Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

NEET परीक्षा परिणाम 2023: कटिहार के शशांक ने किया सीमांचल का नाम रौशन

20वें रैंक पर रहे कटिहार के शशांक सिन्हा 720 में से 712 अंक लाने में कामयाब रहे। शशांक सिन्हा राज्य में दूसरे सबसे अधिक अंक लाने वाले छात्र रहे। NEET परीक्षा में टॉप 50 में 2 बिहार से हैं।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
Published On :

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने मंगलवार को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) 2023 के परिणाम घोषित किए। इस बार 20,38,596 बच्चों ने NEET परीक्षा दी थी जिसमें 11,45,976 छात्रों ने सफलता हासिल की है। इस परीक्षा में बिहार के 64,916 छात्र सफल हुए हैं।

तमिलनाडु के प्रभंजन जे. और आंध्र प्रदेश के बी. वरुण चक्रवर्ती 720 में से 720 अंक लाकर शीर्ष स्थान पर रहे। बिहार के शशांक कुमार ने 14वां रैंक हासिल किया है जबकि कटिहार के शशांक सिन्हा ने 20वां रैंक लाकर NEET टॉप 50 में बिहार का प्रतिनिधित्व किया। 14वां रैंक लाने वाले शशांक कुमार पटना के रहने वाले हैं। उन्होंने 720 में 715 अंक हासिल किये ।

Also Read Story

CBSE ने जारी किया 10वीं का रिज़ल्ट, 93.6% छात्र सफल, पिछले साल से बेहतर रिज़ल्ट

BPSC हेडमास्टर पदों के लिये आयु सीमा में छूट मिलने वाले अभ्यर्थियों का 11 मई से आवेदन

BSEB सक्षमता परीक्षा के आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी, कॉमर्स को वैकल्पिक विषय समूह में किया शामिल

अदालत ने ही दी नौकरी, अदालत ने ही ली नौकरी, अब क्या करे अनामिका?

सक्षमता परीक्षा-2 के लिये 26 अप्रैल से आवेदन, पहले चरण में सफल शिक्षक भी ले सकेंगे भाग

बिहार के स्कूलों में शुरू नहीं हुई मॉर्निंग शिफ्ट में पढ़ाई, ना बदला टाइम-टेबल, आपदा प्रबंधन विभाग ने भी दी थी सलाह

Bihar Board 10th के Topper पूर्णिया के लाल शिवांकर से मिलिए

मैट्रिक में 82.91% विधार्थी सफल, पूर्णिया के शिवांकार कुमार बने बिहार टॉपर

31 मार्च को आयेगा मैट्रिक परीक्षा का रिज़ल्ट, इस वेबसाइट पर होगा जारी

कटिहार के शशांक सिन्हा टॉप 20 में शामिल

20वें रैंक पर रहे कटिहार के शशांक सिन्हा 720 में से 712 अंक लाने में कामयाब रहे। शशांक सिन्हा राज्य में दूसरे सबसे अधिक अंक लाने वाले छात्र रहे। NEET परीक्षा में टॉप 50 में 2  बिहार से हैं।


बेंचमार्क विकलांगता वाली छात्राओं की टॉप 10 सूची में बिहार की नादिया नरगिस भी शामिल हैं। नादिया 578 अंक हासिल कर 42,832 रैंक पर रहीं।

बता दें कि 7 मई 2023 को 499 शहरों में NEET परीक्षा कराई गई थी जिसमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे। इस साल देने वाले 20,38,596 छात्रों में 20,36,316 भारतीय थे। 1,494 छात्र एनआरआई, ओसीआई थे जबकि 786 छात्र विदेशी थे।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

Related News

सक्षमता परीक्षा का रिज़ल्ट जारी, 93.39% शिक्षक सफल, ऐसे चेक करें रिज़ल्ट

बिहार के सरकारी स्कूलों में होली की नहीं मिली छुट्टी, बच्चे नदारद, शिक्षकों में मायूसी

अररिया की साक्षी कुमारी ने पूरे राज्य में प्राप्त किया चौथा रैंक

Bihar Board 12th Result: इंटर परीक्षा में 87.54% विद्यार्थी सफल, http://bsebinter.org/ पर चेक करें अपना रिज़ल्ट

BSEB Intermediate Result 2024: आज आएगा बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम, छात्र ऐसे देखें अपने अंक

मधुबनी डीईओ राजेश कुमार निलंबित, काम में लापरवाही बरतने का आरोप

बिहार में डीएलएड प्रवेश परीक्षा 30 मार्च से, परीक्षा केंद्र में जूता-मोज़ा पहन कर जाने पर रोक

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

बिहार-बंगाल सीमा पर वर्षों से पुल का इंतज़ार, चचरी भरोसे रायगंज-बारसोई

अररिया में पुल न बनने पर ग्रामीण बोले, “सांसद कहते हैं अल्पसंख्यकों के गांव का पुल नहीं बनाएंगे”

किशनगंज: दशकों से पुल के इंतज़ार में जन प्रतिनिधियों से मायूस ग्रामीण

मूल सुविधाओं से वंचित सहरसा का गाँव, वोटिंग का किया बहिष्कार

सुपौल: देश के पूर्व रेल मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री के गांव में विकास क्यों नहीं पहुंच पा रहा?