बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ से जुड़े किशनगंज के शिक्षकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को विद्यालय संचालन समय में बदलाव की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ का कहना है कि किशनगंज शिक्षा विभाग जिले के शिक्षकों के साथ भेदभाव कर रहा है। किशनगंज में सरकारी स्कूलों को 9 से 4 बजे तक संचालित करने का आदेश है जबकि राज्य के बाकी जिलों में सभी स्कूलों में 3 बजे तक छुट्टी दे दी जाती है।
राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष रागिबुर रेहमान ने बताया कि अपर मुख्य सचिव केके पाठक के पत्र में सरकारी स्कूलों को सुबह 9 से 3 बजे तक चलाने का निर्देश दिया गया है लेकिन किशनगंज में सभी जिलों के विपरीत चार बजे तक स्कूल संचालित हो रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, “पूरे बिहार के सभी जिलों में 9 से 3 हो रहा है, शनिवार के दिन 9 से डेढ़ हो रहा है लेकिन किशनगंज जिला हमेशा एक नमूना जिला रहा है। यहाँ पर हमारे पदाधिकारियों के द्वारा स्कूल सभी दिन यानी सोमवार से शनिवार तक सुबह 9 से 4 बजे तक चलाया जा रहा है। इस संबंध में हम ने जिला पदाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देकर अनुरोध किया कि शनिवार को स्कूल का समय सुबह 9 से डेढ़ बजे तक किया जाए और अन्य दिनों में 9 से 3 किया जाए।”
राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के सदस्य मोहम्मद बदरे आलम ने कहा कि शनिवार को जिले में स्कूल 9 से 4 बजे तक चलते हैं जबकि नियमस्वरूप शनिवार को डेढ़ बजे ही छुट्टी होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि शनिवार को 4 बजे के बाद छुट्टी करने का खामियाज़ा शिक्षकों को झेलना पड़ता है। अगर शनिवार को डेढ़ बजे ही छुट्टी मिले तो दूर दराज़ के शिक्षक अपने घर जाकर रविवार का अवकाश मना सकते हैं लेकिन फिलहाल वे अपने घर से वंचित हो रहे हैं।
राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के नगर सचिव तौहीद कासमी ने राज्य के तमाम स्कूलों में एक नियम रखने की मांग की और कहा कि तमाम जिलों के सभी स्कूलों में आदेश और स्कूल संचालन का समय एक होना चाहिए। “बिहार एक है, सभी जिले एक हैं, सभी स्कूलों में एक तरह की शिक्षा दी जाती है, सारे शिक्षक एक समान हैं तो नियम एक समान क्यों नहीं हैं? एकरूपता आनी चाहिए, हमारी यही मांग है,” तौहीद कासमी ने कहा।
क्या बोले जिला शिक्षा पदाधिकारी
इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष कुमार गुप्ता ने बताया कि हाईस्कूल और प्लस टू विद्यालयों का संचालन सुबह साढ़े नौ बजे से करने का निर्देश है और प्राइमरी स्कूलों का संचालन सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक किया जाना है । तीन बजे के बाद एक घंटे यानी चार बजे तक विद्यालयों में अन्य गतिविधियां कराई जाती हैं। उन्होंने शिक्षकों की मांग पर कहा कि उनकी मांगों पर वरीय अधिकारियों से विचार विमर्श कर उचित निर्णय लिया जायेगा।
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