कोरोना काल में जहां लोग एक तरफ वैक्सीन लगावाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन जतन कर रहे है। वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के सिदार्थनगर जिले में एक अजीब सी घटना सामने आई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आज कोरोना टीकाकरण की तारीख़ 13 जनवरी से तय की गई है।
बिहार के सबसे बड़े अस्पताल PMCH में कोरोना टेस्टिंग के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है, अंदाज़ा लगाइए कि सूबे के बाकी अस्पतालों का क्या हाल होगा।
बिहार के हेल्थ डिपार्टमेंट की लापरवाही का ये ताज़ातरीन किस्सा रोहतास ज़िले का है, जहाँ संझौली प्रखंड में मौजूद स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने कोरोनावायरस के जांच सैंपल लिए बिना ही एक ही परिवार के 2 सदस्यों को कोरोना पॉजिटिव घोषित कर दिया।
बिहार की चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था की जीती जागती तस्वीर एक बार फिर सामने आ गयी है। कटिहार में समय रहते ऑक्सीजन न मिलने की वजह से एक मरीज को जान गंवानी पड़ी।
किशनगंज शहर में हल्की बारिश होते ही यहां के सदर अस्पताल का प्रसूता वार्ड ख़ुद बीमार पड़ जाता है। ज़िले में लगातार बारिश होने से सदर अस्पताल का ड्रेनेज सिस्टम फ़ैल होने से प्रसूता वार्ड में बारिश का पानी घुस गया है, जहां यहां भर्ती जच्चा और बच्चा में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
किशनगंज के लोगों को अब कोरोना जांच की रिपोर्ट के लिए लंबा इंतज़ार नहीं करना होगा। अब ये सुविधा किशनगंज सदर अस्पताल में भी शुरू हो गई है।
अब अररिया के कोरोनावायरस संक्रमण के संदिग्ध मरीजों के सैंपलों की जांच ज़िले में ही होगी। रविवार को सदर अस्पताल में कोरोना जांच केंद्र खोला गया। इसका उद्घाटन सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने किया।
किशनगंज में फौजदारी मुकदमे के एक आरोपित को जमानत के लिए पटना उच्च न्यायालय ने कोरोना मरीज़ की खिदमत करने का आदेश जारी किया है। इस आदेश के बाद आरोपित को महेथबथना स्थित एमजीएम मेडिकल कॉलेज के रूरल सेंटर में बने आइसोलेशन सेंटर में मरीजों की सेवा में लगा दिया है। मंगलवार 9 जून से एक माह तक आरोपित को कोरोना पीड़ित मरीजों की सेवा करनी होगी।
किशनगंज एमजीएम रूरल हेल्थ सेंटर में भर्ती कोरोनावायरस से संक्रमित 43 मरीज ठीक हो गए और गुरुवार को आईसीएमआर के गाइडलाइंस के अनुसार उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
कोरोना कहर के बीच बिहार के सीमांचल क्षेत्र के चारों ज़िलों से एक अच्छी खबर आई है। इलाके के एक दर्जन मरीज अब तक कोरोना से जंग जीत चुके हैं।
बिहार के अररिया के क्वारंटीन सेंटर में लगातार मजदूरों का विरोध जारी है। मजदूर भोजन को लेकर नाराज़ हैं।
कोरोना संक्रमण के बीच अररिया ज़िले के फारबिसगंज में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने हवन के धुंए लेकर पूरे शहर का भ्रमण किया।
पूर्णिया के एक क्वारंटीन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजदूरों ने जम कर हंगामा किया, CO को घेर कर ज़बरदस्ती खाना खिलाने की कोशिश की और कुव्यवस्था को लेकर सवाल किये।
नीतीश कुमार ने साफ कह दिया है कि लॉक डाउन के दौरान कोटा या कहीं और से छात्रों को वापस लाना संभव नहीं है, क्योंकि इससे लॉकडाउन प्रभावित होगा।