बिहार के किशनगंज निवासी एलपीजी गैस वेंडर छोटेलाल महतो पिछले बीस वर्षों से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। 2024 लोकसभा चुनाव में वह एक बार फिर किशनगंज लोकसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी पेश करेंगे और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरेंगे। चुनाव की तारीख आते ही वह तैयारी में जुट गए हैं और सड़क चौराहों पर लोगों से मिलकर वोट मांग रहे हैं।
वह पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन, सीमांचल के कद्दावर नेता मोहम्मद तस्लीमुद्दीन सहित कई दिग्गज नेताओं के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं हालांकि उन्हें अब तक कामयाबी नहीं मिल सकी है।
मुर्गी पाल कर चुनाव के लिए जमा किया पैसा
छोटेलाल महतो का परिवार चुनाव लड़ने में उनकी खूब सहायता करता है। उनकी पत्नी गीता देवी बकरी और मुर्गी पालन करती हैं और थोड़े थोड़े पैसे जमा कर चुनाव लड़ने में अपने पति का सहयोग करती हैं। गीता देवी ने कहा कि सालों से उनके पति चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे हैं, एक न एक दिन उन्हें सफलता जरूर मिलेगी।
“हमलोग उनका दिल से समर्थन करते हैं। मेरे भाई- बहन भी पूरी सहायता करते हैं। हमको पूरा भरोसा है कि आज नहीं तो कल, नहीं तो परसों, एक दिन तो सीढ़ी चढ़ते चढ़ते वह सफल हो ही जाएंगे। चुनाव लड़ने में घर की जमा पूंजी भी लग जाती है लेकिन यही तमन्ना है तो करेंगे ही। दो चार पैसा जमा करते हैं तो इलेक्शन लड़ते हैं। मुर्गी का अंडा बेच कर हम पैसा जमा करते हैं और इनको देते हैं कि आप चुनाव लड़िये,” गीता देवी ने कहा।
मां ने कहा- बचपन से जन सेवा का है जज़्बा
छोटेलाल की मां सुदामा देवी 20 सालों से वह अपने बेटे को चुनाव लड़ता देख रही हैं। वह अब काफी बूढ़ी हो चुकी हैं। उन्हें इस बात पर गर्व है कि उनका बेटा एलपीजी गैस वेंडर का काम करता है और बड़ी हिम्मत के साथ लोकसभा चुनाव में खड़ा होता है।
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सुदामा देवी ने कहा कि छोटेलाल महतो छोटी आयु से ही लोगों की सेवा करने में आगे रहते थे। वह जनता के लिए कुछ करना चाहते हैं। अगर जनता ने उन्हें एक बार अवसर दिया तो वह सभी के लिए काम करेंगे।
उन्होंने कहा, “वह जनता की बहुत सेवा करता है। कुछ सुनता है तो वो दौड़ पड़ता है, सबकी सेवा करता है। एक बार मेरे बेटे को जनता जीता दे तो सब देखेगा, कितना काम करता है। हम चाहते हैं कि मेरे बेटे को जनता जिताए तो वह जनता की सेवा करेगा। हमारा पूरा समर्थन है उसको। ऊपर वाले से दुआ है कि महादेव उसको जीता दे।”
सुदामा देवी आगे कहती हैं, “यह बचपन से ही सबकी सेवा करता आ रहा है। किसी का दुःख, मुसीबत होता है तो दौड़ जाता है। यह सबकी मुसीबत में खड़ा हो जाता है। एक बार जीता दीजिये इसको तो देखिएगा कितना काम करता है।”
जनता के चंदे से चुनाव लड़ते हैं छोटेलाल
छोटेलाल महतो किशनगंज शहर में एक छोटे से कच्चे मकान में रहते हैं। वह बीस सालों से लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अपनी उम्मीदवारी पेश करते आ रहे हैं। चुनाव लड़ने के लिए वह किसी तरह थोड़े बहुत पैसे जमा करते हैं जबकि कुछ पैसा जनता के चंदे से भी जमा हो जाता है।
छोटेलाल ने कहा, “चुनाव लड़ने में खर्चा तो लगता है। खर्च जनता देती है। जनता चंदा देती है, कोई 100 रुपये, कोई 50, कोई 500 देता है। सब लोग सहयोग करते हैं। हम भी बहुत मेहनत करते हैं। हम ढाई, तीन घंटा सोते हैं और फुर्ती से अपना काम करते हैं। हम पैसा जोड़ते हैं, कोटा का चावल खाते हैं, फैंसी जीवन नहीं जीते। हम जनता के लिए काम करना चाहते हैं।”
छोटेलाल महतो की मानें, तो उन्होंने साल 2000 में किशनगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए नामांकन करने का प्रयास किया था लेकिन उम्र कम होने के कारण उनका नामांकन रद्द हो गया था। तब वह 23 वर्ष के थे।
2004 से 2019 लोकसभा चुनाव में कितने वोट मिले
2004 के लोकसभा चुनाव में छोटेलाल महतो ने पहली बार चुनाव लड़ा और 11,479 वोटों के साथ छठे स्थान पर रहे। उन्होंने 2004 से 2019 तक किशनगंज सीट से सभी लोकसभा चुनाव लड़े हैं । 2009 लोकसभा चुनाव में 5,563 वोटों के साथ वह नौवें स्थान पर रहे। वहीं, 2014 में 11,392 वोटों के साथ नौवें स्थान पर रहे। पिछले लोकसभा चुनाव यानी 2019 में किशनगंज के मतदाताओं ने छोटेलाल महतो को 8,700 वोट दिए और वह नौवें स्थान पर रहे।
छोटे लाल ने कहा कि जनता की सेवा करना उनका प्रथम उद्देश्य है इसीलिए वह पिछले दो दशक से चुनाव में खड़े हो रहे हैं। उनके नजदीक समाज में गरीबी और बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। अगर जनता उन्हें चुनती है तो वह गरीबों और युवाओं के लिए काम करेंगे।
वह कहते हैं, “हमारे अंदर समाज सेवा करने की भावना है। हम घर घर गैस डिलीवरी करते हैं और डिलीवरी के समय घूम घूम कर प्रचार भी कर लेते हैं। इस बार भी हम चुनाव लड़ रहे हैं। एक अप्रैल को नामांकन करेंगे। पूरा भरोसा है कि हमको सभी छह विधानसभा क्षेत्र के लोगों का समर्थन मिलेगा, जनता हमको वोट देगी इस बार।”
आगे उन्होंने कहा, “मेरी प्लानिंग है कि हम जीते तो जो बेरोजगार हैं उनको रोजगार देंगे। बहुत ऐसा बेरोजगार है जो गरीबी से आत्महत्या कर लेता है। यह सब देख के आंख में आंसू आ जाता है। हम जीतेंगे तो लोगों को खुशहाल रखेंगे, किसी को भूखा नहीं रखेंगे, किसी को रुलाने का काम नहीं करेंगे। हमको जीतना जरूरी है। मेरे साथ मेरे परिवार का भी पूरा सहयोग है।”
गैस वेंडरों का मिल रहा साथ
लोकतंत्र का महापर्व कहलाने वाला भारत का लोकसभा चुनाव इस बार 19 अप्रैल से 1 जून तक 7 चरणों में होगा। किशनगंज में 26 अप्रैल को चुनाव होना है। छोटेलाल महतो किशनगंज से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए उन्होंने अपनी ठेलागाड़ी से ही प्रचार प्रसार शुरू कर दिया है।
छोटे लाल को शहर के दूसरे एलपीजी गैस वेंडरों का भी सहयोग मिल रहा है। उनके सहकर्मी मनोज कुमार राय ने कहा कि शहर के सभी गैस वेंडर चाहते हैं कि छोटेलाल महतो को लोकसभा चुनाव में जीत दिलाई जाए ताकि उन जैसा ही एक प्रत्याशी जीत कर उनकी समस्याओं का निवारण करे।
“हमलोग पूरा सहयोग करते हैं और यह उम्मीद रखते हैं कि एक बार छोटेलाल जीते। हमलोग वेंडर हैं, मज़दूरी करते हैं। हमारे लिए यही एक मौका है कि छोटे लाल जीतें और हमलोगों के लिए कुछ करें। यह गरीब का बेटा है, जीतेगा तो हमारे लिए कुछ न कुछ जरूर करेगा। हमलोग घर घर जा कर हाथ जोड़ेंगे और बोलेंगे कि छोटे लाल को वोट दीजिये। छोटे लाल पूरा प्रयास कर रहे हैं कभी न कभी तो किस्मत चमकेगी,” गैस वेंडर मनोज कुमार ने कहा।
एक और गैस वेंडर जोगिंदर पासवान ने कहा, “छोटेलाल को हमलोग पूरा सहयोग देंगे। हमलोग मन बनाये हैं कि छोटेलाल को ही वोट देंगे। यह चुनाव जीत गया तो गरीबों की मदद करेगा। हमलोग पूरी कोशिश करेंगे इसे जिताने की। लोकतंत्र की खूबसूरती यही है कि कोई भी चुनाव लड़ सकता है।”
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