बिहार के किशनगंज स्थित अंजुमन इस्लामिया में ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने इजराइल के खिलाफ और फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध सभा का आयोजन किया। सभा में सैकड़ों लोग शामिल हुए।
AIMIM के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और अमौर से विधायक अख्तरुल ईमान कार्यक्रम के कर्ता-धर्ता थे। कार्यक्रम के आयोजन में AIMIM के अलावा राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल, मजलिसे अहरार इस्लाम, मजलिस उलेमा-ए-मिल्लत और इदारा कंजुल ईमान गांगी ने अपनी भागिदारी निभाई।
कार्यक्रम की शुरुआत में वक्ताओं द्वारा इजराइल-फिलिस्तीन विवाद के इतिहार पर रौशनी डाली गई। 7 अक्टूबर के बाद इजराइल द्वारा लगातार जवाबी कार्रवाई के विरोध में वक्ताओं ने अपनी बात रखी और युद्ध को रोकने की मांग की।
कार्यक्रम में AIMIM नेता अख्तरुल ईमान, पूर्णिया कॉलेज पूर्णिया के अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर रामदयाल पासवान और मौलाना सरवर इमाम कुम्मी ने मुख्य तौर से लोगों को संबोधित किया। इसके अलावा आधा दर्जन से अधिक वक्ताओं ने फिलिस्तीन के समर्थन में अपनी बात रखी।
विरोध सभा में बीच-बीच में “फिलिस्तीन-जिंदाबाद”, “इजराईल-मुर्दाबाद”, “हिन्दुस्तान-जिंदाबाद” जैसे नारे गूंजते रहे। छोटे बच्चों ने भी कविता के माध्यम से फिलिस्तीनी बच्चों के दर्द को साझा करने का प्रयास किया।
मानवीय राहत भेजने पर सरकार को मुबारकबादः अख्तरुल ईमान
AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान ने फिलिस्तीन के गाजा में मानवीय आधार पर राहत पहुंचाने के लिए भारत सरकार का शुक्रिया अदा किया। हालांकि, अख्तरूल ईमान ने इजराइल को लेकर भारत सरकार के बदलते रुख को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना भी की।
उन्होंने कहा कि भारत ने महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी से लेकर बीजेपी के अटल बिहारी वाजपेयी तक सबने फिलिस्तीन का समर्थन किया है।
“अटल बिहारी वाजपेयी तक ने यह कहा है कि जिस तरह भारत भारतीयों का है, इंग्लैण्ड अंग्रेजो का है उसी तरह फिलिस्तीन फिलिस्तीन के लोगों का है, अरबों का है। किसी यहूदियों के बाप की मीरास नहीं है। इसलिए फिलिस्तीन फिलिस्तीनियों को मिलना चाहिए,” उन्होंने कहा।
अख्तरुल ईमान ने आगे कहा, “आज मोदी जी ट्वीट कर देते हैं, लेकिन उसके बाद ख्याल आता है कि हम वाजपेयी जी की राह से भटक तो नहीं गए। फिर बाद में उन्होंने रिलीफ भेजा। हम इसके लिए मुबारकबाद देते हैं कि आपने रिलीफ भेजकर अहिंसा की सरजमीन भारत की इस पुरानी रिवायत को बाकी रखा। और मजलूम इंसानों की आपने मदद की।”
अमेरिका और युरोप द्वारा युद्ध का समर्थन दुर्भाग्यपूर्ण: प्रो. रामदयाल
विरोध सभा में मुसलमानों के साथ-साथ कई हिंदू वक्ताओं ने भी अपनी बात रखी। पूर्णिया कॉलेज के अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रामदयाल पासवान ने भी लोगों को संबोधित किया। प्रोफेसर रामदयाल पासवान ने इजराइल द्वारा लगातार फिलिस्तीन के गाजा में की जा रही बमबारी की निंदा की।
“आज गाज पट्टी और फिलिस्तीन में जो इजराइल के द्वारा बमबारी की जा रही है, जिस प्रकार इंसानियत को बमों से उड़ाया जा रहा है…मैं इस मंच से घोषणा करता हूं कि मैं फिलिस्तीन के साथ खड़ा हूं और इजराइल का विरोध करता हूं,” उन्होंने कहा।
उन्होंने आगे कहा, “10 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी बच्चों और महिलाओं का इजराइली सैनिकों द्वारा हत्या कर दी गई है। आज 23 दिन से युद्ध चल रहा है। इस युद्ध का समर्थन अमेरिका के द्वारा, ब्रिटेन के द्वारा, फ्रांस के द्वारा और युरोप के कई कंट्रियों (देशों) द्वारा किया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।”
प्रो. रामदयाल पासवान ने अपने संबोधन में इजराइल का लगातार समर्थन करने को लेकर अमेरिका और यूरोपीय देशों की कड़ी निंदा की। उन्होंने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि आज मुसलमानों का नहीं बल्कि इंसानियत का कत्ल हो रहा है।
प्रो पासवान ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इजराइल के समर्थन में किये गए ट्वीट को लेकर भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह हुक्मरानों को आगाह करना चाहते हैं कि भले ही वे इजराइल के समर्थन में हैं, लेकिन भारत की जनता फिलिस्तीन के साथ है।
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इंसानियत कत्ल हो रही है और इस्लामी देश बेखबर हैं: सरवर इमाम कुम्मी
विरोध सभा में शिया बिरादरी के लोगों की तादाद भी ठीक-ठाक थी। किशनगंज शिया मस्जिद के इमाम मौलाना सरवर इमाम कुम्मी भी वक्ता के तौर पर मौजूद थे। सरवर इमाम कुम्मी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हर रोज गाजा में इंसानियत का कत्ल हो रहा है और इस्लामी देश इजराइल से बेहतर संबंध बनाने में लगे हुए हैं।
“गाजा में रोज स्कूल और अस्पताल वीरान हो रहे हैं, यहां तक कि कलीसा (चर्च) भी महफूज नहीं है। कदीमी (प्राचीन) कलीस तक को वीरान कर दिया गया। इजराइल की तरफ से अस्पतालों को खाली करने की वार्निंग दी जा रही है। एक इंसानी आबादी को चारों तरफ से घेर कर निशाना बनाया जा रहा है और इस्लामी ममालिक (देश) अपने ताल्लुकात (संबंध) बनाने में लगे हुए हैं,” उन्होंने कहा।
मौलाना सरवर इमाम कुम्मी ने पुराने समय से अब तक भारतीय द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन में रहने को लेकर भारतीयों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भारतीयों ने हमेशा मजलूमों का साथ दिया है।
विरोध सभा के अंत में सामूहिक दुआ (प्रर्थना) का भी आयोजन हुआ जिसमें फिलिस्तीन के लोगों की हक में दुआएं की गईं। इसके अलावा भारत में अमन और शांति तथा हिंदू-मुस्लिम भाईचारा लगातार बनाए रखने के लिए भी दुआ मांगी गई।
दुआ के बाद अख्तरूल ईमान और अन्य लोगों ने किशनगंज के सर्किल ऑफिसर को अपना ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से फिलिस्तीन के गाजा में चल रहे युद्ध को रोकने को लेकर भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की गई।
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