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किशनगंज में कांग्रेस ने लगाई “मोहब्बत की दुकान”, सांसद जावेद ने बीजेपी को घेरा

किशनगंज से कांग्रेस सांसद डॉ मोहम्मद जावेद आज़ाद ने किशनगंज में ‘मोहब्बत की दुकान’ के बैनर तले सदस्यता अभियान समारोह में शिरकत की। नगर क्षेत्र अंतर्गत लोहाड़ पट्टी कर्बला में हुए इस समारोह में उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और इलाके की आम जनता को संबोधित किया।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
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किशनगंज से कांग्रेस सांसद डॉ मोहम्मद जावेद आज़ाद ने किशनगंज में ‘मोहब्बत की दुकान’ के बैनर तले सदस्यता अभियान समारोह में शिरकत की। नगर क्षेत्र अंतर्गत लोहाड़ पट्टी कर्बला में हुए इस समारोह में उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और इलाके की आम जनता को संबोधित किया। इस सदस्यता अभियान में दो दर्जन से अधिक लोगों ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली।

डॉ जावेद आज़ाद ने इस अवसर पर मीडिया से बातचीत के दौरान भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर कई तीखे हमले किए और उनकी राजनीति को नफरत फैलाने वाला बताया और इस सदस्यता अभियान का प्रेरणास्रोत राहुल गाँधी की भारत जोड़ो यात्रा को बताया।

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सांसद डॉ जावेद ने कहा, “राहुल जी पूरे हिन्दुस्तान में घूम घूम कर कह रहे हैं कि हिन्दुस्तान में जब तक मोहब्बत रहेगी तब तक मुल्क बेहतर रहेगा। हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री जी और आरएसएस जो लोगों के दिल में खौफ और नफरत फैला रहे हैं उसको दूर करने की ज़रूरत है। राहुल जी से प्रेरणा लेते हुए हम लोगों ने तय किया है कि किशनगंज से मोहब्बत की दुकान के ज़रिए हम लोगों को अलग अलग कोनों में जाना होगा। आपस में जोड़ने वाली मोहब्बत कायम रखें और जो नफरत फैलाते हैं, उनसे परहेज़ करें। अगर मोहब्बत आगे बढ़ेगी तो नफरत खत्म होगी।”


“जो इस मुल्क में हैं वो यहीं रहेंगे”

पिछले दिनों भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने पूर्णिया में कहा था कि सीमांचल के इलाकों से बांग्लादेशी घुसपैठियों को निकाल फेकेंगे। इस पर सवाल पूछने पर डॉ आज़ाद ने कहा कि यह देश किसी के बाप की जागीर नहीं है, जो इस मुल्क में रहते हैं वो इसी मुल्क में रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पार्टी की नफरत की दुकानें धीरे धीरे बंद होना शुरू हो गई हैं।

उन्होंने इसकी दलील में कहा कि हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में प्रधानमंत्री ने 50-50 रैलियां कीं, लेकिन अधिकतर सीटों पर उनकी पार्टी के उम्मीदवार हार गए। लोग उनके झूठे वादों को समझ गए हैं और अब उनके नफरती भाषणों पर ध्यान नहीं देते हैं।

“प्रधानमंत्री पिछली बार बिहार की बोली लगा रहे थे”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे की अटकलें तेज़ हैं। खुद सम्राट चौधरी ने कहा था कि जून महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार का दौरा करेंगे। इस पर किशनगंज के संसद ने कहा कि बिहार में सबका स्वागत है लेकिन प्रधानमंत्री आते हैं और बड़ी बड़ी घोषणा कर के चले जाते हैं पर होता कुछ नहीं।

“बिहार में सब का स्वागत है। आप कोई भी आईये, लेकिन मेरी गुज़ारिश होगी कि विकास के लिए कुछ लेकर आइये। कुछ साल पहले जब वह आए थे, तो बोली लगा रहे थे बिहार की। इतना करोड़ दूँ, सवा लाख करोड़ दूँ तो उनसे पूछियेगा के सवा हज़ार करोड़ भी दिया है क्या आप ने। हमारी प्रति व्यक्ति आय हिंदुस्तान में सब से कम है। हमारे यहां से करोड़ो लोग परिवार को पालने के लिए अलग अलग राज्य में जा रहे हैं,” जावेद आज़ाद कहते हैं।

उन्होंने आगे कहा, “मैं संसद के बाहर पिछले चार साल से बैनर लेकर खड़ा हूँ कि किशनगंज में एएमयू का फंड दीजिये। हर मंत्रालय में आवेदन देने के बावजूद आज तक फंड नहीं मिला। बीजेपी वाले चाहते हैं कि बिहार के लोग ग़रीब रहें ताकि हिन्दुस्तान के अलग अलग कोने में यहाँ के लोग जाएँ और मज़दूरी करें ताकि वे लोग करोड़पति हों और यहाँ लोगों को खाने के लाले पड़ें। यह राजनीती नहीं चलेगी।”

किशनगंज सांसद ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि 2019 में बिहार में भाजपा ने 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन किशनगंज वालों ने बीजेपी की नफरत वाली राजनीति को नाकार दिया था। किशनगंज की जनता की तरह 2024 में पूरे बिहार में बीजेपी को एक एक एक सीट के लाले पर जायेंगे।

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सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

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