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बिहार के 27 जिलों में ओबीसी कन्या उच्च विद्यालयों के लिए रिटायर्ड शिक्षकों की होगी बहाली

बिहार सरकार के अधीन पिछड़ा वर्ग व अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने राज्य के 27 जिलों में पिछड़ा वर्ग और अत्यंत पिछड़ा वर्ग की छात्राओं के लिए ‘अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालय’ शुरू करने का ऐलान किया है। इन 27 जिलों में सीमांचल के अररिया, कटिहार और किशनगंज भी शामिल हैं।

syed jaffer imam Reported By Syed Jaffer Imam |
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बिहार सरकार के अधीन पिछड़ा वर्ग व अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने राज्य के 27 जिलों में पिछड़ा वर्ग और अत्यंत पिछड़ा वर्ग की छात्राओं के लिए ‘अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालय’ शुरू करने का ऐलान किया है। इन 27 जिलों में सीमांचल के अररिया, कटिहार और किशनगंज भी शामिल हैं। विभाग ने 6 जुलाई को पत्र जारी कर राज्य के सभी जिला पदाधिकारियों को इसकी जानकारी दी। राज्य में 11 जिलों में पहले से ही अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालय चल रहे हैं।

2023-24 वित्तीय वर्ष से 27 जिलों में कन्या आवसीय +2 उच्च विद्यालय प्रारंभ हो रहा है। 6 से 12 कक्षाओं में पिछड़ा वर्ग और अत्यंत पिछड़ा वर्ग की छात्राएं पढ़ सकेंगी। इन स्कूलों में पढ़ाई के अलावा रहना और खाना पूरी तरह से निःशुल्क होगा।

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इस साल केवल छठवीं कक्षा में होगा एडमिशन

27 जिलों में जल्द ही कक्षा 6 के लिए छात्राओं का नामांकन शुरू हो जाएगा। वर्ष 2023-24 में केवल छठवीं कक्षा में छात्राओं का प्रवेश लिया जाएगा। हर जिलास्तरीय कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालय में कक्षा 6 में कुल 40 छात्राओं की सीट होगी।


इस साल केवल कक्षा 6 में छात्राओं को प्रवेश मिलेगा और इसके बाद हर वर्ष कक्षाएं बढ़ेंगी। अगले वर्ष यानी 2024-25 में कक्षा 6, 7, 8 में कुल 120 छात्राओं की भर्ती की जाएगी। वित्तीय वर्ष 2025-26 में कक्षा 9, 10 और 11 में छात्राओं का प्रवेश होगा और इसके अगले वर्ष इन उच्च विद्यालयों को 12वीं कक्षा तक बढ़ा दिया जाएगा।

52 रिक्त पदों पर रिटायर्ड शिक्षकों की नियुक्ति

पत्र में पिछड़ा वर्ग व अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने सभी 27 अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालयों में इस वर्ष कुल 52 रिक्त पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति करने का ऐलान किया है। इन पदों पर स्वनिर्मित शिक्षकों की भर्ती की जाएगी जिन्हें माध्यमिक शिक्षक (स्नातक प्रशिक्षित) (TGT) की श्रेणी का होना अनिवार्य होगा। कुल 52 रिक्त पदों में 27 पर हिंदी और 27 पर विज्ञान के शिक्षकों की बहाली होगी। हर जिले से 2 रिक्त पदों पर बहाली होगी। स्वनिर्मित शिक्षकों की आयु सीमा 65 वर्ष होगी। आवेदन करने की आखिरी तिथि 17 जुलाई है।

आवेदन के बाद चयनित शिक्षकों की अवधि पहले 2 वर्ष के लिए या उनके नियमित होने तक मान्य होगी। विद्यालयों की सूची, आवेदन पत्र तथा अन्य जानकारी state.bihar.gov.in/bcebcwelfare पर मिल सकेगी।

प्रवेश के लिए ये कागज़ात होंगे अनिवार्य

पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग से आने वाली पांचवीं कक्षा तक पढ़ चुकी छात्राएं इस वर्ष छठवीं कक्षा में प्रवेश के लिए आवेदन दे सकेंगी। आवेदन के लिए आधार कार्ड, पांचवीं कक्षा की मार्कशीट और जाति प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य होगा।

आवेदन पत्र यहाँ करें जमा

कक्षा 6 में नामांकन के लिए हर आवेदक के लिए प्रवेश परीक्षा अनिवार्य होगी। प्रवेश परीक्षा 100 अंकों की होगी, जिसमें अंग्रेजी, हिंदी, गणित, विज्ञान और सामजिक विज्ञान के सवाल होंगे। हर विषय से 20 प्रश्न पूछे जाएंगे। नामांकन कराने वाली छात्रा की आयु 10 से 13 वर्ष होनी चाहिए। आवेदन पत्र जिला पिछड़ा व अति पिछड़ा वर्ग कल्याण कार्यालय में उपलब्ध है, जिसे भरने के बाद इसी कार्यालय में जमा करना होगा। आवेदन पत्र के जमा करने की आखिरी तारिख 12 जुलाई है, जबकि परीक्षा 22 जुलाई को ली जाएगी।

भवन बनने तक दूसरे सरकारी आवासीय विद्यालयों में होगी पढ़ाई

इन उच्च विद्यालयों का संचालन जिले के विद्यालय संस्थापन समिति के द्वारा किया जाएगा। विभाग द्वारा सभी जिला पदाधिकारियों को इन उच्च विद्यालयों के भवन निर्माण कार्य के लिए भूमि चयन करने को कहा गया है। तत्काल तौर पर इस वर्ष आरंभ होने वाले अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालय की कक्षा 6 को जिले या उसके पास के जिले में मौजूद अन्य सरकारी आवासीय विद्यालयों के साथ मिलाया जाएगा।

सीमांचल की बात करें, तो कटिहार और अररिया के कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालय की कक्षा 6 की पढ़ाई पूर्णिया में पहले से संचालित हो रहे अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालय में कराई जाएगी। किशनगंज के कन्या आवासीय +2 उच्च विद्यालय को जिले में मौजूद राजकीय अनुसूचित जनजाति 10+2 आवासीय उच्च विद्यालयों से जोड़ दिया जाएगा।

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सैयद जाफ़र इमाम किशनगंज से तालुक़ रखते हैं। इन्होंने हिमालयन यूनिवर्सिटी से जन संचार एवं पत्रकारिता में ग्रैजूएशन करने के बाद जामिया मिलिया इस्लामिया से हिंदी पत्रकारिता (पीजी) की पढ़ाई की। 'मैं मीडिया' के लिए सीमांचल के खेल-कूद और ऐतिहासिक इतिवृत्त पर खबरें लिख रहे हैं। इससे पहले इन्होंने Opoyi, Scribblers India, Swantree Foundation, Public Vichar जैसे संस्थानों में काम किया है। इनकी पुस्तक "A Panic Attack on The Subway" जुलाई 2021 में प्रकाशित हुई थी। यह जाफ़र के तखल्लूस के साथ 'हिंदुस्तानी' भाषा में ग़ज़ल कहते हैं और समय मिलने पर इंटरनेट पर शॉर्ट फिल्में बनाना पसंद करते हैं।

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