पिछले दिनों हरियाणा में बिहार के मज़दूरों को पीटने का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में एक व्यक्ति दो मज़दूरों को एक कमरे में बिठाकर बारी बारी से पीटता है और कैमरे की तरफ देख कर मुस्कुराता है। एक और वीडियो में मज़दूर को एक व्यक्ति झाड़ू की लाठी से पीटता दिखता है जबकि दूसरा व्यक्ति उसे थप्पड़ मारते हुए गाड़ी में बैठने को कहता है।
दोनों मज़दूर बिहार के सहरसा जिले के महिषी प्रखंड के रहने वाले हैं। पीड़ित मज़दूर प्रवेश सादा और बबलू सादा हरियाणा के यमुना नगर जिले में काम करने गए थे। प्रवेश सादा के पिता सीवन सादा ने सहरसा के एसपी से न्याय की गुहार लगाई है और उन्हें एक लिखित शिकायत सौंपी है।
सीवन सादा ने बताया कि संजय यादव नामक एक ठेकेदार उनके बेटे प्रवेश सादा समेत सुंदरवन गांव से 10 मज़दूरों को हरियाणा ले गया था। दो महीने काम करने के बाद छठ पर्व के मौके पर मज़दूरों ने संजय यादव से पगार मांगी जिसे उसने देने से इंकार कर दिया। पैसा न मिलने पर सभी मज़दूर वहां से भाग गए, लेकिन प्रवेश सादा और बबलू सादा पकड़े गए।
आगे उन्होंने कहा कि ठेकेदार संजय यादव, प्रवेश सादा को बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट कर रहा है और छोड़ने के एवज़ में 1 लाख 20 हज़ार रुपये मांग रहा है जिसमें से 31,000 रुपये वह पहले ही उसे दे चुके हैं। वह सीवन पुलिस की धीमी कार्रवाई से नाखुश हैं।
पीड़ित मज़दूर प्रवेश सादा की मां चिंती देवी कहती हैं कि उनके बेटे के साथ लगातार अत्याचार किया जा रहा है। घर में उसकी पत्नी और बच्चों के खाने पीने के पैसे नहीं हैं।
Also Read Story
वहीं, प्रवेश की पत्नी सोनिया देवी ने कहा कि अपनी मज़दूरी मांगने पर उसके पति को मारा पीटा जा रहा है। तीन महीने से प्रवेश घर पर पैसा नहीं भेज सका है जिसके कारण घर की हालत काफी खराब है।
वहीं एक और पीड़ित बबलू सादा के परिजन विनोद ने बताया कि बबलू को ढूंढ़ने वह हरियाणा गए थे लेकिन उसका कोई अता पता नहीं चला। उनके अनुसार बंधक बनाए गए दोनों मज़दूरों को बुरी तरह पीटा गया है और उन्हें खाना पीना भी ठीक से नहीं दिया जा रहा है।
सहरसा के एसपी उपेन्द्र नाथ वर्मा ने इस घटना पर कहा कि मामले को लेकर संबंधित थाना और वहां के एसपी से बात की जा रही है जो भी विधि सम्मत कार्रवाई होगी, की जाएगी।
सीमांचल की ज़मीनी ख़बरें सामने लाने में सहभागी बनें। ‘मैं मीडिया’ की सदस्यता लेने के लिए Support Us बटन पर क्लिक करें।