शिक्षकों की नई नियमावली का विरोध जताते हुए किशनगंज और अररिया में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के पुतले जलाए गए।
किशनगंज के रुइधासा मैदान में परिवर्तन कारी शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री डॉ चन्द्रशेखर का पुतला दहन किया। इस दौरान शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारे भी लगाए। शिक्षकों ने बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक (नियुक्ति, स्थानांतरण, अनुशासनिक कार्यवाई एवं सेवाशर्त) नियमावली, 2023 को पूर्व से नियोजित शिक्षकों के लिए साजिश बताते हुए कहा कि राज्य सरकार ने नियोजन इकाई खत्म करने का वादा किया था लेकिन सभी नियोजन इकाइयों को यथावत प्रभावी छोड़ दिया गया है।
Also Read Story
आक्रोशित शिक्षकों ने कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा और समान काम का समान वेतन देने और पुरानी पेंशन लागू करने की बात कही थी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के बिहार प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर बृजवासी के आह्वान पर मंगलवार शाम छह बजे अररिया के आर एस चौक के पास बिहार सरकार के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री का पुतला दहन का कार्यक्रम किया गया।
जिलाध्यक्ष उज्जवल कुमार नयन व जिला महासचिव आशीष गुप्ता ने अपने संयुक्त संबोधन में कहा कि वर्तमान सरकार से शिक्षकों को बहुत उम्मीद थी, लेकिन सरकार ने शिक्षकों के साथ बहुत बड़ा छलावा किया है। अगर नियमावली में संशोधन कर उपरोक्त मांगों को सुधारा नहीं गया तो संघ आगे और उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा, जिसकी सारी जवाबदेही सरकार की होगी।
जिला कोषाध्यक्ष गुरूदेव कुमार व प्रेस प्रभारी ललित कुमार ने पुतला दहन कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि सभी संगठन व सभी शिक्षक को इस मांग के समर्थन में गोलबंद होने की जरूरत है।
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।