बिहार के किशनगंज मंडलकारा में पूर्णिया प्रमंडल के आयुक्त संजय दुबे निरीक्षण करने पहुंचे। संजय दुबे के साथ एडीएम और एसडीएम भी निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे। निरीक्षण कार्य लगभग एक घंटे तक चला जिस दौरान जेल के अंदर की सुरक्षा, साफ़ सफाई और अन्य बिंदुओं का बारीकी से जायज़ा लिया गया।
निरीक्षण कर मंडलकारा से बाहर आए प्रमंडल आयुक्त संजय दुबे मंडलकारा की बील्डिंग की जर्जर हालत पर चिंता व्यक्त की। मीडिया कर्मियों से उन्होंने कहा, “जेल में कैदियों की संख्या अनुमान के अंतर्गत ही है लेकिन बिल्डिंग की स्थिति काफी दयनीय हो गई है, कई जगह छज्जे की छड़ भी दिख रही थी, छत में सीपेज है। पहले माले पर पैरापेट (मुँडेर) नहीं है, जो काफी खतरनाक है। पहले माले से कैदी जो जाते हैं उस रास्ते में पैरापेट है ही नहीं, यह काफी खतरनाक हो सकता है। उसका तुरंत निर्माण कराने के लिए अधीक्षक को निर्देश दिया गया है।”
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संजय दुबे ने आगे बताया कि उन्होंने रसोईघर में ठीक ढंग से खाना बनते हुए देखा लेकिन वहां जूता चप्पल पहन कर जाने को मना किया गया है। प्रमंडल आयुक्त जेल परिसर और खासकर शौचालय की साफ सफाई से असंतुष्ट नज़र आए।
उन्होंने कहा, “(यहां) नाले की सफाई पर थोड़ा ध्यान देना होगा और शौचालय की सफाई पर भी। वहां थोड़ी गंदगी थी। चूंकि मेरे आने की खबर थी इसलिए वहां थोड़ा ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव हुआ था लेकिन वहां सफाई की आवश्यकता है।”
उन्होंने जेल में पुस्तकालय को दोबारा शुरू करने को कहा। वह कैदियों को लेकर मंडलकारा की व्यवस्था से संतुष्ट दिखे। “पुस्तकालय तो है लेकिन वह कार्यात्मक नहीं है। उसे चालू करने की आवश्यकता है। कंबल वग़ैरह की गुणवत्ता ठीक थी। बाकी सब ठीक था। कैदियों ने किसी तरह की शिकायत नहीं की। कोई ऐसी दिक्कत नहीं बताई,” संजय दुबे ने कहा।
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