पूर्णिया के जिला परिषद में चल रही उठापटक के बाद शुक्रवार को वहीदा सरवर के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया है। 18 पार्षदों की उपस्थित नहीं दर्ज होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया और वहीदा सरवर पुनः जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान हो गई हैं। बीते दो सप्ताह से लगातार जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद से ही गहमागहमी जारी थी। दोनों ही गुट के पार्षद अपने-अपने खेमे में जमकर बैठे थे।
क्यों खारिज हुआ प्रस्ताव?
अब वहीदा सरवर अपने बाकी के कार्यकाल तक जिला परिषद अध्यक्ष बनी रहेंगी। पिछले दिनों सदस्यों द्वारा अविश्वास लगाया गया था, जिसके बाद डीडीसी साहिला ने अविश्वास को लेकर शुक्रवार को जिला परिषद सभागार में विशेष बैठक आमंत्रित की थी। इस संबंध में डीडीसी साहिला ने बताया कि जिला परिषद उपाध्यक्ष नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में विशेष बैठक बुलाई गई थी। वोटिंग के लिए कम से कम 18 सदस्यों की उपस्तिथि चाहिए थी, वो पूरा नहीं हो पाया, इसलिए प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया है।
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आपको बता दें कि 5 जनवरी को कुल 9 जिला परिषद सदस्यों का हस्ताक्षरयुक्त आवेदन जिला परिषद अध्यक्ष को सौंप कर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। पूर्णिया जिला परिषद में कुल 34 सदस्य हैं। विपक्ष ने तब 25 सदस्यों के समर्थन का दावा किया था। मगर आज 16 सदस्य का ही आंकड़ा जुट पाया।
क्या बोले उपाध्यक्ष व अध्यक्ष?
इस संबंध में जिला परिषद उपाध्यक्ष नीरज कुमार उर्फ छोटू सिंह ने कहा कि जिला परिषद अध्यक्ष हर जाति समुदाय को साथ लेकर सभी का विकास कर रहा है। उनपर जो आरोप लगाया गया था, वह बेबुनियाद है। उन्होंने आशा जतायी कि आगे अब त्वरित गति से काम होगा और सभी सदस्य उनका साथ भी देंगे।
जिला परिषद अध्यक्ष वहीदा सरवर ने कहा की आगे वह अब मजबूती से काम करेंगी।
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