बिहार के शहीद दरोगा नंदकिशोर यादव के आश्रितों को अररिया एसपी अशोक कुमार सिंह ने ‘शहीद सम्मान निधि’ से 25 लाख रूपये का मुआवजा दिया है। शहीद दरोगा नंदकिशोर यादव समस्तीपुर स्थित मोहनपुर ओपी में अध्यक्ष के तौर पर पदस्थापित थे। एक रेड के क्रम में पशु तस्करों ने दारोगा को गोली मार दी थी, जिससे इलाज के क्रम में 15 अगस्त को नंदकिशोर यादव की मौत हो गई थी।
शहीद दरोगा अररिया जिले के पलासी प्रखंड स्थित दिघली गांव के रहने वाले थे। उनके निधन के बाद से ही राजनीतिक माहौल गरमाने लगा था। सभी विरोधी दलों के नेता सरकार से मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। इन मांगों पर मंगलवार को पूर्ण रूप से विराम लग गया। अररिया के एसपी अशोक कुमार सिंह दिघली गांव पहुंच कर शहीद दारोगा की पत्नी को 25 लख रुपए का चेक सौंपा।
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मौके पर एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि यह राशि बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा ‘शहीद सम्मान योजना’ के तहत दिया गया है। उन्होंने बताया कि बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा शहीदों के परिजनों को यह राशि सम्मान के रूप में दी जाती है, ताकि उनके आश्रितों को जीवन यापन में किसी प्रकार की परेशानी न हो।
उल्लेखनीय है कि 14 अगस्त की रात गश्ती पर निकले मोहनपुर ओपी अध्यक्ष नंदकिशोर यादव का मुठभेड़ पशु तस्करों से हो गया था। इसी क्रम में तस्करों द्वारा फायरिंग की गई। गोली शहीद दारोगा के आंख के ऊपर लगी थी। आननफानन में उन्हें पटना के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान 15 अगस्त की सुबह उनका निधन हो गया। शहीद अपने पीछे माता-पिता और पत्नी के साथ दो बच्चों को छोड़ कर गए हैं।
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