बिहार के किशनगंज स्थित कोचाधामन प्रखंड अन्तर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय बाभन गांव के हेड मास्टर अबु रेहान हैदर को कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष कुमार गुप्ता ने तत्काल प्रभाव से यह निलंबन की कार्रवाई की है। साथ ही स्कूल के अन्य अनुपस्थित शिक्षकों के वेतन पर भी अगले आदेश तक रोक लगा दी गयी है।
मामले की जानकारी देते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष कुमार गुप्ता ने बताया कि अपर मुख्य सचिव के के पाठक किशनगंज में दो फरवरी को सुबह से ही स्कूलों का निरीक्षण कर रहे थे इसी दौरान उन्हें संबंधित स्कूल को लेकर ग्रामीणों द्वारा शिकायत मिली थी। शिकायत मिलने पर के के पाठक उत्क्रमित मध्य विद्यालय बाभन गांव का निरीक्षण करने पहुंच गए।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि जाँच के क्रम में मिला कि प्रधानाध्यापक अक्सर विद्यालय से अनुपस्थित रहते हैं और विद्यालय संचालन में उनकी रूचि नहीं है। जांच के पश्चात प्रधान शिक्षक अबु रेहान हैदर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
निरीक्षण के दौरान स्कूल के हेड मास्टर अबु रेहान हैदर के साथ अन्य कई शिक्षक और शिक्षिका स्कूल से अनुपस्थित पाये गए। इसके अलावे एमडीएम की गुणवत्ता, बच्चों की उपस्थिति समेत अन्य बिंदुओं पर जांच की गई तो कई अनियमितता उजागर हुई।
निलंबन को लेकर किशनगंज के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने एक आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि अबु रेहान हैदर बिना सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित थे। विद्यालय के शौचालय में ताला लगा हुआ था और प्रधानाध्यापक ने शौचालय में ताला लगाकर चाभी अपने पास रखा हुआ था।
स्कूल में मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता भी निम्न स्तर की पाई गई। रसोईया द्वारा मानक के अनुरूप खाना नहीं बनाया गया था। निरीक्षण के दिन छात्रों की उपस्थित भी कम थी। अधिकतर बच्चे पोशाक में नहीं थे तथा शौचालय के पीछ वाले कक्ष में कबाड़ था। विद्यालय के प्रधानाध्यापक और अन्य शिक्षकों के बीच तालमेल का भी अभाव देखने को मिला था।
छात्र-छात्राओं को मिलने वाले मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता में कमी देखकर पाठक भड़क गए और जिला शिक्षा पदाधिकारी को बच्चों को मिलने वाले भोजन में सुधार करने का निर्देश दिया था और गायब शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।
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वहीं, निरीक्षण के दौरान एक अन्य स्कूल में जब आठवीं के छात्रों को अपर मुख्य सचिव ने हिंदी पुस्तक पढ़ने को कहा तो किताब देखकर भी हिंदी पढ़ने में छात्र असमर्थ थे। केके पाठक ने कहा था कि ये हाल सिर्फ किशनगंज का नहीं है, बल्कि सभी जिलों का है, इसलिए पढ़ाई में कमजोर बच्चों के बेहतर शिक्षा देने के उद्देश्य से मिशन दक्ष की शरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि स्कूल में छुट्टी कर देने से बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है इसलिए वह स्कूल बंद करने की परम्परा के खिलाफ
बताते चलें कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक गुरुवार देर रात किशनगंज पहुंचे थे। उन्होंने शुक्रवार सुबह से सरकारी स्कूलों का निरीक्षण शुरू कर दिया था। निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने उन्हें कोचाधामन प्रखंड के बाभन टोली उत्क्रमित मध्य विद्यालय की बदहाल व्यवस्था पर लिखित शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि स्कूल के हेड मास्टर सिर्फ हाजिरी बना कर घर चले जाते हैं।
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