अपने पति की प्रताड़ना से तंग आकर विवाहिता ने फांसी के फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली। महिला ने आत्महत्या करने से पहले वीडियो बनाकर अपना दर्द बयां किया। मृत्यु से पहले उसने वीडियो अपने परिजनों के व्हाट्स एप्प नम्बर पर भेजा।
महिला ने वीडियो सुरजापुरी भाषा में रिकॉर्ड किया। दो मिनट 50 सेकेंड के इस वीडियो में उसने बताया कि उसका पति उसे किस प्रकार यातनाएं दे रहा था। महिला ने अपनी मां अलमास खातून के नाम से इस वीडियो को खुद शूट कर व्हाट्सएप से परिजनों को भेजा था।
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वीडियो में वह कहती है, “मां तुम ठीक हो ना, मैं भी बहुत ही अच्छी हूं। तुम अच्छे से रहना, मेरा टेंशन मत लेना। मैं तुम्हें पहले ही बताया था मेरा रिश्ता उस घर में मत करना, लेकिन तुम बताई थी कि यहां शादी नहीं करोगी वहां शादी नहीं करोगी तो तुम कहां शादी करोगी, उसकी सजा आज मुझे मिल रही है।”
“कल तक मेरे पति ने मेरे साथ जो भी बर्ताव किया था, यहां आकर मैं उसे भूल चुकी थी। मैं यहां आकर काफी खुश थी। सोचा था आगे मेरे साथ प्रताड़ना नहीं होगी, लेकिन मुझे पुनः प्रताड़ित किया जा रहा है। मेरे साथ मारपीट की, मेरा मोबाइल फेंक दिया, मोबाइल गिर कर टूट गया तो गुस्से में आकर मारने पीटने लगा और मुझे भद्दी भद्दी गालियां देता है, जो मुझे अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है मां,” उसने वीडियो में कहा।
वह वीडियो में आगे कहती है, “सात आठ बरसों से बच्चे के लिए मैं अपने ऊपर हुए अत्याचार को छुपा कर रखा था, लेकिन अब और बर्दाश्त नहीं हो रहा है। आज मैं मर जाऊंगी मां। फांसी के फंदे में झूल कर मर जाऊंगी और मैं जिंदा नहीं रहूंगी। मेरे मरने के बाद उसके साथ रिश्ता मत रखना।मेरा जो भी फोटो उसके साथ है, उसे फाड़ कर अलग कर देना। मेरे ज़ेवरात को मेरे बच्चों में बांट देना। मेरी कोई निशानी उसके पास मत छोड़ देना।”
बताया जाता है कि आज से आठ वर्ष पूर्व किशनगंज की समेश्वर पंचायत के रहने वाली यासमीन की शादी जिले के दिघलबैंक प्रखंड के कच्चू नाला निवासी अशफाक आलम के साथ हुई थी। अशफाक पेशे से बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का ठेकेदार था और उत्तराखंड में ठेकेदारी का काम करता था। महिला के परिजनों ने बताया कि शादी के बाद से ही उसका पति दहेज की मांग किया करता था और नहीं देने पर प्रताड़ित किया करता था। इसको लेकर गांव में पंचायत भी हुई।
पीड़ित महिला अपने पति और तीन छोटे छोटे बच्चों के साथ उत्तराखण्ड के कोटद्वार में रहती थी। लेकिन, पति की प्रताड़ना बढ़ने लगी, तो तंग आकर 25 सितंबर को पीड़िता ने उत्तराखण्ड स्थित अपने घर पर आपबीती मोबाइल में शूट किया। परिजनों को वीडियो भेजने के बाद महिला ने आत्महत्या कर ली।
अशफाक आलम अपनी पत्नी का शव लेकर ससुराल पहुंचा तो ग्रामीण उग्र हो गए। अशफाक शव रखकर मौके से फरार हो गया। अशफाक सकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर उग्र आंदोलन किया।
मौके पर पहुंची किशनगंज पुलिस ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत करवाया। पुलिस के अनुसार घटना उत्तराखंड की है और मामला दर्ज वहां के थाने में दर्ज होगा। हालांकि मौके पर पहुची पुलिस कुछ भी बोलने से बचते दिखे।
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