Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

वोटबैंक की राजनीति करने वालों ने पूर्णिया और सीमांचल को अवैध घुसपैठ का ठिकाना बनाया: पूर्णिया में पीएम मोदी

पीएम मोदी पूर्णिया सीट पर एनडीए प्रत्याशी संतोष कुमार कुशवाहा के समर्थन में चुनाव प्रचार करने आये थे। उन्होंने लोगों से संतोष कुशवाहा और कटिहार सीट पर जदयू प्रत्याशी दुलाल चंद्र गोस्वामी के पक्ष में मतदान करने की अपील की।

Nawazish Purnea Reported By Nawazish Alam |
Published On :

बिहार के पूर्णिया में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वोटबैंक की राजनीति करने वालों ने पूर्णिया और सीमांचल को अवैध घुसपैठ का ठिकाना बनाकर यहां की सुरक्षा को दांव पर लगाया है। उन्होंने कहा कि 4 जून का परिणाम इसी सीमांचल की सुरक्षा तय करेगा।

पीएम मोदी पूर्णिया सीट पर एनडीए प्रत्याशी संतोष कुमार कुशवाहा के समर्थन में चुनाव प्रचार करने आये थे। उन्होंने लोगों से संतोष कुशवाहा और कटिहार सीट पर जदयू प्रत्याशी दुलाल चंद्र गोस्वामी के पक्ष में मतदान करने की अपील की।

पीएम मोदी ने उठाया कथित घुसपैठ का मुद्दा

संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने सीमांचल इलाक़े में कथित अवैध घुसपैठ का मुद्दा उठाया। सीमांचल को बिहार का संवेदनशील इलाक़ा बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि घुसपैठ की वजह से यहां रहने वाले दलित, पिछड़े और वंचितों को बहुत परेशानी हुई है। उन्होंने नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) का विरोध करने को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा।


“सीमांचल बिहार का एक संवेदनशील इलाक़ा है। वोटबैंक की राजनीति करने वालों ने पूर्णिया और सीमांचल को अवैध घुसपैठ का ठिकाना बनाकर यहां की सुरक्षा को दांव पर लगाया है। इसका शिकार हमारे दलित, वंचित, पिछड़े और ग़रीब को होना पड़ा है। हमारे दलित भाइयों तक के घरों को जलाया गया है,” उन्होंने कहा।

पीएम मोदी ने आगे कहा, “मैं आपको आश्वासन देना चाहता हूं कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाला हर तत्व सरकार की नज़र में है। 4 जून का परिणाम इसी सीमांचल की सुरक्षा तय करेगा। जो लोग राजनीतिक फायदे के लिये सीएए का विरोध कर रहे हैं यह मोदी है, यह ना डरने वाला है, ना झुकने वाला है।”

संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के शासनकाल को जंगलराज बताते हुए कहा कि जिस समय बिहार में जंगलराज हुआ करता था, उस समय सीमांचल में महाजंगलराज था और यहां हिंसा, अराजकता अपहरण और भ्रष्टाचार का उद्योग चलता था।

“नीतीश जी के नेतृत्व में हमने बहुत मुश्किल से उस दौर को बदला है। लेकिन, आज एक बार फिर जंगलराज और महाजंगलराज वाले लोग उस दौर की वापसी चाहते हैं। इनका एक ही एजेंडा है – भ्रष्टाचार और लूट… मेहनत गरीब जनता करे और मलाई आरजेडी लूटे, मोदी के रहते यह मुमकिन नहीं है,” उन्होंने कहा।

Also Read Story

हम और कभी इधर-उधर नहीं जायेंगे, जहां पर शुरू से हैं वहीं रहेंगे: अररिया में बोले सीएम नीतीश कुमार

अररिया इस बार इतिहास रचेगा, हमें सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है: राजद प्रत्याशी शाहनवाज़

इंडिया गठबंधन वाले आपस में ही लड़ रहे हैं”, अररिया में बोले जीतन राम मांझी 

कटिहार लोकसभा क्षेत्र: प्राणपुर में 66.77% वोटिंग, कटिहार में सबसे कम, महिला वोटर रहीं आगे

किशनगंज लोकसभा क्षेत्र: ठाकुरगंज में सबसे अधिक वोटिंग, अमौर में सबसे कम

“ना रोड है ना पुल, वोट देकर क्या करेंगे?” किशनगंज लोकसभा क्षेत्र के अमौर में क्यों हुआ वोटिंग का बहिष्कार?

किशनगंज लोकसभा क्षेत्र: अमौर के अधांग में वोटिंग का पूर्ण बहिष्कार, समझाने-बुझाने का प्रयास जारी

फेक न्यूज़ फैलाने के आरोप में जेल गये यूट्यूबर मनीष कश्यप बीजेपी में शामिल

Samastipur Lok Sabha Seat: नीतीश सरकार के दो मंत्री के बच्चों के बीच मुक़ाबला

“वो दिन दूर नहीं जब पूर्णिया में हवाई जहाज़ उतरेगा”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के लोगों की तारीफ करते हुए कहा कि यहां के लोगों में सामर्थ्य की कमी नहीं है। उन्होंने यहां के मखाना और जूट किसानों की भी तारीफ की और कहा कि बिहार का 20 प्रतिशत मखाना अकेले पूर्णिया के किसान ही पैदा करते हैं, यह हमारे प्रयासों से सफल हुआ है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि देश का पहला ग्रीनफील्ड एथेनॉल प्लांट पूर्णिया में लगाया गया है और कृषि और उद्योग के इन अवसरों को गति देने के लिये पूर्णिया में रेल और रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाया जा रहा है।

“हमारी सरकार सीमांचल में अच्छी सड़कों का निर्माण भी करवा रही है और अब तो वो दिन दूर नहीं जब पूर्णिया में हवाई जहाज़ भी उतरेगा। हमारी सरकार सीमांचल में वंदे भारत, नमो भारत जैसी ट्रेनों के ज़रिये कनेक्टिविटी बढ़ाने और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये भी काम करेगी,” उन्होंने कहा।

“प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचायेंगे संविधान की भावना”

पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने संविधान की भावना को देश के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने के लिये काम किया है। उन्होंने आगे कहा कि इस साल संविधान का 75वां साल शुरू हो रहा है और वे देश के कोने-कोने में बाबा साहब के संविधान की भावना को लेकर जायेंगे।

पीएम मोदी ने बिना कांग्रेस पार्टी का नाम लिये कहा कि इन लोगों ने आपातकाल के दौर में संविधान को रद्द कर संविधान को बंधक बनाने और उसे तोड़ने-मरोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि संविधान दलित, आदिवासी और पिछड़ों की ताक़त बना रहे, इसको लेकर सभी देशवासियों को काम करना होगा।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

नवाजिश आलम को बिहार की राजनीति, शिक्षा जगत और इतिहास से संबधित खबरों में गहरी रूचि है। वह बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने नई दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मास कम्यूनिकेशन तथा रिसर्च सेंटर से मास्टर्स इन कंवर्ज़ेन्ट जर्नलिज़्म और जामिया मिल्लिया से ही बैचलर इन मास मीडिया की पढ़ाई की है।

Related News

गैर-एनडीए सरकार घुसपैठ को बढ़ावा देती है: अररिया में बोले भाजपा नेता मनोज तिवारी

Supaul Lok Sabha Seat: क्या चल पाएगा राजद का दलित कार्ड या फिर जीतेंगे जदयू के दिलेश्वर कामत?

डॉ. जावेद और पीएम मोदी में झूठ बोलने का कंपटीशन चल रहा है: किशनगंज में बोले असदुद्दीन ओवैसी

26 अप्रैल को पीएम मोदी पहुंचेंगे अररिया, फारबिसगंज में करेंगे चुनावी सभा

अररिया में 20 लोगों का नामांकन रद्द, 9 प्रत्याशी मैदान में बचे

Madhepura Lok Sabha Seat: जदयू के दिनेश चंद्र यादव फिर बनेंगे सांसद या राजद के प्रोफेसर कुमार चंद्रदीप मारेंगे बाज़ी

Araria Lok Sabha Seat: लगातार दूसरी बार खिलेगा कमल या फिर राजद की जलेगी लालटेन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

किशनगंज: दशकों से पुल के इंतज़ार में जन प्रतिनिधियों से मायूस ग्रामीण

मूल सुविधाओं से वंचित सहरसा का गाँव, वोटिंग का किया बहिष्कार

सुपौल: देश के पूर्व रेल मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री के गांव में विकास क्यों नहीं पहुंच पा रहा?

सुपौल पुल हादसे पर ग्राउंड रिपोर्ट – ‘पलटू राम का पुल भी पलट रहा है’

बीपी मंडल के गांव के दलितों तक कब पहुंचेगा सामाजिक न्याय?