पूर्णिया की नमिता कुमारी ने अपनी मां के सपनों को साकार कर दिखाया है। वह बीपीएससी की 67वीं सिविल सेवा परीक्षा में सफल होकर एससी एसटी कल्याण पदाधिकारी के पद पर चयनित हुई हैं।
पूर्णिया के रामबाग स्थित डिफेंस कॉलोनी की रहने वाली नमिता कुमारी के पिता सत्यनारायण मंडल पूर्व फौजी हैं। नमिता कुमारी को बीपीएससी 67वीं परीक्षा में 1162वां रैंक मिला है। सफलता से उत्साहित नमिता ने बताया कि जो भी जिम्मेदारी उनको दी जायेगी, वह उसको सही तरीके से अंजाम देने की पूरी कोशिश करेंगी।
नमिता कुमारी ने बताया कि वह इससे पहले भी बीपीएससी 64वीं सिविल सेवा परीक्षा में सफल हुई थीं, लेकिन इंटरव्यू में कामयाबी नहीं मिली थी। जिस कारण कुछ दिन वह परेशान रही, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। वह लगातार मेहनत करती रही और अपने लक्ष्य पर डटी रही। उन्होंने दिल्ली और बिहार में रहकर सेल्फ स्टडी कर इस परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।
नमिता ने बताया कि सफलता में उनके पूरे परिवार की अहम भूमिका रही, जिन्होंने कभी उनको टूटने नहीं दिया। नमिता की मां ने सफलता का श्रेय ईश्वर और नमिता की मेहनत को दिया।
नमिता की मां ने आगे बताया कि पढ़ाई के दौरान ही उनकी शादी हो गई थी, जिस कारण वह ग्रेजुएट की पढ़ाई को पूरी नहीं कर पाई। तभी उन्होंने अपनी बच्ची को अधिकारी बनाने का संकल्प लिया था।
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वह अपने बच्चों की पढ़ाई को लेकर हमेशा चिंतित रहती थी। उनकी बेटी नमिता सरकारी अफसर बन गई। उन्होंने कहा कि आज उनका सपना पूरा हो गया। वहीं इस अवसर पर नमिता के पिता सत्यनारायण मंडल ने कहा कि बचपन से ही उन्होंने नमिता को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है। वह कहते हैं कि यह तो शुरूआत है, नमिता इससे अधिक ऊंचाई पर जाये, यही उनका ख्वाब है।
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