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“संघ बनाया तो नौकरी से निकाल देंगे”, नवनियुक्त शिक्षकों से बोले केके पाठक

पाठक ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि नए शिक्षक किसी भी तरह का संघ बनाने से बचें और अनुशासन के साथ बच्चों को पढ़ाएं। उन्होंने आगे कहा कि विभाग को बच्चों को पढ़ाने के लिये शिक्षक चाहिये ना कि फ्रीडम फाइटर चाहिये।

Nawazish Purnea Reported By Nawazish Alam |
Published On :
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शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने BPSC द्वारा नवनियुक्त शिक्षकों को किसी भी तरह का संघ या यूनियन नहीं बनाने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि जो शिक्षक किसी भी तरह का संघ या यूनियन बनायेंगे, उनको नौकरी से निकाल दिया जायेगा।


केके पाठक ने शनिवार को सासाराम के जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान (DIET) में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा नवनियुक्त शिक्षकों की ट्रेनिंग व ओरिएंटेशन के दौरान ये बातें कहीं।

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पाठक ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि नए शिक्षक किसी भी तरह का संघ बनाने से बचें और अनुशासन के साथ बच्चों को पढ़ाएं। उन्होंने आगे कहा कि विभाग को बच्चों को पढ़ाने के लिये शिक्षक चाहिये ना कि फ्रीडम फाइटर चाहिये।


“कोई संघ वंघ बनाने का बीच में चला था। संघ बनाना अलाउड नहीं है, आप सरकारी सेवक हैं। जरा बता देना जुझारू नेता को। हमें फ्रीडम फाइटर नहीं चाहिये। हमें शिक्षक चाहिये जो हमारे बच्चों को पढ़ा सकें,” उन्होंने कहा।

पाठक ने आगे कहा, “किसी के दिल में अगर इंकलाबी कीड़ा घूम रहा है तो हटा दो उसको। नहीं तो हम हटा देंगे आपको। डिसिप्लीन (अनुशासन) से रहियेगा तो कोई संघ बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी आपको। हम नौकरी से हटा देंगे। आप हाइकोर्ट जाइयेगा हम सुप्रीम कोर्ट जायेंगे।”

बताते चलें कि केके पाठक द्वारा लगातार नवनियुक्त शिक्षकों के ट्रेनिंग व ओरियंटेशन कार्यक्रमों का निरीक्षण किया जा रहा है। पाठक ने औरंगाबाद में भी नवनियुक्त शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा था कि जो शिक्षक स्कूल के 15 किलोमीटर के दायरे के अंदर रहने की व्यवस्था नहीं करेंगे, वे नौकरी छोड़ सकते हैं।

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नवाजिश आलम को बिहार की राजनीति, शिक्षा जगत और इतिहास से संबधित खबरों में गहरी रूचि है। वह बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने नई दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया के मास कम्यूनिकेशन तथा रिसर्च सेंटर से मास्टर्स इन कंवर्ज़ेन्ट जर्नलिज़्म और जामिया मिल्लिया से ही बैचलर इन मास मीडिया की पढ़ाई की है।

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