बिहार की खगड़िया लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन की तरफ से कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट) यानी सीपीएम के उम्मीदवार संजय कुमार की टक्कर एनडीए गठबंधन में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के उम्मीदवार राजेश वर्मा से होगी। दोनों ही उम्मीदवार पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, दोनों ही प्रत्याशियों ने विधानसभा का चुनाव लड़ा है, मगर उनको सफलता नहीं मिली है।
लोक जनशक्ति पार्टी (आर) ने 2019 में चुने गये सांसद चौधरी महबूब अली क़ैसर का टिकट काट कर इस बार 31 वर्षीय युवा उम्मीदवार पर भरोसा जताया है। जबकि, उनके सामने 56 वर्षीय सीपीएम उम्मीदवार संजय कुमार होंगे।
खगड़िया सीट की जानकारी
खगड़िया लोकसभा क्षेत्र में वोटरों की संख्या 18 लाख से अधिक है, जिसमें पुरुष वोटरों की तादाद साढ़े नौ लाख और महिला वोटरों की तादाद साढ़े आठ लाख से अधिक है।
खगड़िया लोकसभा सीट के अंतर्गत छह विधानसभा क्षेत्र आते हैं – सिमरी बख्तियारपुर, हसनपुर, अलौली, खगड़िया, बेलदौर और परबत्ता। इसमें चार विधानसभा सीटों पर विपक्षी इंडिया गठबंधन और दो सीटों पर एनडीए का कब्जा है।
01.01.2024 को प्रस्तावित फाइनल रोल में वोटरों की संख्या | |||||
No. | Assembly Name | Male | Female | Third Gender | Total Voters |
148 | Alauli (SC) | 137501 | 126042 | 11 | 263554 |
149 | Khagaria | 141010 | 126629 | 1 | 267640 |
150 | Beldaur | 168438 | 152358 | 11 | 320807 |
151 | Parbatta | 170385 | 151688 | 9 | 322082 |
140 | Hasanpur | 157013 | 142386 | 2 | 299401 |
76 | Simri Bakhtiarpur | 182540 | 168950 | 16 | 351506 |
खगड़िया लोकसभा क्षेत्र में कुल वोटर | 1824990 |
सिमरी बख्तियारपुर से राजद के यूसुफ सलाहुद्दीन, हसनपुर से राजद के तेज प्रताप यादव, अलौली से राजद के रामवृक्ष सदा, खगड़िया से कांग्रेस के छत्रपति यादव, बेलदौर से जदयू के पन्ना लाल सिंह पटेल और परबत्ता से जदयू के डॉ. संजीव कुमार वर्तमान में विधायक हैं।
खगड़िया सीट का इतिहास
1957 में खगड़िया एक अलग लोकसभा सीट बनी थी। 1957 से 1967 तक कांग्रेस के जियालाल मंडल खगड़िया लोकसभा क्षेत्र के सांसद रहे। 1967 में कामेश्वर सिंह, 1971 में शिव शंकर प्रसाद यादव, 1977 में ज्ञानेश्वर प्रसाद यादव, 1980 में सतीश सिंह, 1984 में चंद्रशेखर प्रसाद वर्मा तथा 1989 और 1991 में राम शरण यादव खगड़िया के सांसद बने।
1996 में अनिल कुमार यादव, 1998 में शकुनी चौधरी, 1999 में रेणु कुमारी, 2004 में रविन्द्र कुमार राणा, 2009 में दिनेश चंद्र यादव, 2014 और 2019 में चौधरी महबूब अली क़ैसर यहां से सांसद चुने गये।
2020 का विधानसभा चुनाव
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में खगड़िया लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज़्यादा वोट महागठबंधन को हासिल हुए थे जबकि एनडीए दूसरे और लोक जनशक्ति पार्टी तीसरे नंबर पर रही थी। महागठबंधन को 3,78,546, एनडीए को 3,55,934 और लोक जनशक्ति पार्टी को 1,05,669 वोट हासिल हुए।
Constituency | RJD+ | JDU+ | LJP |
Simri Bakhtiarpur | 75684 | 73925 | 6962 |
Alauli | 47183 | 44410 | 26386 |
Khagaria | 46980 | 43980 | 20719 |
Beldaur | 51433 | 56541 | 31229 |
Parbatta | 76275 | 77226 | 11576 |
Hasanpur | 80991 | 59852 | 8797 |
Total | 378546 | 355934 | 105669 |
2019 का लोकसभा चुनाव
2019 के लोकसभा चुनाव में खगड़िया सीट पर लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के चौधरी महबूब अली क़ैसर ने एकतरफा मुकाबले में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के मुकेश साहनी को 2,48,570 वोटों से पराजित किया था।
चुनाव में चौधरी महबूब अली क़ैसर को 5,10,193 वोट और मुकेश सहनी को 2,61,623 वोट मिले थे। निर्दलीय उम्मीदवार प्रियदर्शी दिनकर 51,847 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
विधानसभा क्षेत्र में पार्टियों को मिले वोट
2019 के लोकसभा चुनाव में खगड़िया सीट के अंतर्गत आने वाले सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में लोजपा के उम्मीदवार चौधरी महबूब अली क़ैसर ने बढ़त ली थी। वहीं, सभी छह सीटों पर वीआईपी के उम्मीदवार मुकेश सहनी दूसरे स्थान पर रहे थे।
सिमरी बख्तियारपुर में लोजपा के चौधरी महबूब अली क़ैसर को 94,126 और वीआईपी के मुकेश साहनी को 52,917 वोट मिले थे। इसी प्रकार, हसनपुर में लोजपा को 79,581 और वीआईपी को 45,575 वोट मिले थे।
अलौली में लोजपा को 70,216, वीआईपी को 38,714, खगड़िया में लोजपा को 81,421, वीआईपी को 39,506, बेलदौर में लोजपा को 92,616, वीआईपी को 40,332, परबत्ता में लोजपा को 91,178 और वीआईपी को 44,365 वोट मिले थे।
सीपीएम के उम्मीदवार संजय कुमार
खगड़िया सीट पर इंडिया गठबंधन की तरफ से सीपीएम के टिकट पर चुनाव लड़ रहे संजय कुमार ने 2015 में बिहार विधानसभा का चुनाव खगड़िया सीट पर लड़ा था, जिसमें वह छठे स्थान पर रहे थे।
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56 वर्षीय संजय कुमार के खिलाफ कोई भी आपराधिक मुक़दमा दर्ज नहीं है। उन्होंने मैट्रिक तक पढ़ाई की है। वह तक़रीबन ढाई लाख रुपये की चल संपत्ति और दो करोड़ रुपये की अचल संपत्ति के मालिक हैं। उनकी पत्नी के पास सवा ग्यारह लाख रूपये से अधिक की चल संपत्ति और 7 लाख 50 हजार रुपये की अचल संपत्ति है।
सियासी घराने से है संबंध
संजय कुमार के पिता योगेन्द्र सिंह सीपीएम के टिकट पर 2000-2005 के बीच खगड़िया से विधायक रहे। उन्होंने सीपीएम के टिकट पर ही 1995 और फरवरी 2005 का विधानसभा चुनाव खगड़िया सीट से लड़ा था, दोनों ही चुनावों में वह तीसरे नंबर पर रहे थे।
छोटा भाई है एमएलए
खगड़िया सीट से सीपीएम के प्रत्याशी संजय कुमार के छोटे भाई अजय कुमार वर्तमान में सीपीएम के टिकट पर ही समस्तीपुर के विभूतिपुर से विधायक हैं।
एनडीए प्रत्याशी राजेश वर्मा
31 वर्षीय राजेश वर्मा एनडीए गठबंधन में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनके विरुद्ध कुल 12 मुक़दमे दर्ज हैं। उन्होंने भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।
राजेश तीन करोड़ रुपये से अधिक की चल संपत्ति और 50 लाख रुपये की अचल संपत्ति के मालिक हैं। उनके ऊपर तीन करोड़ रुपये से अधिक का क़र्ज़ है। वहीं, उनकी पत्नी के पास क़रीब 58 लाख रुपये की संपत्ति है। उनकी पत्नी के ऊपर 29 लाख 21 हज़ार रुपये का क़र्ज़ है।
भागलपुर के डिप्टी मेयर रह चुके हैं राजेश
राजेश वर्मा ने 2020 का विधानसभा चुनाव लोजपा के टिकट पर भागलपुर से लड़ा था। जिसमें वह तीसरे नंबर पर रहे थे। उनको 20,523 मत प्राप्त हुए थे। वह 2017-2022 तक भागलपुर नगर निगम के डिप्टी मेयर रह चुके हैं।
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