बेटी की आस में खुशबू बेगम ने अपनी ननद की कोख से जन्मी बच्ची को एक महीने बाद ही गोद ले लिया था। अभी इस बच्ची की उम्र 7 महीना है, लेकिन उसका पालन पोषण करने वाली मां इस दुनिया में नहीं रहीं।
खुशबू की मौत शुक्रवार को ठनका (वज्रपात) गिरने से हो गई। यह घटना बिहार के किशनगंज जिले के पोठिया प्रखंड अंतर्गत परलाबाड़ी पंचायत के वार्ड संख्या 3 पीपलबाड़ी गाँव की है।
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खुशबू बेगम के पति अवैश करनी बताते हैं कि उनकी पत्नी पांच महीने की गर्भ थी। बड़े बेटे की उम्र 5 वर्ष है। दोपहर में जब अचानक मौसम खराब हुआ, तो खुशबू बेगम बेटे की खोज में लगभग 500 मीटर दूर ससुर के घर गई थी। वहाँ से खबर मिली कि हारुन पहले ही निकल चुका है, इसलिए खुशबू मौसम खराब होने के बावजूद घर की ओर निकल गई क्योंकि घर में 7 महीने की गोद ली हुई बच्ची अकेली थी। अपने ससुर के घर से कुछ ही दूर निकली थी कि अचानक ठनका गिरने से उनकी मौत हो गई।
5 वर्षीय हारुन मां को याद करते हुए बिलख रहा है, लेकिन उसे नहीं पता है कि उनके साथ क्या हुआ है। बच्चे को देखकर हर किसी की आंखें नम हैं।
अवैश करनी पेशे से मजदूर हैं और रोजाना काम की तलाश में गाँव से दूर जाते हैं। उन्हें काफी देर बाद इसकी खबर मिली। उन्होंने बताया कि सरकारी योजना के बारे में बताने के लिए पंचायत कर्मचारी आये थे, लेकिन उन्होंने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए पोस्टमार्टम कराना होगा।
आगे अवैश बताते हैं, “मेरी बीवी के पेट में 5 महीने का बच्चा है, मैं कैसे उनका पोस्टमार्टम करने दूँ, भले ही किसी योजना का लाभ मिले या न मिले।”
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