बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने कहा कि वह उर्दू और बांग्ला भाषा के शिक्षक अभ्यर्थियों की परेशानी से अवगत हैं और ऐसे अभ्यर्थियों को चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर अतुल प्रसाद ने लिखा, “हम अहर्ता से संबंधित भाषा के प्रश्न-पत्रों में गैर-हिंदी उम्मीदवारों के सामने आने वाली कठिनाइयों से अवगत हैं। चिंता करने की कोई बात नहीं है।”
उल्लेखनीय है कि जिन अभ्यर्थियों ने वैकल्पिक भाषा के रूप में उर्दू या बांग्ला विषय का चयन किया था, उनको मजबूरी में हिंदी विषय की परीक्षा देनी पड़ी। क्योंकि, पेपर में उर्दू और बांग्ला विषय के प्रश्न पूछे ही नहीं गये।
इसको लेकर ‘मैं मीडिया’ ने शिक्षक अभ्यर्थियों से बात कर “BPSC शिक्षक भर्ती परीक्षा के क्वालीफाइंग पेपर में उर्दू व बांग्ला प्रश्न गायब, अभ्यर्थी चिंतित” शीर्षक से एक विस्तृत खबर प्रकाशित की थी।
बताते चलें कि भाषा से संबंधित यह एक क्वालिफाइंग पेपर है। जो अभ्यर्थी पेपर के इस भाग में उत्तीर्ण होंगे, उन्हीं अभ्यर्थियों के दूसरे भागों के उत्तरों का मूल्यांकन किया जायेगा। जो अभ्यर्थी भाषा से संबंधित इस क्वालिफाइंग पेपर में सफल नहीं होंगे, उनको असफल घोषित कर दिया जायेगा।
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