किशनगंज के अम्बेडकर टाउन हॉल के समीप शिक्षक नियुक्ति में डोमिसाइल नीति को खत्म करने के विरोध में AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष सह अमौर विधायक अख्तरुल ईमान ने अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ धरना दिया।
अख्तरुल ईमान ने बिहार सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आज बिहार सरकार की दोहरी नीति के कारण बिहार की शिक्षा व्यवस्था बदहाल है। उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षक पिछले 20 वर्षों से बिहार के सरकारी स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, वर्तमान में बच्चों को पढ़ाने में उनका तजुर्बा अधिक है। उन्होंने मांग की कि नियोजित शिक्षकों को बगैर बीपीएससी परीक्षा दिए राज्य कर्मी का दर्जा दिया जाय।
Also Read Story
ईमान ने बिहार सरकार के द्वारा शिक्षक नियुक्ति में डोमिसाइल नीति को लागू करने की मांग कर कहा कि सरकार अपने वादे के मुताबिक पहले 10 लाख बिहारियों की बहाली करे, फिर पूरे देश के युवाओं की बहाली पर सरकार सोचे।
AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष ने शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर और बिहार के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच विवाद की निंदा कर कहा कि जिन स्कूलों में बच्चों के बीच संस्कार पलता है, उसी विभाग के अधिकारी और मंत्री आपस मे लड़ाई करेंगे तो आप अंदाजा लगाइए कि स्कूलों के शिक्षक और छात्र-छात्राओं पर इसका क्या असर पड़ेगा।
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।