Main Media

Get Latest Hindi News (हिंदी न्यूज़), Hindi Samachar

Support Us

पूरा बिहार भोजपुरी नहीं बोलता, क्या Election Commission को इतनी भी समझ नहीं!

बिहार का नाम आते ही अमूमन बिहार से बाहर रह रहे लोगों को लगता है कि यहां कोने कोने में भोजपुरी बोली जाती है। खैर से यह एक भ्रम है, लेकिन ऐसा लगता है कि इसी भ्रम का शिकार चुनाव आयोग भी हो गया है।

Main Media Logo PNG Reported By Main Media Desk |
Published On :

बिहार का नाम आते ही अमूमन बिहार से बाहर रह रहे लोगों को लगता है कि यहां कोने कोने में भोजपुरी बोली जाती है। खैर से यह एक भ्रम है, लेकिन ऐसा लगता है कि इसी भ्रम का शिकार चुनाव आयोग भी हो गया है।


बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होना है, चुनाव आयोग सभी तरह की तैयारियों में जुट गई है। जगह जगह चौक चौराहा में पेंटिंग के ज़रिए से चुनाव को लेकर लोगों को जागरूक करने में लगी है।

Also Read Story

आपराधिक मामला छुपाने पर किशनगंज नगर परिषद अध्यक्ष पर FIR, क्या छिन जाएगी कुर्सी?

बिहार सरकार में मंत्री बनाये गए सीमांचल के विजय कुमार मंडल कौन हैं?

नीतीश कुमार के बेटे निशांत के जदयू में शामिल होने की चर्चा की वजह क्या है?

आंदोलनों की आलोचना करने वाले प्रशांत किशोर आंदोलन में क्यों कूदे?

सड़क हादसे में विधायक व पूर्व मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि जख्मी

बिहार में ‘माई-बहन योजना’ का वादा क्या राजद की नैया पार लगाएगा?

Tejashwi Yadav Interview: क्या है 2025 बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राजद का प्लान?

बिहार उपचुनाव परिणाम राजद के लिए खतरे की घंटी!

तरारी उपचुनाव: क्या भाजपा व भाकपा-माले के मुकाबले को त्रिकोणीय बना पाएगा जन सुराज?

किशनगंज जैसा जिला जहां की अधिकांश आबादी सूर्जापूरी, उर्दू, और हिन्दी बोलती और समझती हैं, वहां की आबादी को चुनाव आयोग भोजपुरी के माध्यम से जागरूक करने में लगी है। लेकिन क्या इस भाषा से यहां के लोगों को सरोकार है। क्या यहाँ के लोग इन शब्दों को पढ़ कर चुनाव आयोग के जागरूकता अभियान को समझ सकते हैं? इस बाबत जब हमने किशनगंज अनुमंडल पदाधिकारी शाहनवाज़ अहमद नेयाजी से बात की तो उन्होंने बताया की भोजपुरी या किसी और भाषा के जो वाइरल slogans हैं, उसे कहीं-कहीं पैंट किया गया है। उर्दू और हिन्दी में भी slogans पेंट करवाये जा रहे हैं। जब हमने उन्हें बताया की अब तक ज़्यादातर slogans भोजपुरी में ही पेंट किए गये हैं, और उर्दू का कहीं इस्तेमाल नहीं हो रहा है, तो उन्होंने सुधार करवाने की बात कही।


सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।

Support Us

Main Media is a hyper-local news platform covering the Seemanchal region, the four districts of Bihar – Kishanganj, Araria, Purnia, and Katihar. It is known for its deep-reported hyper-local reporting on systemic issues in Seemanchal, one of India’s most backward regions which is largely media dark.

Related News

पश्चिम बंगाल: गोआलपोखर के पूर्व विधायक हफ़ीज़ आलम सैरानी का निधन

बिहार उपचुनाव: ‘नई राजनीति’ का दावा करने वाले PK सियासत की पुरानी राह पर क्यों चल पड़े?

सहरसा में CPI ने 17 सूत्री मांगों के साथ विशाल प्रतिरोध मार्च निकाला, थाना प्रभारियों के खिलाफ नाराजगी

AIMIM नेता अख्तरुल ईमान ने वक्फ संशोधन बिल को बताया भारतीय मुसलमानों के ताबूत में आखिरी कील

जनसंख्या नियंत्रण कानून के समर्थन में कांग्रेस विधायक इजहारुल हुसैन, कहा – “मात्र एक बच्चा हो”

स्कूल से कॉलेज तक टॉपर रहे CPI(M) नेता सीताराम येचुरी राजनीति में कैसे आये?

‘जेल में 90% आदमी हमारे लोग हैं’, राजद विधायक इज़हार असफी की शिक्षक को धमकी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Posts

Ground Report

दशकों से एक पुराने टूटे पुल के निर्माण की राह तकता किशनगंज का गाँव

क्या पूर्णिया के गाँव में मुसलमानों ने हिन्दू गाँव का रास्ता रोका?

बिहार में जीवित पेंशनधारियों को मृत बता कर पेंशन रोका जा रहा है?

शादी, दहेज़ और हत्या: बिहार में बढ़ते दहेज उत्पीड़न की दर्दनाक हकीकत

किशनगंज: एक अदद सड़क को तरसती हजारों की आबादी