मौके पर मौजूद इस्लामपुर सदर संचालक मोहम्मद अब्दुल हमीद ने बताया कि यह पूरे उत्तर दिनाजपुर में पहली सैनेटरी नैपकिन बनाने की यूनिट है, सफलतापूर्वक कार्य कर रही है। आसपास के ज़िलों में भी कहीं ऐसी यूनिट मौजूद नहीं है। इसे शुरू करने का मुख्य उद्देश्य SHG की महिला सदस्यों को रोज़गार देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
मामला अररिया प्रखंड के मध्य विद्यालय जितवारपुर, पलासी पटेंगना का है। बच्चों ने विद्यालय में दोपहर करीब 1 बजे भोजन खाया था। उसके बाद तकरीबन 4 बजे के समय उन्हें उल्टी होनी शुरू हो गई। बच्चों के परिजनों ने प्रशासन को तुरंत इसकी खबर दी और सब बच्चों को एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है, सभी लोग सजग एवं सतर्क रहें। बैठक में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव भी मौजूद रहे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कोरोना की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी।
पटना के सिविल सर्जन ने केरल और दक्षिण भारत से आने वाले लोगों और उनके परिजनों से कोई भी लक्षण दिखने पर कोरोना की जांच कराने की सलाह दी है।
जदयू के रौशन अग्रवाल ने कहा कि कई दिनों से आशा प्रबंधक राजीव कुमार के कार्यालय से गायब रहने की शिकायत मिल रही है। आशा कर्मियों ने शिकायत की है कि राजीव कुमार मनचाहे तरीके से कार्यलय आते हैं और कई बार गायब रहते हैं।
प्रत्यय अमृत ने अस्पतालों में कार्यरत आशा कर्मियों के बकाया मानदेय का भी जल्द भुगतान करने की बात कही। अवैध नर्सिंग होम के बढ़ती संख्या को लेकर उन्होंने कहा कि सभी सिविल सर्जन को इस दिशा में जरूरी निर्देश दिये गये हैं, ऐसे नर्सिंग होम के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जायेगी।
तकनीकी खराबियों के कारण ऑक्सीजन प्लांट कई माह से बंद पड़ा है और प्लांट रूम में ताला लटका है। खाली ऑक्सीजन सिलिंडरों को शहर से 100 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से रिफिल कराया जा रहा है जिसमें काफी पैसे खर्च हो रहे हैं।
सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक सह थैलेसीमिया विभाग के नोडल पदाधिकारी डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि जिले में लगातार थैलेसीमिया के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जो चिंता का विषय है। अभी जिले में थैलेसीमिया के 47 मरीज हैं। इनमें जीरो से 15 वर्ष के बच्चे शामिल हैं।
घटना की सूचना मिलते ही सहायक खजांची थाने की पुलिस लाइन बाजार स्थित अल्फा न्यूरो अस्पताल पहुंची और परिजनों को शांत कराने में जुट गई। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद प्रसूता को अस्पताल से मुक्त कराकर वापस पूर्णिया मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS), पटना में मरीजों को दवा व सभी प्रकार की चिकित्सकीय सुविधा निःशुल्क उपलब्ध कराने की स्वीकृति दी गई है। हालांकि, संस्थान में पूर्व से लागू पंजीकरण शुल्क व प्राइवेट वार्ड/डिलक्स वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए शय्या शुल्क व […]
अस्पताल में डाॅक्टरों व अन्य कर्मचारियों के कुल 26 पद हैं, लेकिन वर्तमान में दो डाॅक्टरों, अस्पताल प्रबंधक, लिपिक, फिजियोथेरेपिस्ट और नर्सों को मिलाकर सिर्फ 16 लोग कार्यरत हैं।
पूर्णिया के एक निजी नर्सिंग होम में डॉक्टर की लापरवाही का एक हैरतअंगेज़ मामला सामने आया है। डॉक्टर ने अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया जिसके बाद मरीज को ऑपरेशन की जगह से ही शौच होने लगा।