Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

कटिहार की तीन बेटियों ने BPSC परीक्षा में सफल होकर जिले का नाम किया रौशन

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने शनिवार को 67वीं संयुक्त परीक्षा का परिणाम घोषित किया है। परीक्षा में 799 उम्मीदवार अलग-अलग विभागों के लिए चयनित हुए हैं।

shadab alam Reported By Shadab Alam |
Published On :

बिहार के कटिहार जिले की तीन बेटियों ने बिहार लोक सेवा आयोग यानी कि BPSC की 67वीं संयुक्त परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। कामयाबी के बाद उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।

कटिहार के जगन्नाथपुरी बरमसिया की कल्पना कुमारी को चौथी बार में सफलता मिली है। वर्तमान में वह स्कूली शिक्षिका के तौर पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने घरवालों को दिया है। कल्पना कहती हैं कि उनकी मां और उनके पति ने उन्हें BPSC की तैयारी के लिए लगातार प्रेरित किया है, जिसकी वजह से ही उनको सफलता मिली है।

Also Read Story

BPSC TRE-3: इस तारीख को होगी रद्द हुई परीक्षा, BPSC ने जारी किया परीक्षा कैलेंडर

UPSC सिविल सर्विसेज़ परीक्षा में 1,016 सफल, आदित्य श्रीवास्तव बने टॉपर

BPSC TRE-3 के 5 अप्रैल की संभावित परीक्षा स्थगित

BPSC TRE-3 की 15 मार्च की परीक्षा रद्द करने की मांग तेज़, “रद्द नहीं हुई परीक्षा तो कट-ऑफ बहुत हाई होगा”

BPSC TRE-3: ठोस सबूत मिलने पर ही 15 मार्च की परीक्षा रद्द करने पर आयोग लेगा फैसला

BPSSC सब इंस्पेक्टर की मुख्य परीक्षा का रिज़ल्ट जारी, 7,623 उम्मीदवार कामयाब

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 3,120 नवनियुक्त कर्मचारियों को बांटे नियुक्ति पत्र

BPSC ने सिमुलतला विद्यालय के लिये निकाली शिक्षक पदों पर बहाली, 25 अप्रैल से करें आवेदन

BPSC TRE-3 में ले रहे हैं भाग तो परीक्षा को लेकर जान लीजिये ये बड़ा अपडेट

आपको बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने शनिवार को 67वीं संयुक्त परीक्षा का परिणाम घोषित किया है। परीक्षा में 799 उम्मीदवार अलग-अलग विभागों के लिए चयनित हुए हैं। कटिहार के रामनगर मुहल्ले की रहने वाली रानी कुमारी भी एसडीएम के पद पर चयनित हुई हैं। रानी अपनी सफलता से काफी उत्साहित हैं। रानी ने बताया कि वह शिक्षा के क्षेत्र में काम करना चाहती हैं।


रानी ने आगे बताया कि शिक्षा के अलावा महिलाओं के क्षेत्र में भी वह काम करना चाहती हैं। रानी का मानना है कि अगर महिलाएं शिक्षित होंगी तो पूरा परिवार शिक्षित होगा। रानी ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि अगर सफलता प्राप्त करनी है तो उनको नकारात्मक लोगों की बातों को इग्नोर करना सीखना होगा।

रानी के माता-पिता उसकी सफलता से फूले नहीं समा रहे हैं। रानी के पिता गुलाबचंद मंडल पेशे से शिक्षक हैं। गुलाबचंद मंडल ने बताया कि उन्होंने बेटी को हमेशा प्रेरित किया है और कहा है कि अगर लगातार मेहनत करोगी तो कामयाबी जरूर मिलेगी।

समेली प्रखंड के विषनीचक चांदपुर की रूपा कुमारी को BPSC परीक्षा में 165वां रैंक मिला है। वह बिहार प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित हुई हैं। रूपा 2019 से ही BPSC की तैयारी कर रही थीं। इससे पहले एक बार BPSC के मेंस परीक्षा में सफल भी हुई थी। रूपा ने बताया कि उन्होंने सेल्फ स्टडी के जरिये ही सफलता प्राप्त की है। BPSC अभ्यर्थियों को संदेश देते हुए रूपा ने कहा कि लगातार मेहनत करते रहने से ही कामयाबी मिलेगी।

रूपा के पिता नागेश्वर मंडल रिटायर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हैं। वह बताते हैं कि बच्ची की सफलता से परिवार के सभी लोग काफी खुश हैं। बेटी को पढ़ाई से संबंधित कोई दिक्कत न हो, इसलिए घर का एक कमरा रूपा को पढ़ने के लिए दे दिया गया था। वहीं रूपा की मां ने बताया कि उन लोगों ने रूपा को पढ़ाई के लिए पूरा समय दिया और शादी को लेकर कभी भी उसपर दबाव नहीं दिया।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

सय्यद शादाब आलम बिहार के कटिहार ज़िले से पत्रकार हैं।

Related News

BPSC की 68वीं सिविल सेवा परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को दस्तावेज़ अपलोड करने का आख़िरी मौक़ा

BPSC TRE-3 के एडमिट कार्ड में फोटो या हस्ताक्षर साफ नहीं है तो परीक्षा केंद्र पर ले जायें ये काग़ज़ात

BPSC के तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में 16 मार्च की परीक्षा कैंसिल

बिहार के आईटीआई कॉलेजों में वाइस प्रिंसिपल पदों पर निकली इतनी वैकेंसी, 25 मार्च से आवेदन

बिहार में स्कूल हेडमास्टर के 42 हज़ार से अधिक पदों के लिये 11 मार्च से करें आवेदन

BPSC TRE-3 के लिये 7 मार्च से एडमिट कार्ड होगा जारी, ऐसे करें डाउनलोड

BPSC 68वीं सिविल सेवा के अभ्यर्थी 6 मार्च से डाउनलोड कर सकेंगे उत्तर पुस्तिका

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

किशनगंज: दशकों से पुल के इंतज़ार में जन प्रतिनिधियों से मायूस ग्रामीण

मूल सुविधाओं से वंचित सहरसा का गाँव, वोटिंग का किया बहिष्कार

सुपौल: देश के पूर्व रेल मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री के गांव में विकास क्यों नहीं पहुंच पा रहा?

सुपौल पुल हादसे पर ग्राउंड रिपोर्ट – ‘पलटू राम का पुल भी पलट रहा है’

बीपी मंडल के गांव के दलितों तक कब पहुंचेगा सामाजिक न्याय?