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किशनगंज: प्रशासन की अनुमति के बिना फेंका जा रहा कचड़ा, मरीज़ और छात्र परेशान 

कूड़ा जमा होने का यह स्थान किशनगंज के सबसे बड़े शिक्षा संस्थानों में से एक मारवाड़ी कॉलेज से ज़्यादा दूर नहीं है। कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र रोज़ाना उसी रास्ते से आना जाना करते हैं। पास में कई नर्सिंग होम और बाकी दुकानें भी मौजूद हैं।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
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waste disposal site in kishanganj

बिहार के किशनगंज जिले के नगर परिषद वार्ड संख्या 1 अंतर्गत पश्चिमपल्ली- कॉलेज रोड के पास कूड़े के ढेर से स्थानीय लोग परेशान हैं। कॉलेज रोड स्थित मदीना मार्केट और टीवीएस शोरूम के बीच एक खाली स्थान पर पिछले कुछ दिनों से गाड़ियों से कूड़ा करकट फेंका जा रहा है। इलाके में कूड़े का डंपिंग यार्ड बनता देख स्थानीय लोगों ने पिछले दिनों आवाज़ उठाई जिसके बाद किशनगंज नगर परिषद को लिखित सूचना दी गई थी।


कूड़ा जमा होने का यह स्थान किशनगंज के सबसे बड़े शिक्षा संस्थानों में से एक मारवाड़ी कॉलेज से ज़्यादा दूर नहीं है। कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र रोज़ाना उसी रास्ते से आना जाना करते हैं। पास में कई नर्सिंग होम और बाकी दुकानें भी मौजूद हैं।

फूलों की दुकान चला रहे मोहम्मद नसरुद्दीन टुनटुन ने बताया कि लगभग पिछले एक महीने से इस जगह कूड़ा फेंका जा रहा है। रोज़ाना कूड़े की छोटी गाड़ी आती है और कूड़ा गिरा जाती है जिसके कारण दिन भर जानवर घुमते रहते हैं और बदबू के कारण सबसे अधिक परेशानी होती है।


“बहुत बदबू आती है, ग्राहक दुकान में नहीं रुकते”

फूल विक्रेता टुनटुन कहते हैं, “दुर्गा पूजा से पहले यहां कूड़ा फेंकना शुरू किया गया है। उस समय आस पास के लोग हल्ला गुल्ला किए तो बोला गया कि अभी कई इलाकों में पानी भर गया है। जैसे ही पानी सूख जाएगा तो यहां कूड़ा नहीं फेंका जाएगा। एक महीने से ऊपर हो गया है अब, हर दिन एक छोटी गाड़ी में कूड़ा लाकर यहां फ़ेंक देता है।”

आगे उन्होंने कहा, “यहां पास में अस्पताल है, लोग भी रहते हैं और हम जैसे दुकानदार को भी बहुत दिक्कत हो रही है। इतनी बदबू आती है कि ग्राहक दुकान में रुकना नहीं चाहते। आजकल तो बिक्री भी कम हो गई है।”

पास में फर्नीचर की दुकान चला रहे सुभाष ने बताया कि पिछले 3 हफ़्तों से लगातार कूड़ा फेंका जा रहा है। हर रोज़ सुबह एक गाड़ी कचड़ा फ़ेंक जाती है जिससे इलाके में बदबू काफी बढ़ गई है और हवा के चलने से गंदगी दुकान के आगे आ जाती है।

कूड़े से छात्रों को हो रही दिक्कतें

कचड़े के ढेर के सामने सड़क पार एक कोचिंग सेंटर और हॉस्टल है। हॉस्टल के संचालक और मुख्य शिक्षक एहतेशाम जिलानी ने कहा कि कूड़ा जमा होने से हॉस्टल के बच्चों को दिक्कतें होती हैं। बदबू इतनी ज़्यादा होती है कि पढ़ाई में भी बाधा आती है।

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waste disposal land in kishanganj

वह कहते हैं, “इससे बहुत परेशानी हो रही है बच्चों को और कॉलोनी के बाकी लोगों को भी। गाड़ी लाकर कचड़ा फेंका जाता है। मना करने पर कचड़ा वाले कहते हैं कि नगर पालिका वाला फेंकने बोला है। यह बहुत ग़लत कर रहा है। लोग बीमार पड़ेंगे और यहां छोटे बच्चे रहते हैं, उनको सबसे ज्यादा तकलीफ है।”

स्थानीय निवासी शारिब ज़िया ने कहा कि इस स्थान पर कचड़ा पहले से ही रहता था लेकिन पिछले दिनों काफी अधिक कचड़ा फेंकना शुरू किया गया है। कचड़े के ढेर के पास दो नर्सिंग होम हैं, इस गन्दगी से मरीज़ और अधिक बीमार हो सकते हैं।

“पास में हमारी दुकान है, दुकान में भी बहुत बदबू आती है। यहां दो दो अस्पताल हैं, मरीज़ों को काफी परेशानी होती है। इस कचड़े को सड़क से हटाना चाहिए। किसी और जगह गिराएं। किसी भी तरह हो, यह साफ़ होना चाहिए, लोग काफी परेशान हैं। प्रशासन या जन प्रतिनिधि जो भी हों उन्हें इस पर ध्यान देना चाहिए,” स्थानीय निवासी शारिब ज़िया ने कहा।

नगर परिषद को दी गई लिखित शिकायत

वार्ड संख्या 2 के पार्षद अशोक पासवान ने बताया कि बरसात के समय शहर में पानी भरने से यहां कूड़ा फेंकना शुरू किया गया था। उस समय इस स्थान पर अस्थायी रूप से कूड़ा फेंकने की बात थी और कहा गया था कि पानी सूख जाने पर कूड़ा करकट यहां से हटा लिया जाएगा।

उन्होंने कहा, “बरसात के समय जो सारे शहर में चारों तरफ पानी आ चुका था तो उसी में पता नहीं किसके आदेश पर यहां कूड़ा गिरवा दिया है। इसको रोकना है किसी भी तरह। वार्ड के लोगों को भी ध्यान में रखना चाहिए कि कचड़ा कैसे आ रहा है, कहां से आ रहा है। हम लोग चेयरमैन साहब से बात किए हैं। अब पानी सूख गया है इसलिए जहां पहले कचड़ा फेंका जा रहा था, वहीं इसको शिफ्ट किया जाए।”

पार्षद अशोक पासवान ने आगे बताया कि इसको लेकर मुख्य पार्षद इंद्रदेव पासवान को एक लिखित आवेदन भी दिया गया है जिस पर जिला पदाधिकारी ने भी नगर पालिका को कचड़ा हटाने की हिदायत की है। इन सबके बावजूद कचड़ा फेंकना अभी तक जारी है।

मुख्य पार्षद ने कहा – नगर पालिका नहीं फ़ेंक रही कचड़ा

इस मामले में हमने किशनगंज नगर परिषद के मुख्य पार्षद इंद्रदेव पासवान से बात की। मुख्य पार्षद का कहना है कि नगर परिषद द्वारा वार्ड संख्या 2 के कॉलेज रोड पर दुर्गा पूजा से पहले कूड़ा फेंका गया था लेकिन उसके बाद कोई कूड़ा करकट नहीं फेंका गया है। अगर कोई गाड़ी आकर रोज़ाना कूड़ा फ़ेंक रही है तो स्थानीय लोग उसकी शिकायत करें, उस पर कार्रवाई होगी।

“दुर्गा पूजा के पहले बारिश में कचड़ा गिरा था, इधर से नहीं गिरा है। अगर कोई गाड़ी कूड़ा फेंकने आती है तो उसकी फोटो खींच कर हमें भेजें। स्थानीय लोग इसपर आपत्ति करें, गाड़ी का फोटो लें और लाइसेंस मांगें। हम लोग इस पर कार्रवाई करेंगे। यह कोई अधिकृत कूड़ा दान नहीं हैं,” इंद्रदेव पासवान ने कहा।

उन्होंने आगे यह भी बताया कि किशनगंज के महेश बथना में एक डंपिंग यार्ड की शुरुआत होने जा रही है। इसके अलावा किशनगंज के मोतीबाग में भी एक अधिकृत कूड़ा डंपिंग यार्ड है। वहां जल्द एक प्लांट बनाया जाएगा जिसमें कचड़े से खाद बनाने की योजना पर काम चल रहा है। नए साल में इस प्लांट के काम शुरू होने का अनुमान है।

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सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

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