कटिहार के बारसोई में बिजली उपभोक्ताओं पर पुलिस फायरिंग के मामले में भाजपा नेताओं की कड़ी आलोचना के बाद अब AIMIM के नेता अख्तरुल ईमान की भी प्रतिक्रिया आई है।
AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष और अमौर विधायक ने इस घटना को सरकार की नाकामी करार दिया और मरने वालों को शहीद बताया।
”बिजली की आपूर्ति बिहार में क्या हो रही है यह सबको पता है, लेकिन सीमांचल में सबसे बुरी हालत है। बिजली आपूर्ति के लिए बारसोई में शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक अंदाज़ में धरना देने वालों के सीने पर गोली चलाने की घटना घटी है, जिसमें 2 से ज़्यादा लोग शहीद हो गए और दर्जनों लोग घायल हो गए। क्या है यह? पुलिस की बर्बरता या सरकार की नाकामी? सीमांचल के इलाके में और अल्पसंख्यकों के इलाके में सरकार को तरक्की का कोई काम नहीं करना है,” अख्तरुल ईमान ने कहा।
उन्होंने मृतकों के लिए 50 लाख रुपये मुआवज़े की मांग करते हुए कहा, “भीषण गर्मी में लोगों के खेत सूख रहे है, घरों में लोगों के रौशनी नहीं आती है। क्या बिजली मांगने का हक़ उनका नहीं है, जिन्होंने टैक्स दिया है? पुलिस ने ऐसे घटनाक्रम में, जबकि टियर गैस छोड़ने थे, पानी का छिड़काव करना था, लाठी चार्ज भी नहीं, सीधे जनरल डायर की तरह गोलियां सीने पर दाग दीं। ऐसे ज़ालिम अफसरों के खिलाफ कार्रवाई हो और मरने वालों के परिवार को 50-50 लाख रुपये का मुआवज़ा दिया जाए। बिजली की व्यवस्था लचर क्यों है, इसके लिए सरकार जवाब दे। बिजली की व्यवस्था सरकार पूरे सीमांचल में दुरुस्त करे।”
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