7 नवंबर को अयोध्या के तर्ज पर अररिया के परमान नदी के किनारे महागंगा आरती कर काफी धूमधाम के साथ देव दीपावली मनाई गई।
परमान नदी के त्रिसुलिया घाट के किनारे सोमवार की देर शाम हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और श्रद्धा पूर्वक नदी की आरती कर लोगों ने देव दीपावली मनाई।
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आरती में शामिल एक महिला श्रद्धालु कशिश गुप्ता कहती हैं कि यह अनाउंसमेंट बहुत पहले ही कर दिया गया था कि इस बार अररिया परमान नदी में यह आयोजन किया जाएगा। जिस तरह से यहां दीप जलाकर और रंगोली बनाकर प्रदर्शन दिखाया गया है उससे लोगों में उत्साह है।
आगे कशिश ने कहा, “कहते हैं ना कि दीप से ज्योत जलती है, उसी तरह आज यहां लोगों के दिलों में ज्योत जल रही है। आज यहां इतनी भीड़ और सुंदर माहौल है कि परमान नदी अयोध्या से कम नहीं लग रही है।”
दरअसल, इस महाआरती का आयोजन विश्व हिंदू परिषद द्वारा किया गया था। उनके सदस्यों ने बताया कि आज के दिन देवी-देवता दीपावली मनाते हैं इसलिए इससे देव दीपावली कहा जाता है।
मौके पर मौजूद विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया, “हिंदू धर्म की संस्कृति में देव दीपावली का बहुत अधिक महत्व है क्योंकि आज ही के दिन भगवान शंकर ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था, उसी के उल्लास में हम लोग देव दीपावली मनाते हैं। हमारे धर्म में ऐसी मान्यता है कि आज के दिन सभी देवता गंगा तट पर होते हैं, तो अररिया में हम लोगों का परमान नदी के किनारे यह पूजन हो रहा है। इसके द्वारा अररिया जिले के तमाम सनातनियों को हम विश्व हिंदू परिषद के एक मंच के नीचे एकत्रित करने का कार्य कर रहे हैं।”
बता दें कि हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली मनाई जाती है। इस बार कार्तिक पूर्णिमा 08 नवंबर को है। लेकिन कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही साल 2022 का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है और ग्रहण के दौरान पूजा करना शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए इस साल देव दीपावली 07 अक्टूबर को ही मनाई गई।
विश्व हिंदू परिषद के सदस्य शंभू कुमार चौधरी ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद द्वारा प्रत्येक वर्ष महा आरती का कार्यक्रम किया जा रहा है। नदी और जल जीवनदायिनी होते हैं, इसलिए उनका पूजन किया जाता है और देव दीपावली के दिन देवों का आवाहन नदी के तट पर करना बहुत ही महत्वपूर्ण है।
वे आगे कहते हैं कि हमारी इस संस्कृति को जिंदा रखने के लिए विश्व हिंदू परिषद अररिया के त्रिसुलिया घाट पर प्रत्येक वर्ष देव दीपावली मना रहा है।
महा आरती में भाग लेने के लिए अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह भी त्रिसुलिया घाट पहुंचे थे। उन्होंने कहा, “इस आयोजन की शुरुआत पिछले साल से ही हुई है। हम लोग दीपावली 15 दिन पहले ही मना चुके हैं लेकिन आज देवी-देवताओं की दिवाली है जो एक बहुत महत्वपूर्ण पर्व है।”
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