Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

केके पाठक ने अररिया के स्कूलों का किया निरीक्षण

स्कूल के निरीक्षण के बाद केके पाठक ने कहा की एक सर्वे में अररिया के सरकारी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति 20% बतायी गई थी लेकिन अब जिले में छात्रों की औसतन हाज़री 50% से भी अधिक है और रहिका टोला मध्य विद्यालय में यह आंकड़ा 81% तक पहुँच चुका है।

ved prakash Reported By Ved Prakash |
Published On :

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक इन दिनों सीमांचल दौरे पर हैं। गुरुवार को पहले उन्होंने अररिया जिले के गैयारी स्थित विद्यालय का निरक्षण किया। इसके बाद वह शिवपुरी वार्ड संख्या 9 में स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय रहिका टोला पहुंचे जहां उन्होंने विद्यालय की व्यवस्था का जायज़ा लिया और छात्रों से बातचीत की।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि कुछ कक्षाओं में बेंच की कमी है जिसके लिए उन्होंने अधिकारियों को छात्रों के लिए बेंच और डेस्क मुहैया कराने का आदेश दिया।

Also Read Story

स्कूलों के नये टाइम-टेबल को बदलने की मांग कर रहे बिहार के शिक्षक, चलाया ट्विटर ट्रेंड #ReviseSchoolTime

CBSE ने जारी किया 10वीं का रिज़ल्ट, 93.6% छात्र सफल, पिछले साल से बेहतर रिज़ल्ट

BPSC हेडमास्टर पदों के लिये आयु सीमा में छूट मिलने वाले अभ्यर्थियों का 11 मई से आवेदन

BSEB सक्षमता परीक्षा के आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी, कॉमर्स को वैकल्पिक विषय समूह में किया शामिल

अदालत ने ही दी नौकरी, अदालत ने ही ली नौकरी, अब क्या करे अनामिका?

सक्षमता परीक्षा-2 के लिये 26 अप्रैल से आवेदन, पहले चरण में सफल शिक्षक भी ले सकेंगे भाग

बिहार के स्कूलों में शुरू नहीं हुई मॉर्निंग शिफ्ट में पढ़ाई, ना बदला टाइम-टेबल, आपदा प्रबंधन विभाग ने भी दी थी सलाह

Bihar Board 10th के Topper पूर्णिया के लाल शिवांकर से मिलिए

मैट्रिक में 82.91% विधार्थी सफल, पूर्णिया के शिवांकार कुमार बने बिहार टॉपर

‘मैं मीडिया’ ने बीते 28 अगस्त को इसी स्कूल के प्रांगण में जलजमाव की समस्या पर एक खबर चलाई थी। इस समस्या को लेकर मुख्य अपर सचिव केके पाठक ने अधिकारीयों से मनरेगा योजना के तहत स्कूल के सामने मिट्टी भरवाने को कहा। रहिका टोला मध्य विद्यालय के प्रांगण में एक प्राथमिक विद्यालय भी चलता है जिसे उन्होंने मर्ज करने की बात कही।


स्कूल के निरीक्षण के बाद केके पाठक ने कहा की एक सर्वे में अररिया के सरकारी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति 20% बतायी गई थी लेकिन अब जिले में छात्रों की औसतन हाज़री 50% से भी अधिक है और रहिका टोला मध्य विद्यालय में यह आंकड़ा 81% तक पहुँच चुका है।

वहीं मध्य विद्यालय रहिका टोला की प्रधान शिक्षिका गौरी देवी ने कहा कि अपर मुख्य सचिव स्कूल की साफ सफाई और छात्रों की उपस्थिति से संतुष्ट हुए। हालांकि बेंच की कमी को देखते हुए उन्होंने स्थानीय शिक्षा पदाधिकारी को जल्द से जल्द बच्चों के लिए बेंच उपलब्ध कराने को कहा।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

अररिया में जन्मे वेद प्रकाश ने सर्वप्रथम दैनिक हिंदुस्तान कार्यालय में 2008 में फोटो भेजने का काम किया हालांकि उस वक्त पत्रकारिता से नहीं जुड़े थे। 2016 में डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कदम रखा। सीमांचल में आने वाली बाढ़ की समस्या को लेकर मुखर रहे हैं।

Related News

31 मार्च को आयेगा मैट्रिक परीक्षा का रिज़ल्ट, इस वेबसाइट पर होगा जारी

सक्षमता परीक्षा का रिज़ल्ट जारी, 93.39% शिक्षक सफल, ऐसे चेक करें रिज़ल्ट

बिहार के सरकारी स्कूलों में होली की नहीं मिली छुट्टी, बच्चे नदारद, शिक्षकों में मायूसी

अररिया की साक्षी कुमारी ने पूरे राज्य में प्राप्त किया चौथा रैंक

Bihar Board 12th Result: इंटर परीक्षा में 87.54% विद्यार्थी सफल, http://bsebinter.org/ पर चेक करें अपना रिज़ल्ट

BSEB Intermediate Result 2024: आज आएगा बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम, छात्र ऐसे देखें अपने अंक

मधुबनी डीईओ राजेश कुमार निलंबित, काम में लापरवाही बरतने का आरोप

One thought on “केके पाठक ने अररिया के स्कूलों का किया निरीक्षण

  1. Government Girls middle school chandni chauk arariya ka haal bahut kharab h room, toilet, benches sab bahut kharab sthiti me h

Leave a Reply to Shiv mohan Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

किशनगंज के इस गांव में बढ़ रही दिव्यांग बच्चों की तादाद

बिहार-बंगाल सीमा पर वर्षों से पुल का इंतज़ार, चचरी भरोसे रायगंज-बारसोई

अररिया में पुल न बनने पर ग्रामीण बोले, “सांसद कहते हैं अल्पसंख्यकों के गांव का पुल नहीं बनाएंगे”

किशनगंज: दशकों से पुल के इंतज़ार में जन प्रतिनिधियों से मायूस ग्रामीण

मूल सुविधाओं से वंचित सहरसा का गाँव, वोटिंग का किया बहिष्कार