Main Media

Get Latest Hindi News (हिंदी न्यूज़), Hindi Samachar

Support Us

दो डाक्टर के भरोसे चल रहा मनिहारी अनुमंडल अस्पताल

अस्पताल में डाॅक्टरों व अन्य कर्मचारियों के कुल 26 पद हैं, लेकिन वर्तमान में दो डाॅक्टरों, अस्पताल प्रबंधक, लिपिक, फिजियोथेरेपिस्ट और नर्सों को मिलाकर सिर्फ 16 लोग कार्यरत हैं।

Mohammad Zaid Reported By Mohammad Zaid |
Published On :
maniari subdivision hospital

कटिहार: जिले के मनिहारी का अनुमंडल अस्पताल सिर्फ दो डॉक्टरों के भरोसे चल रहा है।


बरसाती बीमारियों के चलते रोजाना करीब 400 रोगी अस्पताल में आ रहे हैं, लेकिन डॉक्टर व अन्य कर्मियों की कमी की वजह से रोगियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

Also Read Story

बिहार की ममता कर्मी क्यों कर रही हैं प्रदर्शन?

किशनगंज के एक ही गाँव में एक सप्ताह में तीन बच्चों की मौत, सैंपल की हो रही जांच

बिहार में एंबुलेंस कर्मचारी हड़ताल पर क्यों हैं?

बिहार में इन 26 प्रखंडों में बनेंगे 30 बेड वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, निर्माण के लिए टेंडर निकला

किशनगंज के प्राइवेट नर्सिंग होम में लापरवाही से महिला की मौत, डॉक्टर ने माना ट्रेंड स्टाफ की कमी

क्या बिहार में कुपोषण से हो रही महादलित बच्चों की मौत?

अररिया: अज्ञात बीमारी से बच्चों की मौत की जांच के लिए पटना से सर्वेक्षण टीम पहुंची

वर्षों से अनुपस्थित बिहार के सात सरकारी डॉक्टर बर्खास्त, पांच सीमांचल के

अज्ञात बीमारी से अररिया में तीन बच्चों और दो बुजुर्गों की मौत

अस्पताल में डाॅक्टरों व अन्य कर्मचारियों के कुल 26 पद हैं, लेकिन वर्तमान में दो डाॅक्टरों, अस्पताल प्रबंधक, लिपिक, फिजियोथेरेपिस्ट और नर्सों को मिलाकर सिर्फ 16 लोग कार्यरत हैं।


अस्पताल में कर्मियों की कमी व अन्य असुविधाओं के संबंध में मनिहारी अनुमंडल अस्पताल प्रबंधक खुशबू कुमारी ने बताया कि अस्पताल में डॉक्टर और एचआर की कमी है। उन्होंने सिविल सर्जन से मांग की है कि खाली पदों को भरा जाय ताकि अस्पताल में आने वाले रोगियों को परेशानी ना हो।

उन्होंने आगे कहा कि लैब टेक्नीशियन, नर्स समेत अन्य स्टाफ की संख्या में वृद्धि की भी उन्होंने मांग की है।

अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर ब्रजेश नंदन सिन्हा ने कहा, “हमारे अस्पताल में 26 सृजित पद हैं लेकिन सिर्फ तीन डॉक्टर की पोस्टिंग है। इनमें से एक डॉक्टर अभी लंबे अवकाश पर हैं इसलिए हमलोग दो डॉक्टर मिलकर रोगियों का इलाज कर रहे हैं। साथ ही अस्पताल में नर्स, जीएनएम समेत अन्य स्टाफ की संख्या में भी काफी कमी है, जिससे काफी परेशानियां हमें और रोगियों को होती है।”

“मैंने कई बार सिविल सर्जन को डॉक्टर और स्टाफ की कमी से अवगत कराया है, लेकिन उन्होंने कहा कि ये विभाग की जिम्मेदारी है,” उन्होंने कहा।

सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

मो० जैद कटिहार जिले के मनिहारी प्रखंड से हैं। 2021 से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। अपनी पत्रकारिता के ज़रिए जनता की आवाज बनकर उनके हक के लिए सरकार से लड़ना चाहते हैं।

Related News

पॉलीमेलिया: छह पैरों वाले बछड़े का जन्म क्या कोई चमत्कार है?

कटिहार में ओवरलोडेड प्रतिबंधित जुगाड़ गाड़ी दुर्घटना ने चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी

पूर्णिया में डेंगू के तीन मरीज़ मिले, सिविल सर्जन ने कहा- ‘सफाई का रखें ख़्याल’

किशनगंज में बग़ैर सीजर के महिला ने 5 बच्चों को दिया जन्म, मां और बच्चे स्वस्थ

सरकारी योजनाओं से क्यों वंचित हैं बिहार के कुष्ठ रोगी

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को कैंसर, नहीं करेंगे चुनाव प्रचार

अररिया: टीका लगाने के बाद डेढ़ माह की बच्ची की मौत, अस्पताल में परिजनों का हंगामा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

दशकों से एक पुराने टूटे पुल के निर्माण की राह तकता किशनगंज का गाँव

क्या पूर्णिया के गाँव में मुसलमानों ने हिन्दू गाँव का रास्ता रोका?

बिहार में जीवित पेंशनधारियों को मृत बता कर पेंशन रोका जा रहा है?

शादी, दहेज़ और हत्या: बिहार में बढ़ते दहेज उत्पीड़न की दर्दनाक हकीकत

किशनगंज: एक अदद सड़क को तरसती हजारों की आबादी