Main Media

Get Latest Hindi News (हिंदी न्यूज़), Hindi Samachar

Support Us

खबर का असर: किशनगंज के मदीना मार्किट के पास पड़े कूड़ों की सफाई शुरू

जहां कूड़ा जमा हो गया था, वहां पास में कई नर्सिंग होम हैं जहां के मरीज़ों को इससे काफी दिक्कत हो रही थी। पास में ही बच्चों का हॉस्टल भी है, कूड़े की बदबू और जानवरों की जमघट से छात्र काफी परेशान थे।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
Published On :
cleaning of garbage lying near madina market of kishanganj started

किशनगंज नगर परिषद वार्ड संख्या 1 अंतर्गत पश्चिमपाली – कॉलेज रोड स्थित मदीना मार्केट के पास बढ़ रहे कचरे की सफाई की जा रही है। सोमवार को किशनगंज नगर परिषद् की तरफ से जेसीबी और ट्रक भेजकर कूड़ा उठाने का काम शुरू कर दिया गया है। नगर परिषद के कूड़ा विभाग के एक ड्राइवर नदीम आलम ने बताया कि इस कूड़े करकट को महेश बथना में बने नगर परिषद् के अधिकृत डंपिंग यार्ड में फेंका जाएगा।


बता दें कि पश्चिमपाली – कॉलेज रोड स्थित मदीना मार्केट और टीवीएस शोरूम के बीच एक खाली स्थान पर पिछले कुछ दिनों से गैर अधिकृत तौर पर गाड़ियों से कूड़ा फेंका जा रहा था। इलाके में कूड़े का एक नया डंपिंग यार्ड बनता देख स्थानीय लोगों ने पिछले दिनों आवाज़ उठाई जिसके बाद किशनगंज नगर परिषद को लिखित सूचना दी गई थी।

जहां कूड़ा जमा हो गया था, वहां पास में कई नर्सिंग होम हैं जहां के मरीज़ों को इससे काफी दिक्कत हो रही थी। पास में ही बच्चों का हॉस्टल भी है, कूड़े की बदबू और जानवरों की जमघट से छात्र काफी परेशान थे।


इस मामले में ‘मैं मीडिया’ ने बीते 13 नवंबर को “किशनगंज: प्रशासन की अनुमति के बिना फेंका जा रहा कचड़ा, मरीज़ और छात्र परेशान” इस शीर्षक के साथ खबर चलाई थी जिसका अब असर देखने को मिला है। उसी दौरान हमने किशनगंज नगर परिषद् के मुख्य पार्षद से बात की थी और उन्होंने कचरा साफ़ कराने का आश्वासन दिया था। 22 दिनों बाद नगर परिषद् ने गाड़ियां भेजकर कूड़ा उठाना शुरू कर दिया है। कूड़ा उठाने वाली गाड़ी के चालक ने बताया कि एक गाड़ी कूड़ा लेकर जा चुकी है, दूसरी गाड़ी में अभी कूड़ा भरा जा रहा है और जल्द ही यहां से पूरा कचरा हटा लिया जाएगा।

Also Read Story

खबर का असर: किशनगंज पुलिस ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर किया केस दर्ज

Impact: किशनगंज की रमज़ान नदी के सौंदर्यीकरण के लिए ₹9.87 करोड़ का टेंडर जारी

खबर का असर: किशनगंज के पोठिया में डोंक घाट पर बनेगा पुल

‘मैं मीडिया’ की खबर के 24 घंटे के भीतर NH 27 पर ₹403.05 करोड़ के मेंटेनेंस कार्य के सुपरविजन का टेंडर जारी

Impact: किशनगंज के असुरा व निसंद्रा घाट के बीच बनेगा पुल

Impact: किशनगंज शहर की रमजान नदी का होगा कायाकल्प

Impact: किशनगंज में हुआ बायोगैस प्लांट का उद्घाटन

IMPACT: ₹1117.01 करोड़ की लागत से बनेगी किशनगंज-बहादुरगंज 4-लेन सड़क

Impact: बारसोई के खुराधार पर पुल और सड़क निर्माण के लिए विभाग ने कराया सर्वे

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

Related News

Impact: कटिहार के कोटा घाट पर पुल निर्माण के लिए विभाग ने कराया सर्वे

असर: पटना हाइकोर्ट ने शराब के साथ जब्त 2.24 लाख रुपये आरोपी को लौटाने का दिया आदेश

सिपाही अभ्यर्थी किसी भी अवधि का एनसीएल व ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट कर सकते हैं जमा

महानंदा बेसिन परियोजना: फ़ेज -2 को लेकर इंजीनियरों की कमेटी का क्षेत्र मुआयना

Impact: ‘मैं मीडिया’ की ग्राउंड रिपोर्ट के बाद अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने सीमांचल के मदरसों का किया दौरा

असर: हमारी ग्राउंड रिपोर्ट के बाद विधानसभा में उठा पंचायत कचड़ा घर व वेतन का मुद्दा

असर: किशनगंज सेक्सटॉर्शन मामले में मुख्य आरोपी फरहान गिरफ्तार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

दशकों से एक पुराने टूटे पुल के निर्माण की राह तकता किशनगंज का गाँव

क्या पूर्णिया के गाँव में मुसलमानों ने हिन्दू गाँव का रास्ता रोका?

बिहार में जीवित पेंशनधारियों को मृत बता कर पेंशन रोका जा रहा है?

शादी, दहेज़ और हत्या: बिहार में बढ़ते दहेज उत्पीड़न की दर्दनाक हकीकत

किशनगंज: एक अदद सड़क को तरसती हजारों की आबादी