आशा कार्यकर्ताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ भी नारेबाजी की। आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे लोग स्वास्थ्य विभाग के लिए रात दिन काम करते हैं लेकिन इसके एवज में जो मानदेय मिलता है उससे परिवार का भरण पोषण संभव नहीं है।
अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर श्वेता भारती ने बताया कि तेज़ी से फैलने वाली आँखों की इस बीमारी का नाम 'वायरल कंजंकटीवाईटिस' है। यह एक सामान्य फ्लू है जो बीच बीच में होता रहता है। अभी यह बीमारी 'एडिनो वाइरस' की वजह से फैल रही है। यह फ्लू बहुत तेज़ी से एक से दूसरे व्यक्ति में फैल जाता है।
जांच करने पहुंचे स्वास्थ विभाग के अधिकारी डॉ इनामुल हक़ ने बताया कि केबीजी नर्सिंग होम में न डॉक्टर मौजूद है न यहाँ कोई ट्रेंड नर्स हैं, जितने भी परुष और महिला स्टाफ हैं उनमें से कोई भी प्रशिक्षित नहीं है। नर्सिंग होम में मरीज़ों का ऑपरेशन भी किया जाता है लेकिन ऑपरेशन वार्ड से भी डॉक्टर ग़ायब है।
अररिया रेलवे कोर्ट स्टेशन चौक पर सोमवार को फारबिसगंज से इलाज के लिए पूर्णिया ले जाने के दौरान एक बुजुर्ग व्यक्ति की तबीयत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई। लेकिन, तमाम गुहार लगाने के बाद भी कोई वाहन शव ले जाने को तैयार नहीं हुआ, तो मजबूरी में ठेले पर शव ले जाना पड़ा। […]
आशा कर्मी व फैसिलिटेटर्स कई तरह की मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। इनमें परितोषिक 1000 रुपये की जगह मासिक मानदेय दस हज़ार रुपये देने, आशा तथा आशा फैसिलिटेटर्स को स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी का दर्जा, पेंशन योजना का लाभ, रिटायरमेंट बेनिफिट के रूप में एकमुश्त 10 लाख रुपये का भुगतान और कोरोना काल की बकाया राशि का भुगतान शामिल हैं।
छत्तरगाछ रेफरल अस्पताल दर्जनों पंचायतों का एक मात्र स्वास्थ्य केंद्र है। इन सभी पंचायतों के लोग पश्चिम में महानंदा और पूर्व में डोंक नदी से घिरे होने के कारण पूरी तरह छत्तरगाछ रेफरल अस्पताल पर निर्भर हैं।
28 मई को विश्व भर में मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया जाता है। इस दिन महिलाओं को माहवारी से जुड़ी जानकारी दी जाती है और माहवारी स्वच्छता को लेकर जागरूकता फैलाई जाती है।
मासिक धर्म (पीरियड) के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने के लिए पूर्णिया में एक यात्रा निकाली गई। ‘पीरियड पॉज़िटिव पूर्णिया’ नाम की इस यात्रा में सैकड़ों की संख्या में समाज सेविकाएं, डॉक्टर, छात्राएं और छात्र भी शामिल हुए।
डिप्टी सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य विभाग को बेहतर करने के लिए 'मिशन परिवर्तन' की शुरुआत की है। इसको लेकर पटना के ज्ञान भवन में तेजस्वी यादव ने बड़े पैमाने पर मीटिंग की।
2020 में केंद्र सरकार द्वारा 'नशा मुक्त भारत अभियान' की शुरुआत की गई थी। इसके आंकड़ों के अनुसार 2020-21 और 2021-22 में बिहार के 2,895 मरीज़ों को इस अभियान का लाभार्थी बताया गया है।
पूर्णिया के मरंगा थाना क्षेत्र के लालगंज मिल्की निवासी मो. जाफर की पत्नी ने इसे जन्म दिया है। फिलहाल, बच्चे को जीएमसीएच के एसएनसीयू में भर्ती किया गया है।
नौहट्टा प्रखंड के चंद्रायण रेफरल अस्पताल का सारा काम खंडहरनुमा इमारत में हो रहा है। अस्पताल की हालात इतनी भयावय है कि शाम के समय लोग इलाज के लिए आने से कतराते हैं।