18 जनवरी की शाम किशनगंज आरपीएफ ने रेलवे स्टेशन परिसर से चार संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया। उनकी पहचान रोबिन बर्मन (34 वर्ष), सुमन दास (23 वर्ष), अमल बर्मन (25 वर्ष), एमडी अजीजुल (23 वर्ष) के रूप में हुई है। सभी बंगलादेश के ठाकुरगांव ज़िले के रहने वाले हैं।
गणतंत्र दिवस को लेकर हो रही रूटीन चेकिंग के दौरान आरपीएफ के जवानों ने इन संदिग्ध लोगों को चिन्हित किया। पूछताछ करने पर विदेशी नागरिक होने का सच सामने आया। चारों बांग्लादेशी नागरिक अवैध तरीके से सीमा पार कर पंजाब के लुधियाना जाने की फिराक में थे।
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जांच के क्रम में चारों के पास से कुल तीन मोबाइल और एक निष्क्रिय भारतीय सिम कार्ड बरामद किये गये। मोबाइल के कॉल रिकॉर्ड में बांग्लादेश के नंबर मिले हैं। मामले की जानकारी देते हुए आरपीएफ इंस्पेक्टर बी.एम. धर ने कहा कि चारों बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई के लिए उन्हें किशनगंज जीआरपी के हवाले कर दिया जाएगा।
उन्होंने आगे बताया कि सभी बांग्लादेशी नागरिक कल शाम अवैध तरीके से भारत बांग्लादेश सीमा पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के ग्वालपोखर थाना स्थित छापदा बाजार बॉर्डर पार कर किशनगंज रेलवे स्टेशन पहुंचे थे।
चेकिंग अभियान के दौरान चारों व्यक्ति को संदिग्ध पाकर पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने खुलासा किया कि वे बंगलादेशी नागरिक हैं। बी.एम. धर के अनुसार, चारों पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों में से एक पूर्व में भी बंगलादेश सीमा पार कर भारत के लुधियाना में काम कर चुका है।
एसएचओ को सौंपे गए शिकायत पत्र में दी गई जानकारी के अनुसार, बुधवार शाम 6 बजे किशनगंज रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल द्वारा चेकिंग के दौरान चार संदिग्धों से पूछताछ की गई। पूछताछ में उनके बांग्लादेशी होने की बात पता चली जिसके बाद उन चारों को पूछताछ के लिए आरपीएफ पोस्ट भेजा गया।
गिरफ्तार आरोपियों में से एक एमडी अजीजुल ने बताया कि वह और उसके साथियों ने पहले नदी पार की और फिर बॉर्डर पर तारों के ऊपर से छलांग लगाकर भारत में घुस आए। जीआरपी की जांच में और भी कई नाम सामने आने का अनुमान है।
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