8 अप्रैल को सुपौल के तत्कालीन एसपी डी अमरकेश को पश्चिमी चंपारण जिले के एसपी की कमान सौंपी गई जबकि बीएमपी 13 दरभंगा के कमांडेंट शैशव यादव को सुपौल का एसपी बनाया गया। शैशव यादव 2007-2010 तक सुपौल में सदर एसडीपीओ के पद पर कार्यरत थे। उनके सुपौल एसपी बनने के 36 घंटे के भीतर जिले में तीन हत्याएं हो चुकी हैं। ऐसे में नए पुलिस कप्तान के लिए इन हत्याओं की गुत्थी सुलझाना बड़ी चुनौती है।
स्थानीय पत्रकार विमलेंदु के मुताबिक, जिले में आपराधिक वारदात दिनों-दिन बढ़ता ही जा रही है। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के पद पर शैशव यादव का कार्यकाल ठीक था। अपराध का ग्राफ कम था। उम्मीद है कि नए एसपी के रूप में भी स्थिति ऐसे ही रहेगी। अभी की स्थिति एक तरफ पुलिसिंग पर बड़े सवाल खड़े कर रही है, वहीं आम जनमानस में दहशत है।
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गौरतलब हो कि 8 अप्रैल यानी शनिवार को सुपौल स्थित किशनपुर दक्षिण पंचायत के वार्ड नंबर 10 फुलकाहा निवासी गजेंद्र मंडल के 21 वर्षीय पुत्र राम सागर की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी और शव झाड़ी में फेंक दिया गया था। मृतक के पिता गजेंद्र मंडल के मुताबिक, उनका बेटा उनसे 50 हजार रुपए लेकर कॉफी शॉप का सामान खरीदने के लिए गया था। जब शाम ढलने के बाद वह वापस घर नहीं आया, तो उसकी काफी खोजबीन की। लेकिन राम सागर का कोई अता पता नहीं चल सका। फिर पुलिस ने अगले दिन राम सागर की घटना के बारे में बताया। पुलिस के मुताबिक, युवक की गला रेत कर निर्मम हत्या की गयी है। रामसागर, कुमरगंज गांव स्थित बजाज शोरूम के बगल में कॉफी की दुकान संचालित करता था।
इस हत्या के दूसरे दिन यानी 9 अप्रैल की शाम 6 बजे लॉ का छात्र आशीष सुपौल से अपने घर बेला अपनी 12 साल की भतीजी को डॉक्टर के पास एडमिट कर लौट रहा था। वह अपने बड़े भाई आशीष को लेने के लिए घर आ रहा था, क्योंकि अस्पताल में सिर्फ उसकी भाभी और भतीजी थी। इसी क्रम में बीना बेला रोड ढपरिया बसुआर के नजदीक अज्ञात अपराधियों ने उसे गोली मार दी। अपराधी दो मोटरसाइकिल पर सवार थे। आशीष इसी साल से सुपौल कोर्ट में वकालत का काम शुरू करने वाला था। आशीष के बड़े भाई रविन्द्र ने पूरी घटना के बारे में जानकारी दी।
उसी रोज 9 कोशी पुर्वी तटबंध पर कटहारा कदमपुरा पंचायत के खखई गांव स्थित दुर्गा मंदिर के समीप नगर परिषद क्षेत्र वार्ड 06 निवासी मनोज यादव के 16 वर्षीय पुत्र प्रिंस कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
ग्रामीणों और प्रिंस के दोस्त के मुताबिक, शव को सोमवार की सुबह ग्रामीणों ने देखा। प्रिंस के चेहरे, सिर सहित पूरे शरीर में चोट के निशान हैं। पुलिस के मुताबिक, शनिवार की रात डिग्री कॉलेज के समीप स्थित लॉज में हुई राम सागर की हत्या में जिन 4 लोगों की संलिप्तता की बात कही गई थी, उनमें प्रिंस भी एक था।
सुपौल के छात्र संघ के नेता राहुल कुमार बताते हैं, “36 घंटे में 3 मर्डर सुपौल के पुलिस अधिकारी के कार्यशैली पर सवाल उठा रही है। 25 साल से कम उम्र के लड़के नशे की वजह से अपराधी बन रहे है। शहर में जगह-जगह कैमरा लगाकर और नशे पर अंकुश लगाकर ही अपराध से बचा जा सकता है।”
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