बिहार के किशनगंज जिलांतर्गत बहादुरगंज के जनवितरण प्रणाली विक्रेता डीलर तमीजुद्दीन अपहरण कांड मामले में पांच दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। हालांकि किशनगंज एसपी डॉ. इमानुल हक मेगनु ने प्रशिक्षु डीएसपी राजन कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर मामले की जांच का जिम्मा दिया है।
वहीं, बुधवार को एसपी डॉ. मेगनु ने तमीजुद्दीन के घर पहुंचकर जरूरी जानकारी प्राप्त की और परिवार से मिलकर उन्हें हिम्मत दी। साथ ही जल्द डीलर तमीजुद्दीन को बरामद करने का भरोसा भी दिलाया।
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इस दौरान ज़िला परिषद अध्यक्षा किशनगंज नुदरत महजबीं और स्थानीय जिला पार्षद के भाई इमरान आलम भी मौजूद रहे।
ज्ञात हो कि डीलर तमीजुद्दीन का अपहरण बीते 22 सितंबर की शाम 7.30 बजे पलासमनी मदरसा के निकट से अज्ञात अपराधियों के द्वारा कर लिया गया था। जानकारी के अनुसार, घटनास्थल से उनकी मोटरसाइकिल और गमछा पड़ा मिला था। बाद में कई बार कॉल कर उनके बेटे अख्तर को धमकी भी दी जा चुकी है।
उनके पुत्र के लिखित आवेदन पर बहादुरगंज थाना कांड सं. 332/23 दर्ज कर बहादुरगंज पुलिस अनुसंधान में जुटी है।
किशनगंज एसपी डॉ. इमानुल हक मेगनु ने कहा, “एक-दो दिन डीलर का लोकेशन कोचाधामन आ रहा है, ज़िले से बाहर नहीं है, हमें उम्मीद है कि एकाध दिन में उनको रिकवर कर लेंगे।”
वहीं AIMIM प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने पुलिस प्रशासन की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है, “अगर किसी मंत्री के बेटे को उठा लिया गया होता. किसी बड़े आदमी के बेटे को उठा लिया होता, तो क्या पुलिस ऐसे ही हाथ पर हाथ धड़े बैठी रहती? पूरे बिहार में हंगामा हो जाता।”
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