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कटिहार: प्रैक्टिकल परीक्षा में पैसा मांगने का आरोप, छात्राओं ने किया प्रदर्शन

कटिहार के उमा देवी बालिका विद्यालय में शिक्षकों द्वारा परीक्षा में नंबर देने के लिए पैसे मांगने का मामला सामने आया है।

shadab alam Reported By Shadab Alam |
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कटिहार के उमा देवी बालिका विद्यालय में शिक्षकों द्वारा परीक्षा में नंबर देने के लिए पैसे मांगने का मामला सामने आया है।

स्कूल की छात्राओं ने शिक्षकों पर पैसा और कपड़ा मांगने का आरोप लगाया है। छात्राओं ने बताया कि विद्यालय की बाढ़वीं कक्षा की प्रैक्टिकल की परीक्षा हो रही है। छात्राओं का आरोप है कि परीक्षा में पास कराने के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा छात्राओं से पेटिकोट के कपड़े का पीस, ब्लाउज पीस, नाश्ता और 200 रुपए की मांग की जा रही है। जो छात्राएं कपड़ा देती हैं, उन्हें पैसे देने की जरूरत नहीं, जो पैसे देती हैं उन्हें कपड़ा देने की जरूरत नहीं। पैसों और कपड़ों के अलावा अच्छे नंबर पाने के लिए विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं के द्वारा छात्राओं से नाश्ता लाने के लिए भी कहा गया।

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उस्मिता घोष, उमा देवी बालिका विद्यालय के 12वीं कक्षा की छात्रा है। उसने बताया कि स्कूल के शिक्षक और शिक्षिका हर एक काम के लिए कपड़े या पैसे मांगते हैं। “अगर हमलोग सर या मैम को पैसा देते हैं या कपडा देते हैं, तो कहते हैं, यह अच्छा साया नहीं है, अगर एप्रन बनाने के लिए कपडा माँगा जाता है तो अच्छा या बुरा से क्या मतलब। सर और मैम बोलते हैं कि अगर तुमलोग बाहर जाकर हंगामा की तो तुम लोगों का नंबर काट देंगे। ये सुनकर क्लास की एक लड़की रोने भी लगी थी,” छात्रा उस्मिता घोष ने कहा।


उस्मिता आगे कहती है, “सर कहते हैं हम पैसा अपने लिए थोड़ी मांग रहे हैं हम तो पैसा तुम्हारे लिए मांग रहे हैं, तुम लोगों का अच्छा नंबर आएगा। हम लोग पैसा लेकर नहीं आए थे, तो 50 रुपए दिए और कुछ छात्रों ने कहा कल लाकर देंगे। हर चीज़ के लिए पैसा माँगा जाता है। मूल प्रमाण पत्र लो तो पैसा, फॉर्म लेने जाओ, तो पैसा। कुछ भी लेने के लिए लिए यहाँ पैसे लेते ही हैं सर लोग।”

शिकायतकर्ता छात्रा ने भूगोल के शिक्षक रुपेश नामक व्यक्ति का नाम भी लिया और कहा कि सर कहते हैं कि मेरे बच्चे भूगोल में टॉप करते हैं, यह पैसे तुम्हारे लिए ही मांग रहे हैं।

मिली जानकारी के अनुसार जिन छात्राओं ने शिक्षकों की बात सुनकर उन्हें कपड़े पैसे या नाश्ता दिया, उन्हें प्रैक्टिकल परीक्षा में नंबर अच्छे मिल रहे रहे थे और जो छात्राएं पैसे नहीं दे रहीं थीं उन्हें कम नंबर दिए जा रहे थे।

इसके विरोध में छात्राओं ने जमकर प्रदर्शन किया। खबर मिलने के बाद विद्यार्थी परिषद के सदस्य ने मौके पर पहुंच कर विद्यालय के प्राचार्य को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है।

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सय्यद शादाब आलम बिहार के कटिहार ज़िले से पत्रकार हैं।

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