यह किशनगंज के बहादुरगंज प्रखंड में समेश्वर हाट का उप स्वास्थ्य केंद्र है। लेकिन इस स्वास्थ्य केंद्र में किसी का इलाज नहीं होता। क्योंकि यहां पिछले 10- 15 साल से डॉक्टर समेत अस्पताल का कोई स्टाफ नियमित तौर पर मौजूद नहीं है।
इस क्षेत्र के लोगों को इलाज के लिए सात आठ किलोमीटर का सफर तय कर बहादुरगंज जाना पड़ता है।
इसको लेकर यहां के ग्रामीणों ने लोक शिकायत निवारण में आवेदन दिया था। लेकिन, ग्रामीणों का कहना है कि सिविल सर्जन द्वारा इसका कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया है।
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लोक शिकायत निवारण में आवेदन देने वाले हबीबुर्रहमान बताते हैं कि यहां करीब 10-15 साल से कोई डॉक्टर नहीं है इसलिए यहां के लोगों को साथ 8 किलोमीटर दूर जाकर इलाज करवाना पड़ता है।
दरअसल लोक शिकायत निवारण में की गई शिकायत के जवाब में सिविल सर्जन ने मुख्य रूप से तीन बातें कहीं हैं। पहली यह कि उप स्वास्थ्य केन्द्र, समेश्वर चालू स्थिति में है, परंतु इसका भवन क्षतिग्रस्त है। दूसरा, उप स्वास्थ्य केन्द्र, समेश्वर में जूली कुमारी, एएनएम के तौर पर पदस्थापित तथा कार्यरत हैं। और तीसरा यह कि चिकित्सा पदाधिकारी के तौर पर डॉ अभिमन्यु कुमार यादव का यहां पदस्थापन हुआ है, लेकिन क्योंकि इस स्वास्थ्य केंद्र का भवन नहीं है, इसलिए उनका ट्रांसफर मेहरगंज स्वास्थ्य केंद्र में कर दिया गया है।
स्थानीय युवक मिलन कुमार सिन्हा ने बताया कि यहां पदस्थापित एएनएम जूली कुमारी महीने में केवल एक बार आती हैं और टीकाकरण कर तीन-चार घंटे में ही वापस लौट जाती हैं।
मिलन कुमार सिन्हा डीएम, व स्थानीय विधायक से इसकी जांच कर मामले का निष्पादन करने की मांग करते हैं और ऐसा नहीं होने पर वह मुख्यमंत्री दरबार से लेकर प्रधानमंत्री दरबार तक जाने को तैयार हैं।
फिलहाल इस मामले को लेकर लोक शिकायत निवारण में 12 अक्टूबर को फिर से मामले की सुनवाई होनी है।
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