कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार 28 मई को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कोरोना को लेकर केंद्र सरकार को फिर से आगाह किया है। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार और प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी को कोरोना की गंभीरता समझ ही नहीं आई है, ये कोरोना लगातार म्यूटेट होता जाएगा। प्रधानमंत्री नौटंकी कर रहे है, महामारी को रोकने का स्थाई तरीका है कि सभी को वैक्सीन लगाया जाए।
कोरोना काल में जहां लोग एक तरफ वैक्सीन लगावाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन जतन कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के सिदार्थनगर जिले में एक अजीब सी घटना सामने आई है।
बिहार के हेल्थ डिपार्टमेंट की लापरवाही का ये ताज़ातरीन किस्सा रोहतास ज़िले का है, जहाँ संझौली प्रखंड में मौजूद स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने कोरोनावायरस के जांच सैंपल लिए बिना ही एक ही परिवार के 2 सदस्यों को कोरोना पॉजिटिव घोषित कर दिया।
बिहार की चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था की जीती जागती तस्वीर एक बार फिर सामने आ गयी है। कटिहार में समय रहते ऑक्सीजन न मिलने की वजह से एक मरीज को जान गंवानी पड़ी।
किशनगंज शहर में हल्की बारिश होते ही यहां के सदर अस्पताल का प्रसूता वार्ड ख़ुद बीमार पड़ जाता है। ज़िले में लगातार बारिश होने से सदर अस्पताल का ड्रेनेज सिस्टम फ़ैल होने से प्रसूता वार्ड में बारिश का पानी घुस गया है, जहां यहां भर्ती जच्चा और बच्चा में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
अब अररिया के कोरोनावायरस संक्रमण के संदिग्ध मरीजों के सैंपलों की जांच ज़िले में ही होगी। रविवार को सदर अस्पताल में कोरोना जांच केंद्र खोला गया। इसका उद्घाटन सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने किया।
किशनगंज में फौजदारी मुकदमे के एक आरोपित को जमानत के लिए पटना उच्च न्यायालय ने कोरोना मरीज़ की खिदमत करने का आदेश जारी किया है। इस आदेश के बाद आरोपित को महेथबथना स्थित एमजीएम मेडिकल कॉलेज के रूरल सेंटर में बने आइसोलेशन सेंटर में मरीजों की सेवा में लगा दिया है। मंगलवार 9 जून से एक माह तक आरोपित को कोरोना पीड़ित मरीजों की सेवा करनी होगी।