Main Media

Seemanchal News, Kishanganj News, Katihar News, Araria News, Purnea News in Hindi

Support Us

IMPACT: ‘खगड़ा मेला महोत्सव’ को सरकार की हरी झंडी, राजकीय मेला की मांग को मिली मज़बूती

पिछले दिनों किशनगंज के ऐतिहासिक खगड़ा मेले को राजकीय मेला घोषित करने के लिए जिला प्रसाशन ने राजस्व और भूमि सुधार विभाग को प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव के जवाब में सांस्कृतिक कार्य निदेशालय, बिहार ने ‘खगड़ा मेला महोत्सव’ के आयोजन को मंज़ूरी दी है। विभाग ने 2023 के सांस्कृतिक कैलेंडर में महोत्सव के लिए 2 लाख रुपये आवंटित किये हैं।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
Published On :

पिछले दिनों किशनगंज के ऐतिहासिक खगड़ा मेले को राजकीय मेला घोषित करने के लिए जिला प्रसाशन ने राजस्व और भूमि सुधार विभाग को प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव के जवाब में सांस्कृतिक कार्य निदेशालय, बिहार ने ‘खगड़ा मेला महोत्सव’ के आयोजन को मंज़ूरी दी है। विभाग ने 2023 के सांस्कृतिक कैलेंडर में महोत्सव के लिए 2 लाख रुपये आवंटित किये हैं।

खगड़ा मेला महोत्सव के लिए जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में एक बैठक बुलाई गई। बैठक में खगड़ा मेला महोत्सव पर विस्तृत चर्चा की गई। सभी सदस्यों ने खगड़ा मेले के बारे में जानकारी साझा की और इसके साथ साथ खगड़ा मेला और खगड़ा हाट को पुनर्जीवित कर उन्हें भव्य बनाने पर सहमति व्यक्त की।

Also Read Story

IMPACT: 15 मार्च को हुई BPSC के तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा रद्द

किशनगंज: बगलबाड़ी-मसना बस्ती में नाबालिग से बलात्कार व हत्या का नामजद आरोपी गिरफ्तार

असर: ‘मैं मीडिया’ की खबर वायरल होने के बाद बंगाल के स्कूल में पहली मंज़िल पर चढ़ने के लिए बनायी गयी सीढ़ी

खबर का असर: जर्जर हो चुके किशनगंज के राजकीय कन्या मध्य विद्यालय में भवन निर्माण शुरू

BPSC TRE-2: उर्दू-बांग्ला अभ्यर्थियों के लिये आया बड़ा अपडेट, पास होने के लिये इतने नंबर जरूरी

‘मैं मीडिया’ की खबर के बाद BPSC सचिव से मिले राजद MLC – “उर्दू-बंग्ला अभ्यर्थियों के लिये क्वालीफ़ाईंग पेपर बाधा नहीं होगा”

IMPACT: “BPSC TRE-2 के भाषा (अहर्ता) पेपर में गैर-हिंदी (उर्दू-बंगला) उम्मीदवारों को चिंता करने की जरूरत नहीं”

खबर का असर: किशनगंज के मदीना मार्किट के पास पड़े कूड़ों की सफाई शुरू

IMPACT: आयु सीमा में छूट विकल्प को लेकर अभ्यर्थियों को फॉर्म एडिट करने की आवश्यकता नहीं

इस बैठक में 24 दिसंबर को खगड़ा मेला महोत्सव का आयोजन कराने पर सहमति बनी है। बैठक में जिला प्रशासन के अधिकारियों और नगर परिषद के ओहदेदारों ने शिरकत कर मेले की तैयारियों पर चर्चा की। चर्चा के दौरान ग्राउंड के निर्देशांकन, मिट्टी भराई जैसे मुद्दों पर खास ज़ोर दिया गया।


‘मैं मीडिया’ की खबरों का असर

पिछले साल दिसंबर और इसी साल जनवरी में ‘मैं मीडिया’ ने ऐतिहासिक खगड़ा मेला के गौरवशाली इतिहास और इसकी बदहाली पर सिलसिलेवार कई ख़बरें चलाई थीं। उन दिनों आसमान छूते खर्चों के कारण खगड़ा मेले के डाक के लिए संवेदक ढूंढ़ना मुश्किल हो रहा था। 9 फरवरी 2023 को कोरोना काल के बाद पहली बार किशनगंज का खगड़ा मेला आरंभ हुआ था।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

Related News

IMPACT: किशनगंज की मुख्य सड़क पश्चिम पल्ली-मारवाड़ी कॉलेज रोड की मरम्मत शुरू

IMPACT: बहादुरगंज के समेश्वर उप-स्वास्थ्य केंद्र की हुई मरम्मत, सप्ताह मे तीन दिन बैठने लगे डॉक्टर

अररिया: पत्रकार विमल यादव हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता रूपेश पुलिस रिमांड में

IMPACT: पोठिया के आमबाड़ी में बनेगी 3 किलोमीटर लंबी सड़क

मदरसा अज़ीज़िया के पुनर्निर्माण के लिए बिहार सरकार देगी 30 करोड़ रुपए

जलजमाव पर ख़बर प्रसारित होने के दूसरे दिन ही सड़क की मरम्मत शुरू

किशनगंज: अपहृत डीलर तमीजुद्दीन सकुशल बरामद

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

अररिया में पुल न बनने पर ग्रामीण बोले, “सांसद कहते हैं अल्पसंख्यकों के गांव का पुल नहीं बनाएंगे”

किशनगंज: दशकों से पुल के इंतज़ार में जन प्रतिनिधियों से मायूस ग्रामीण

मूल सुविधाओं से वंचित सहरसा का गाँव, वोटिंग का किया बहिष्कार

सुपौल: देश के पूर्व रेल मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री के गांव में विकास क्यों नहीं पहुंच पा रहा?

सुपौल पुल हादसे पर ग्राउंड रिपोर्ट – ‘पलटू राम का पुल भी पलट रहा है’