किशनगंज में एक बार फिर मिड डे मील की गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं। मामला किशनगंज नगर थाना क्षेत्र स्थित फरिंगोड़ा के उत्क्रमित मध्य विद्यालय का है जहां बदबूदार खाना मिलने की खबर सुनते ही बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल पहुंच कर खूब हंगामा किया।
मेनू के मुताबिक बुधवार को मध्याह्न भोजन में खिचड़ी और चोखा दिया गया जिसे बच्चों ने बासी और बदबूदार बताकर खाने से मना कर दिया। अभिभावकों ने बच्चों की शिकायत पर स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए भोजन तैयार करने वाले एनजीओ पर कार्रवाई की मांग की है।
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स्कूल की छात्रा आशियाना ने कहा कि स्कूल में अक्सर बासी खाना आता है और कई बार खाने में पिल्लू भी निकल जाता है। खाना अच्छा न होने के कारण बच्चे अपने घर जाकर खाना खाते हैं।
अभिभावकों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन को कहने के बावजूद बार बार बच्चों को एनजीओ द्वारा बनाया गया खराब खाना खिलाया जा रहा। महमूद आलम की 6 वर्षीय बेटी भी इस स्कूल में पढ़ती है। उन्होंने कहा कि खाना इतना खराब आता है कि अक्सर उनकी बच्ची के पेट में तकलीफ हो जाती है। वहीँ एक और अभिभावक महमूद नूरी ने ख़राब खाने के लिए स्कूल प्रबंधन की लापरवाही को ज़िम्मेदार बताया।
विद्यालय के प्रभारी प्रधान शिक्षक गौतम अधिकारी ने कहा कि खाना परोसने से पहले रोज़ाना रसोइया द्वारा खाना चखा जाता है लेकिन बुधवार को जिस समय खाना आया था उस समय रसोइया मौजूद नहीं थी।
उन्होंने माना कि भोजन में खट्टापन था जिसके बाद सभी बच्चों को खराब खाने से रोक दिया गया। प्रभारी प्रधान शिक्षक ने आगे बताया कि खराब भोजन की शिकायत शिक्षा पदाधिकारी को कर दी गयी है।
किशनगंज जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि उन्हें उत्क्रमित मध्य विद्यालय फरिंगोड़ा में खाने की शिकायत मिली है। इस मामले में जिला पदाधिकारी ने विभाग को चिट्ठी लिखी है जल्द इस पर कोई ठोस फैसला लिया जाएगा।
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