केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने किशनगंज के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में प्रेस वार्ता कर कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिध बंगलादेशी घुसपैठियों को शरण देते हैं। उन्होंने कहा कि बंगलादेशी व रोहिंगया मुसलमान सीमांचल सहित देश के लिए एक बड़ी समस्या है।
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए चौधरी ने कहा कि उनका नौ साल का कार्यकाल बेमिसाल रहा है। इस मौके पर उनके साथ स्थानीय विधान पार्षद सह बीजेपी के सिक्किम प्रभारी डॉ दिलीप कुमार जायसवाल भी मौजूद थे।
Also Read Story
प्रेस वार्ता में कैलाश चौधरी ने कहा कि पिछले 9 सालों में पीएम मोदी ने सभी वर्ग के लोगों को ध्यान में रख कर योजनाएं बनाई हैं। प्रेस वार्ता में उन्होंने सीमांचल में कथित बंगलादेशी घुसपैठियों का मामला भी उठाया। उल्लेखनीय है कि बीजेपी अक्सर किशनगंज में बंगलादेशी घुसपैठी का मुद्दा उठाती रही है।
“बंगलादेशी व रोहिंगया निश्चित तौर पर इस क्षेत्र के अंदर एक समस्या है। किशनगंज के अंदर सबसे बड़ी समस्या यही है कि बंगलादेशी आकर यहां पर शरण लेते हैं और यहां के जनप्रतिनिध इनको संरक्षण देते हैं व राशन कार्ड बनवाते हैं। यह बिहार ही नहीं बल्कि देश की समस्या बन गई है। इस समस्या का समाधान करना भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकता में है। जनता निश्चित रूप से चाहती है कि आने वाले समय में इसका समाधान हो। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो निश्चित तौर से इसका समाधान किया जाएगा,” उन्होंने कहा।
बीजेपी एमएलसी डॉ दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि पीएम मोदी का सपना है कि प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो। केंद्र सरकार की पहल पर पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में अगले माह से मेडिकल की पढ़ाई आरंभ हो जाएगी। इसका फायदा इस क्षेत्र में मेडिकल के पढ़ाई करनेवाले छात्रों को होगा। जायसवाल ने आगे कहा कि कांग्रेस ने एक ऐसा कानून बना दिया था जिससे नया मेडिकल कॉलेज खोलने में दुश्वारी हो रही थी।
“कांग्रेस की सरकार ने पार्लियामेंट में एक कानून बना दिया था कि सरकार अब कोई नया मेडिकल कॉलेज नहीं खोलेगी। बाद में जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने तो उस समय से एम्स और सरकारी मेडिकल कॉलेज खुलना शुरू हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि प्रत्येक ज़िले में एक मेडिकल कॉलेज खुले और लोगों को स्वास्थ्य की सुविधा मिले। इसी क्रम में आज से सात वर्ष पहले पूर्णिया मेडिकल कॉलेज के लिए भारत सरकार ने बिहार सरकार को पैसा भेजा। इन सात वर्षों में उत्तर प्रदेश और बगल के प्रदेशों में सारे सरकारी मेडिकल कॉलेज बनकर तीन साल से चल रहे हैं। लेकिन भारत सरकार द्वारा पैसा देने के बावजूद मुंगेर, आरा और समस्तीपूर सभी जगह अब तक मेडिकल कॉलेज का बिल्डिंग नहीं बना है,” उन्होंने कहा।
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।