बिहार के सहरसा में रक्त काली मंदिर स्थित बाबा कारू खिरहर संग्रहालय का बुरा हाल है। इस संग्रहालय में जितनी भी मूर्तियां रखी हुई थीं, सभी जमींदोज होती जा रही हैं।
दार्जिलिंग में जिधर देखिये उधर फुटबॉल खिलाड़ियों के पोस्टर और उनके देशों के झंडे दिखेंगे। खासतौर पर जर्सी और झंडे बेचने वाली दुकानों में काफी भीड़ देखी जा रही है।
सरस्वती पुस्तकालय देश की आजादी से भी पहले बना था और किसी जमाने में यह पुस्तकालय आसपास के जिलों का शिक्षा व कला के साथ सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियों का भी केंद्र हुआ करता था।
किशनगंज के बहदुरगंज से टेढ़ागाछ पथ के 21वें किलोमीटर में दो साल पहले झुनकी पुल का निर्माण किया गया था, जिसका एप्रोच रोड अभी तक तैयार नहीं हो सका है।
किसी की शादी होती है तो बारातियों और बाकी मेहमानों को अपनी गाड़ियां लगभग एक किलोमीटर पहले मुख्य सड़क पर छोड़ देना पड़ता है।
कटिहार ज़िले के अमदाबाद प्रखंड अंतर्गत लखनपुर पंचायत के बेलगच्छी गाँव के लोग पिछले कुछ सालों में हुए नदी कटान से परेशान हैं।
मटियारी घाट पर नाव तक जाने के लिए एक कच्ची सड़क है। अभी बरसात का मौसम नहीं है तो ग्रामीणों को थोड़ी बहुत राहत है।
कटिहार जिले के बलरामपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बिजौल गांव है। गांव के बीच से होकर नदी की एक पतली सी धारा बहती है जो बरसात के दिनों में रौद्र रूप धारण कर लेती है।
भारत में मजदूरों को सीधे तौर पर आर्थिक सहायता पहुंचाने के लिए भारत सरकार ने 7 सितंबर 2005 से महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना MGNREGA की शुरुआत की थी।
छोटा रघुनाथपुर से करीमुल्लाहपुर जाने के वाली सड़क पर अमदाबाद में करीब 15 मीटर की दूरी पर गंगा नदी पर दो छोटे-छोटे पुल बनाए गए हैं।
मैं मीडिया की टीम ने अररिया के गाछी टोला स्थित कुम्हारों से बात कर उनके रोजगार के हालात जानने की कोशिश की।
राजद विधायक इज़हार अस्फी ने खुले मंच से जदयू के नेता मुजाहिद आलम और उनके समर्थकों को धमकी देते हुए कहा कि उनकी जुबान खींचकर कुत्ते को खिला देंगे।
बहादुरगंज प्रखंड में समेश्वर हाट का उप स्वास्थ्य केंद्र में किसी का इलाज नहीं होता। क्योंकि यहां पिछले 10- 15 साल से डॉक्टर समेत अस्पताल का कोई स्टाफ नियमित तौर पर मौजूद नहीं है।
किशनगंज के मद्य निषेध व उत्पाद विभाग के अधिकारियों की मनमानी के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। मद्य निषेध विभाग के कार्यालय के बाहर लोगों ने जमकर हंगामा कर अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की।
भारत सरकार की एक योजना है “आयुष्मान भारत योजना” जिसे प्रधानमंत्री जनारोग्य योजना भी कहते हैं। इस योजना का शुभारम्भ 23 September 2018 को केंद्र सरकार ने की, योजना का मकसद था की गरीब लोगों का इलाज आसानी से और लगभग मुफ्त में हो जाये इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने सामाजिक, आर्थिक […]