किशनगंज एमजीएम रूरल हेल्थ सेंटर में भर्ती कोरोनावायरस से संक्रमित 43 मरीज ठीक हो गए और गुरुवार को आईसीएमआर के गाइडलाइंस के अनुसार उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
कोरोना कहर के बीच बिहार के सीमांचल क्षेत्र के चारों ज़िलों से एक अच्छी खबर आई है। इलाके के एक दर्जन मरीज अब तक कोरोना से जंग जीत चुके हैं। कटिहार में आठ, पूर्णिया में दो, किशनगंज और अररिया में एक-एक मरीज को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है।
बिहार में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच अररिया ज़िले के फारबिसगंज में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने हवन के धुंए लेकर पूरे शहर का भ्रमण किया।
पूर्णिया के एक क्वारंटीन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजदूरों ने जम कर हंगामा किया, CO को घेर कर ज़बरदस्ती खाना खिलाने की कोशिश की और कुव्यवस्था को लेकर सवाल किये।
Nawada के BJP MLA अनिल सिंह के बाद Muzaffarpur में एक पार्षद अपने बच्चों को Kota से वापस ले आये हैं, लेकिन Kota में फंसे आम बच्चों के लिए Nitish Kumar की अंतर्रात्मा क्यों नहीं जाग रही?
एक तरफ पशुपालन, मत्स्य और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह कहते हैं, "करोना का सम्बंध कहीं भी मछली अंडे और चिकेन से साबित नहीं हो पाया है..अफ़वाहों से बंचे", तो वहीं दूसरी तरफ नीतीश सरकार के अधिकारी माइकिंग कर मांस और कोरोना से सम्बंधित अफवाह फैला रहे हैं।
किशनगंज में कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज मिला है, जिसे एम जी एम मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में जांच के लिए एडमिट करवाया गया है। जहां चिकित्सकों ने उसका ब्लड सेंपल लेकर जांच के लिए भेजा है।
अररिया जिला के फ़ारबिसगंज अनुमंडल अस्पताल में कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज मिलने से सनसनी। डॉक्टरों ने जांच के बाद आनन फानन में संदिग्ध मरीज को भागलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है।
नोवेल कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा साफ़ सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात तो कही जा रही है, लेकिन किशनगंज स्थित सदर अस्पताल पर इसका कोई भी असर पड़ता नहीं दिख रहा है।