बिहार के कटिहार जिले की तीन बेटियों ने बिहार लोक सेवा आयोग यानी कि BPSC की 67वीं संयुक्त परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। कामयाबी के बाद उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
कटिहार के जगन्नाथपुरी बरमसिया की कल्पना कुमारी को चौथी बार में सफलता मिली है। वर्तमान में वह स्कूली शिक्षिका के तौर पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने घरवालों को दिया है। कल्पना कहती हैं कि उनकी मां और उनके पति ने उन्हें BPSC की तैयारी के लिए लगातार प्रेरित किया है, जिसकी वजह से ही उनको सफलता मिली है।
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आपको बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने शनिवार को 67वीं संयुक्त परीक्षा का परिणाम घोषित किया है। परीक्षा में 799 उम्मीदवार अलग-अलग विभागों के लिए चयनित हुए हैं। कटिहार के रामनगर मुहल्ले की रहने वाली रानी कुमारी भी एसडीएम के पद पर चयनित हुई हैं। रानी अपनी सफलता से काफी उत्साहित हैं। रानी ने बताया कि वह शिक्षा के क्षेत्र में काम करना चाहती हैं।
रानी ने आगे बताया कि शिक्षा के अलावा महिलाओं के क्षेत्र में भी वह काम करना चाहती हैं। रानी का मानना है कि अगर महिलाएं शिक्षित होंगी तो पूरा परिवार शिक्षित होगा। रानी ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि अगर सफलता प्राप्त करनी है तो उनको नकारात्मक लोगों की बातों को इग्नोर करना सीखना होगा।
रानी के माता-पिता उसकी सफलता से फूले नहीं समा रहे हैं। रानी के पिता गुलाबचंद मंडल पेशे से शिक्षक हैं। गुलाबचंद मंडल ने बताया कि उन्होंने बेटी को हमेशा प्रेरित किया है और कहा है कि अगर लगातार मेहनत करोगी तो कामयाबी जरूर मिलेगी।
समेली प्रखंड के विषनीचक चांदपुर की रूपा कुमारी को BPSC परीक्षा में 165वां रैंक मिला है। वह बिहार प्रशासनिक सेवा के लिए चयनित हुई हैं। रूपा 2019 से ही BPSC की तैयारी कर रही थीं। इससे पहले एक बार BPSC के मेंस परीक्षा में सफल भी हुई थी। रूपा ने बताया कि उन्होंने सेल्फ स्टडी के जरिये ही सफलता प्राप्त की है। BPSC अभ्यर्थियों को संदेश देते हुए रूपा ने कहा कि लगातार मेहनत करते रहने से ही कामयाबी मिलेगी।
रूपा के पिता नागेश्वर मंडल रिटायर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हैं। वह बताते हैं कि बच्ची की सफलता से परिवार के सभी लोग काफी खुश हैं। बेटी को पढ़ाई से संबंधित कोई दिक्कत न हो, इसलिए घर का एक कमरा रूपा को पढ़ने के लिए दे दिया गया था। वहीं रूपा की मां ने बताया कि उन लोगों ने रूपा को पढ़ाई के लिए पूरा समय दिया और शादी को लेकर कभी भी उसपर दबाव नहीं दिया।
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