स्थानीय लोग बताते हैं कि जब से यहां आबादी बसनी शुरू हुई है, तब से लोग इस तालाब के किनारे छठ पूजा कर रहे हैं। मो. मारूफ के पूर्वजों के जमाने से ही यहां पर लोग छठ पर्व मना रहे हैं। वार्ड नंबर दो के ही पिंकू चौधरी ने गर्व के साथ बताया कि पोखर के मालिक मारूफ मुस्लिम होने के बावजूद पूरे छठ में तन मन से सहयोग करते हैं।
पोखर के एक किनारे पर ईदगाह है, जहां मुस्लिम समुदाय के लोग हर साल ईद और बकरीद की नमाज अदा करते हैं। वहीं, हिंदुओं की आस्था से जुड़े महापर्व छठ में हजारों व्रती और श्रद्धालु यहां सूर्य भगवान को अर्घ्य देते हैं।
पूर्णिया के रामबाग स्थित डिफेंस कॉलोनी की रहने वाली नमिता कुमारी के पिता सत्यनारायण मंडल पूर्व फौजी हैं। नमिता कुमारी को बीपीएससी 67वीं परीक्षा में 1162वां रैंक मिला है। सफलता से उत्साहित नमिता ने बताया कि जो भी जिम्मेदारी उनको दी जायेगी, वह उसको सही तरीके से अंजाम देने की पूरी कोशिश करेंगी।
पूरे देश में 16 अक्टूबर को“बाल विवाह मुक्त भारत” अभियान का आयोजन किया गया। इस मौके पर गैर सरकारी संगठन कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के सहयोगी संगठन जन निर्माण केंद्र ने किशनगंज जिले के 600 से अधिक स्थलों पर जागरूकता कार्यक्रम किया। इन कार्यक्रमों में लगभग एक लाख महिलाओं, बच्चों और आम लोगों ने बाल […]
रौशनी किशनगंज जिले की टेउसा पंचायत के सिमलबाड़ी गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने बताया कि 14 साल की उम्र में उनका बाल विवाह हो गया था जिसके कुछ वर्षों बाद उन्होंने बाल विवाह में फंसती बच्चियों को निकालने का अभियान शुरू किया।
दिल्ली से किशनगंज लौटी कुमारी गुड्डी का जोरदार स्वागत हुआ और प्लस टू हाई स्कूल सिंघिया में उनके लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। स्थानीय शिक्षक और ग्रामीणों सहित स्कूल के बच्चे बड़ी तादाद में शिक्षिका कुमारी गुड्डी को बधाई देने पहुंचे और फूल माला पहना कर उनका अभिवादन किया।
चंद्रयान 3 मिशन की सफलता में देश के अलग अलग हिस्सों से जिन सैकड़ों वैज्ञानिकों ने अपना योगदान दिया उनमें से एक कटिहार के मोहम्मद साबिर आलम भी हैं। बारसोई प्रखंड क्षेत्र के चापाखोर पंचायत अंतर्गत छोगड़ा गांव निवासी 25 वर्षीय वैज्ञानिक साबीर आलम भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान यानी इसरो में 'साइंटिस्ट इंजीनियर' के पद पर कार्यरत हैं।
कुशल प्रशासक की भांति छात्राओं के बीच जीवन बिताने वाली अनपढ़ महिला पर जब सरकार का ध्यान गया, तो उनका नाम पद्मश्री के लिए चयन हुआ और भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने 30 अप्रैल 1976 को उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया।
कटिहार में एक साधारण परिवार का बेटा भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बना है। लड़के का नाम सुखविंदर सिंह है। वह कटिहार के बरारी प्रखंड के लक्ष्मीपुर गांव निवासी समरेंद्र सिंह बंटी का पुत्र है।
जेपी आंदोलन में अब्दुल रहमान के साथ रहे वचन देव मोदी अपने मित्र रहमान के घर उनका हाल चाल पूछने आए हुए हैं। वह बताते हैं कि रहमान एक मिलनसार इंसान होने के साथ-साथ बेहतरीन कलाकार भी हैं।
प्रदेश के एक मात्र मुस्लिम बहुल जिला किशनगंज में मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति ने हनुमान जन्मोत्सव के खास मौके पर हनुमान मंदिर निर्माण के लिए अपनी कीमती जमीन दान कर गंगा जमुनी तहजीब का बेमिसाल उदाहरण पेश किया है।