किशनगंज में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता व कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के विरुद्ध ‘पोल खोल अभियान’ के तहत बुधवार को काला दिवस मनाया। शहर के कबीर चौक के पास जदयू जिलाध्यक्ष मुजाहिद आलम के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गले में काली पट्टी बांध कर काले झंडों के साथ रोड मार्च कर भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
जदयू, जाति आधारित गणना को रोकने पर केंद्रीय सरकार के विरोध में जगह जगह पोल खोल अभियान के तहत प्रदर्शन कर रहा है। प्रदर्शन में शामिल जदयू जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ़ ललन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के निर्देश पर पूरे बिहार में जाति आधारित गणना को रोकने की साज़िश रचने वाली भाजपा के विरुद्ध 1 सितंबर से 20 सितंबर तक पोल खोल मशाल जुलूस का कार्यक्रम चलाया गया जिसके अंतिम दिन को पार्टी काला दिवस के तौर पर मना रहे हैं।
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आगे उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी संविधान को बदलने की बात करती है और आरक्षण को समाप्त करना चाहती है। भाजपा देश का इतिहास बदलने की कोशिश कर रही है और नफरत का माहौल बना रही है। इन सबके विरुद्ध यह काला दिवस मनाया जा रहा है।
इंडिया गठबंधन पर मुजाहिद आलम ने कहा, ”मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश की 28 पार्टियों को एकजुट कर एक असंभव कार्य किया है। यह जो जुमले बाज़ों की सरकार है, यह जो हिटलरशाही की सरकार है यह सीबीआई और ईडी का संयोग लेकर लोकतंत्र को कमज़ोर कर रही है। इनकी 2024 में विदाई करना है। निश्चित तौर पर माननीय नीतीश जी की नेतृत्व में 2024 में इस सरकार की विदाई तय है।”
”आरक्षण बिल एक धोखा है”
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए महिला आरक्षण बिल पर मुजाहिद आलम ने कहा कि सरकार ने एक कार्ड खेला है। नीतीश जी महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए बरसों से कार्य कर रहे हैं। पंचायती राज्य और शिक्षक बहाली में 50% महिलाओं को आरक्षण दिया है जबकि बाकी सभी नौकरियों में उन्हें 35% सीट महिलाओं को दिया गया है। पुलिस विभाग में 26.2% महिलाएं काम कर रही हैं।
उन्होंने महिला आरक्षण बिल को धोखा बताया और कहा कि महिला आरक्षण बिल में पिछड़ी और अत्यंत पिछड़ी जाति के आरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं की गई। 2021 की जनगणना की रिपोर्ट के आने के बाद लागू किया जाए , यह एक हास्यपद निर्णय है।
”बिहार की जनता चाहती है नीतीश जी प्रधामंत्री बनें”
वहीं जदयू प्रमंडलीय प्रभारी सह पूर्व विधान पार्षद भूमि पाल राय ने सीएम नीतीश कुमार को I.N.D.I.A का पीएम मेटेरियल बताया। उन्होंने भाजपा पर जमकर प्रहार किया और महिला आरक्षण बिल को एक दिखावा करार दिया। भूमि पाल राय ने कहा कि भाजपा दलितों, पिछड़ों, अति पिछड़ों और अल्पसंख्यको के साथ अन्याय कर रही है, अगर भाजपा की नीयत सही है, तो वह जल्द से जल्द देश में जातीय जनगणना करे और आरक्षण को लागू करे।
इसके बाद उन्होंने अमित शाह पर कटाक्ष करते हुए कहा, ”अमित शाह क्या बोलते हैं उन्हें खुद भी नहीं पता होता। ‘पूर्णिया आकर वह हवाई जहाज़ चला रहे थे ना, टिकट कटवा रहे थे सबको। पूर्णिया प्रमंडल में उनका खाता भी खुलना मुश्किल है। जब जब बिहार बढ़ता है, तो केंद्र की सत्ता बदलती है इस बार भी केंद्र की सत्ता बदलेगी।”
भूमि पाल राय ने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री का सबसे बड़ा विकल्प बताया और कहा कि प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के हर नेता पर ईडी और सीबीआई का छापा पड़वाया लेकिन नीतीश कुमार जैसे ईमानदार नेता के साथ ऐसा करने की हिम्मत नहीं हुई।
उन्होंने आगे कहा, ”सब लोग मानते हैं कि नीतीश जी देश के प्रधामंत्री बनें और बिहार खासकर मानता है, बिहार की जनता मानती है। जब देश आज़ाद हुआ था तो बिहार ने देश को पहला राष्ट्रपति दिया था। आज बिहार दोबारा जागा है। बिहार का बेटा देश का प्रधानमंत्री बने।”
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