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अगर हम 20 सीट भी जीत गए तो शराबबंदी क़ानून को रफा-दफा कर देंगे: जीतन राम मांझी

मांझी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शराबबंदी क़ानून पर फिर से विचार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी लागू होने की वजह से पुलिस प्रशासन दलितों को परेशान करती है।

Nawazish Purnea Reported By Nawazish Alam |
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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने कहा कि अगर उनकी पार्टी 20 सीट भी जीती तो वह बिहार में शराबबंदी क़ानून को खत्म कर देंगे। मांझी ने पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही।

मांझी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शराबबंदी क़ानून पर फिर से विचार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी लागू होने की वजह से पुलिस प्रशासन दलितों को परेशान करती है।

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“शराब नीति का नीतीश जी समीक्षा कीजिये। हम तो यही कहते हैं यह शराब नीति नहीं चलना चाहिये। गलत है यह नीति, और इस तरह की पाबंदी उत्तर प्रदेश में, राजस्थान में, झारखंड में, गुजरात में नहीं है। उसी मॉडल को आप अपनाइये और उसी तरह आप भी कीजिये,” उन्होंने कहा।


पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने आगे कहा, “इसके (शराबबंदी) चलते पुलिस व्यवस्था के लोग बहुत तंग करते हैं हमारे लोगों को। आज तीन लाख के लगभग हमारे लोग जेल के शिकंजे में है या क़ानूनी कार्रवाई के चक्कर में फंसे हैं। माननीय नीतीश कुमार जी आप ही से संभव है और आप इसमें रिजिड (जिद्दी) नहीं होइये।”

मांझी ने कहा कि शराबबंदी लागू करने से बेहतर है कि सरकार लोगों के अंदर चेतना जगाए कि शराब ना पियें। उन्होंने कहा कि वह उस वक़्त भी कभी शराब नहीं पिये, जब शराब बंदी नहीं थी। उन्होंने कहा कि सरकार ने ताड़ी भी बंद कर दी है, जबकि ताड़ी एक औषधि भी है।

लोगों से अपील करते हुए मांझी ने आगे कहा कि अगर अगले विधानसभा में लोगों ने हमारी पार्टी को 20 सीट पर भी कामयाब कर दिया तो वह इस शराबबंदी कानून को रफा-दफा कर देंगे।

“औषधि है वो (ताड़ी)। आज उसको क्यों बंद करा दिये हैं। लाखों लाख लगे हुए उसमें रोज़गार भी देते हैं लोगों को। तो इस तरह से रिजिड मत होइये। आप घोषणा कीजिये कि हम निश्चित रूप से शराब नीति की समीक्षा करेंगे और उसपर पूरा विचार करेंगे,” उन्होंने कहा।

सराकार को चेतावनी देते हुए मांझी ने आगे कहा, “अगर यह सब करते हैं तो इसके लिये हम आपको धन्यवाद देंगे। अगर नहीं करते हैं तो भाईयों बंधुओं हम आपसे प्रार्थना करते हैं कि कहीं भी रहिये आप लोग हमारी पार्टी को जिताइये। अगर हम 40 नहीं 20 भी जीत कर आते हैं तो हम दावे के साथ कहते हैं तो इस कानून को हम रफा-दफा करवा देंगे।”

‘धरती पर अमीर-गरीब दो ही जाति हैं’

जीतन राम मांझी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आगे कहा कि धरती पर सिर्फ दो ही जाति हैं, अमीर और गरीब। हम पार्टी गरीबों की बात करती है।

उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को प्रति महीना पांच हजार रुपए भत्ता और गरीबों को 5 डिसमिल जमीन देने का काम उनकी पार्टी की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने संभावना जताते हुए कहा कि नयी सरकार आयी है और यह गरीबों के हित में काम करेगी।

“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ को मजबूत करने के लिए हम पार्टी तत्पर है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था सुधरी है। एनडीए को मजबूत करने और नीतीश कुमार का साथ देने के लिए अगले लोकसभा चुनाव में 40 और विधानसभा चुनाव 2025 में 200 सीट जीतने के लिए कार्यकर्ता संकल्प लें,” उन्होंने कहा।

सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए बिहार के मंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ. संतोष सुमन ने कहा कि कार्यकर्ता पार्टी के संरक्षक पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के संदेश को समझें और गांव – गांव जाकर एनडीए के पक्ष में 40 सीट पर जीत दर्ज करने के लिए कमर कस लें।

डॉ. सुमन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आज गरीबों की आवाज बने हैं, ऐसे में हम पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता का नैतिक कर्तव्य बनता है कि पार्टी की नीति और सिद्धांत से लोगों को जागरुक करें और तीसरी बार केंद्र में एनडीए की सरकार बनाएं।

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नवाजिश आलम को बिहार की राजनीति, शिक्षा जगत और इतिहास से संबधित खबरों में गहरी रूचि है। वह बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने नई दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मास कम्यूनिकेशन तथा रिसर्च सेंटर से मास्टर्स इन कंवर्ज़ेन्ट जर्नलिज़्म और जामिया मिल्लिया से ही बैचलर इन मास मीडिया की पढ़ाई की है।

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