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अररिया: स्कूल में मध्याह्न भोजन खाने से 40 बच्चों की हालत बिगड़ी

मामला अररिया प्रखंड के मध्य विद्यालय जितवारपुर, पलासी पटेंगना का है। बच्चों ने विद्यालय में दोपहर करीब 1 बजे भोजन खाया था। उसके बाद तकरीबन 4 बजे के समय उन्हें उल्टी होनी शुरू हो गई। बच्चों के परिजनों ने प्रशासन को तुरंत इसकी खबर दी और सब बच्चों को एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।

ved prakash Reported By Ved Prakash |
Published On :
condition of 40 children deteriorated after eating mid day meal in school in araria

अररिया के एक स्कूल में मध्याह्न भोजन खाने से करीब 40 बच्चों की हालत बिगड़ गयी है। उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है।


मामला अररिया प्रखंड के मध्य विद्यालय जितवारपुर, पलासी पटेंगना का है। बच्चों ने विद्यालय में दोपहर करीब 1 बजे भोजन खाया था। उसके बाद तकरीबन 4 बजे के समय उन्हें उल्टी होनी शुरू हो गई। बच्चों के परिजनों ने प्रशासन को तुरंत इसकी खबर दी और सब बच्चों को एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।

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परिजन रिंकी देवी ने बताया कि बच्चे स्कूल से जब वापस आये तो उन्हें उल्टी शुरू हो गयी। उसके बाद सभी को एम्बुलेंस से सदर अस्पताल लाया गया। अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि मामला फूड पॉइजनिंग का है। सभी बच्चों का गंभीरता पूर्वक उपचार किया जा रहा है। बच्चों के इलाज में एक दर्जन डॉक्टर लगे हुए हैं। उन्होंने बताया की बच्चों की स्थिति में सुधार हो रहा है।


घटना की सूचना मिलते ही सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने भी सदर अस्पताल पहुंच कर बच्चों के स्वास्थ्य का जायजा लिया। उन्होंने सिविल सर्जन सहित सभी चिकित्सकों को निर्देश दिया कि बच्चों का गंभीरतापूर्वक इलाज किया जाए। उन्होंने बताया कि इस तरह की घटना दुखद है और जिन्होंने मध्यान भोजन स्कूल को सप्लाई किया है, उसकी जांच होनी चाहिए और उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

घटना के बाद से ही सदर अस्पताल में परिजनों की चीख पुकार मची हुई है। चारों ओर बच्चों के परिजन अपने बच्चों का इलाज कराने में जुटे हुए हैं। चिकित्सकों के अनुसार फिलहाल बच्चों की स्थिति में सुधार हो रहा है और सभी खतरे से बाहर हैं।

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अररिया में जन्मे वेद प्रकाश ने सर्वप्रथम दैनिक हिंदुस्तान कार्यालय में 2008 में फोटो भेजने का काम किया हालांकि उस वक्त पत्रकारिता से नहीं जुड़े थे। 2016 में डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में कदम रखा। सीमांचल में आने वाली बाढ़ की समस्या को लेकर मुखर रहे हैं।

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