Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

बिहार के मुस्लिम शख्स के लाश को जलाना चाहती है सिक्किम प्रशासन!

बिहार के रहने वाले एक मुस्लिम शख्स की सिक्किम में कोरोना से मौत के बाद, वहाँ की प्रशासन उसके लाश को जलाना चाहती है। ये आरोप मृतक नूरुल हक के बेटे हसनैन ने लगाया है।

shah faisal main media correspondent Reported By Shah Faisal |
Published On :

बिहार के रहने वाले एक मुस्लिम शख्स की सिक्किम में कोरोना से मौत के बाद, वहाँ की प्रशासन उसके लाश को जलाना चाहती है। ये आरोप मृतक नूरुल हक के बेटे हसनैन ने लगाया है।

दरअसल, किशनगंज जिले के पोठिया थाना क्षेत्र के डुबानोची आमबाड़ी निवासी 38 वर्षीय नूरुल हक सिक्कीम के गेयजिंग में बतौर ड्राइवर अपना जीवन यापन करते थे। इसी बीच 7 मई 2021 को वे कोरोना की चपेट में आ गए। कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही उन्हें गेयजिंग के एक अस्पताल में भरती कराया गया। स्थिति बिगड़ी तो बेहतर इलाज के लिए 11 मई 2021 को गंगटोक के सुकेतांग STNM अस्पताल में भरती कराया गया, जहाँ नूरुल हक ने 24 मई 2021 को सुबह 3 बजे आखिरी साँस ली।

Also Read Story

पश्चिम बंगाल में मुस्लिम छात्र बना 12वीं में 2nd Topper, तो लोगों ने लिखा- “आतंकवादी बनेगा”

बिहारशरीफ हिंसा मामले में आरोपियों ने किया सरेंडर

बिहारशरीफ में कैसे और कहां से शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा?

मदरसा अजिजिया: तारीख का एक सुनहरा पन्ना, जो अब राख हो गया

सीमांचल को दूसरा कश्मीर नहीं बनने देंगे: प्रवीण तोगड़िया

कटिहार में मस्जिद के सामने ह्यूमन चेन की वायरल तस्वीर की पूरी कहानी

Exclusive: शादी की आतिशबाजी को पाक की जीत से जोड़ने के पीछे बजरंग दल

सीमांचल को साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की प्रयोगशाला बना रहे हिन्दुत्ववादी संगठन!

किशनगंज में हत्या को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश नाकाम

नूरुल हक के बेटे हसनैन के अनुसार उनके पिता की मौत के बाद सिक्किम प्रशासन लाश को परिजनों के सुपुर्द नहीं कर रही है, साथ ही यह बताया जा रहा है कि नूरुल हक के मृत शरीर को प्रशासन द्वारा जलाया जाएगा। हसनैन का कहना है कि लाश को जलाने की प्रथा हमारे धर्म में नहीं है, प्रशासन को ऐसा नहीं करना चाहिए।


सिक्किम प्रशासन के इस रवैये से हसनैन दर दर भटक कर लाश को परिजनों के सुपुर्द करने की मांग कर रहे हैं।

हसनैन के अनुसार उन्होंने सिक्किम प्रशासन के कई अधिकारीयों, अस्पताल प्रशासन और जन प्रतिनिधियों से बात की, लेकिन कोई मदद नहीं मिला। आगे उन्होंने बताया कि गंगटोक के एक आला अधिकारी ने जानकारी दी थी, अगर बिहार सरकार शव को लेना चाहे तो हम सौंपने को तैयार हैं।

इस बाबत बिहार के किशनगंज अनुमंडल पदाधिकारी ने 24 मई को ही पत्र लिख कर बता दिया है कि बिहार सरकार का ऐसा कोई कानून नहीं है कि लाश बाहर से न लाया जाए। इसीलिए मेरी गुजारिश हैं की किशनगंज के निवासी नूरुल हक़ का लाश को किशनगंज भेजा जाए।

मैं मीडिया की टीम ने गंगटोक के अधिकारीयों के बात करने की कोशिश की, लेकिन फ़ोन नहीं उठाया गया। इस पर Sikkim प्रशासन की प्रतिक्रिया आते ही खबर अपडेट कर दिया जाएगा।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

Shah Faisal is using alternative media to bring attention to problems faced by people in rural Bihar. He is also a part of Change Chitra program run by Video Volunteers and US Embassy. ‘Open Defecation Failure’, a documentary made by Faisal’s team brought forth the harsh truth of Prime Minister Narendra Modi’s dream project – Swacch Bharat Mission.

Related News

सीमांचल में 18 तबलीगी जमातियों को मिली राहत

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latests Posts

Ground Report

डालमियानगर औद्योगिक कस्बा के बनने बिगड़ने की पूरी कहानी

डालमियानगर के क्वार्टर्स खाली करने के आदेश से लोग चिंतित – “बरसात में घोंसले भी नहीं उजाड़े जाते”

अररिया पत्रकार हत्याकांड: वृद्ध माँ-बाप, दो विधवा, तीन बच्चों की देखभाल कौन करेगा?

कटिहार: ड्रेनेज सिस्टम के अधूरे काम से लोगों के घर कटने की कगार पर, नेशनल हाइवे का पुल भी धंसा

किशनगंज के टेढ़ागाछ प्रखंड में बिजली का बुरा हाल; डिबिया, मोमबत्ती और टॉर्च पर निर्भर ग्रामीण