दूसरी तरफ कटाव निरोधी कार्य पूर्ण होना तो दूर अब फिर से गंगा के बढ़ते जलस्तर से स्थानीय ग्रामीणों में कटाव का डर सताने लगा है।
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स्थानीय लोगों से लेकर पूरे क्षेत्र के लोगों में यह चर्चा है कि एक बार फिर सरकार के करोड़ों रुपये गंगा में समा जाएंगे।
हर वर्ष कटाव निरोधी कार्य के नाम पर अच्छी खासी रकम खर्च की जाती है। लेकिन, इसका लाभ आम लोगों को नहीं मिल पाता है। मनिहारी के गांधी टोला व बाघमारा घाट के तटीय इलाके में चल रहे कटाव रोधी कार्य का कुछ दिनों पहले मुख्य पार्षद राजेश कुमार उर्फ लाखो यादव व उप मुख्य पार्षद शुभम पोद्दार सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने जायजा लिया था। उन्होंने कटाव स्थल पर पहुंच कर बोल्डर पिचिंग कार्य व अन्य निर्माण कार्य का निरीक्षण किया था।
कटावरोधी कार्य में अनियमितता का आरोप
मुख्य पार्षद राजेश कुमार उर्फ लाखो यादव ने कहा कि कटाव रोधी कार्यस्थल पर अनियमितता के संकेत मिले थे। साथ ही उन्होंने कहा कि कटावस्थल पर जो बोल्डर पिचिंग स्पर बनाया गया है, उसमें कई स्थानों पर बोल्डर की जगह छोटे साइज के मेटल का उपयोग किया गया है और अभी तक संपूर्ण रूप से कटाव रोधी कार्य नहीं हो पाया है।
उन्होंने आगे बताया कि अब तक लगभग 60 प्रतिशत कार्य हो पाया है। ऐसे में स्थानीय ग्रामीण में भय का माहौल है क्योंकि मॉनसून शुरू हो चुका है और पहली ही बारिश में जगह जगह बोल्डर धंस गया है। गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है और हो रही बारिश से गंगा नदी में पानी की बढ़ोतरी हो रही है।1
5 जून तक खत्म होना था काम
मुख्य पार्षद ने बताया कि पूर्व में भी अधिकारी सहित संवेदक को कहा गया था कि कटाव रोधी कार्य में तेजी लाएं, तो उन्होंने कहा था कि 15 जून तक काम पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन अब तक काम पूरा नहीं हो पाया है और मनिहारी में कटाव का खतरा फिर एक बार मंडराने लगा है।
इससे पहले 100 करोड़ से अधिक राशि की लागत से कटाव रोधी कार्य किया गया था, वह कटाव की भेंट चढ़ गया था। इस पर ग्रामीणों ने कहा था कि कटाव रोधी कार्य गुणवत्तापूर्ण तरीके से नहीं किया गया, जिससे सारा बोल्डर गंगा नदी मे डूब गया था।
47 करोड़ रुपये से हो रहा कटावरोधी काम
इस साल भी 47 करोड़ रुपये की लागत से कटाव निरोधी कार्य किया जा रहा है, लेकिन अब तक संतोषजनक कार्य धरातल पर नहीं दिख रहा है।
स्थानीय निवासी दीपक कुमार पोद्दार ने कहा कि जिस तरह पूर्व में काम किया गया था, फिर वही काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांधी टोला के समीप कटाव रेलवे लाइन से करीब 50 मीटर की दूरी पर है। गांधी टोला के बोल्डर पिचिंग की चौड़ाई अधिक देनी चाहिए। मगर कम चौड़ाई दी गयी है। वहीं, दीपक कुमार पोद्दार ने आगे कहा कि जब स्थल पर अभियंता आए, तब हम सभी ग्रामीण उनके पास गये थे। उस वक्त उनके द्वारा फंड कम होने की बात कही गयी थी।
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